कपास की शुरुआती अवस्था में रस चूसक कीटों का प्रबंधन

👉🏻कपास एक प्रमुख नकदी फसल है। यह खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली फसल है। 

👉🏻फसल की शुरुआती अवस्था में ही रस चूसक कीट जैसे – सफेद मक्खी, माहू, हरा तेला की समस्या मुख्यता से देखी जाती है। 

👉🏻यह कीट पौधों की पत्तियों से रस चूसते हैं, जिसके कारण शुरुआत में ही पत्तियां सिकुड़ जाती हैं। 

सुरक्षा के उपाये:- 

👉🏻रसायनिक नियंत्रण के लिए फसल की अवस्था 15 दिन की होने पर, असटाफ (एसीफेट  75% एसपी) @ 300 ग्राम + फॉस्किल (मोनोक्रोटोफॉस 36%SL) @ 400 मिली + (विगरमैक्स जैल गोल्ड) @ 400 ग्राम + सिलिको मैक्स 50 मिली, प्रति एकड़ 150 – 200 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें। 

👉🏻जैविक नियंत्रण के लिए – बवे कर्ब  (बवेरिया वेसियाना) @ 500 ग्राम/एकड़ के हिसाब से 150 – 200 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें।

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