कपास की फसल में न बढ़ने दे खरपतवार, जल्द करें नियंत्रण के उपाय

उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त करने के लिए, कपास की फसल को खरपतवारों से मुक्त रखना आवश्यक है। खरपतवार के कारण कपास की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, साथ ही साथ कपास की गुणवत्ता भी खराब होती है।

खरपतवारों की रोकथाम के लिए कपास की फसल में निराई-गुड़ाई समय-समय पर करें। पहली निराई-गुड़ाई बुआई के 15 से 20वें दिन पर तथा दूसरी 50 से 55वें दिन की फसल की अवस्था होने पर करें।

रासायनिक नियंत्रण के लिए, बुवाई के बाद एवं बीज अंकुरित होने से पहले, धानुटॉप (पेंडीमेथालिन 30% EC) 1 लीटर/एकड़ की दर से 200 लीटर में मिलाकर छिड़काव करें। 

बेहतर परिणाम के लिए, खरपतवार नाशक दवा का उपयोग करें और इसके उपयोग के समय इस बात का ध्यान रखें की मिट्टी में नमी जरूर हो।   

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