तना छेदक मक्खी मक्का की फसल का एक प्रमुख कीट है जो पौधे के तने पर प्रहार करती है। इसके प्रकोप के कारण मक्का के पौधे के तने का मुख्य भाग कट जाता है, जिसके कारण मक्का के पौधे का विकास रुक जाता है।
इस कीट का युवा रूप नए पौधे पर आक्रमण करता है जिसके कारण मक्का के पौधे सुख कर मर जाते हैं।
इसके निवारण के लिए थियामेथोक्साम 12.6% + लैंबडा साइहलोथ्रिन 9.5% ZC @80 ग्राम/एकड़ या फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG@ 40 ग्राम/एकड़ का उपयोग करें।
जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।