कपास में पत्ती सुरंग कीट पहुंचाएगा भारी नुकसान, जानें नियंत्रण के उपाय

Measures to control leaf miner in cotton

कपास की फसल में लगने वाले पत्ती सुरंगक कीट आकार में बहुत ही छोटे होते हैं। इसे अंग्रेजी में लीफ माइनर भी कहा जाता है। ये कीट पत्तियों के अंदर जाकर सुरंग की आकृति बनाते हैं। इससे पत्तियों पर सफेद धारीयां नजर आती हैं जिससे पौधों को प्रकाश संश्लेषण क्रिया करने में बाधा उत्पन्न होती है। इन वजहों से पौधे को सही पोषण नहीं मिल पाता है और फसल को भारी नुकसान पहुँचता है। 

रोकथाम: इसका प्रकोप दिखाई देने पर, नीमगोल्ड नीम तेल 1000 मिली/एकड़ या बवेकर्व (बवेरिया बेसियाना 5% WP) 500 ग्राम/एकड़ की दर 200 लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करें। 

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कपास की फसल में न बढ़ने दे खरपतवार, जल्द करें नियंत्रण के उपाय

Measures to control leaf miner in cotton

उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त करने के लिए, कपास की फसल को खरपतवारों से मुक्त रखना आवश्यक है। खरपतवार के कारण कपास की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, साथ ही साथ कपास की गुणवत्ता भी खराब होती है।

खरपतवारों की रोकथाम के लिए कपास की फसल में निराई-गुड़ाई समय-समय पर करें। पहली निराई-गुड़ाई बुआई के 15 से 20वें दिन पर तथा दूसरी 50 से 55वें दिन की फसल की अवस्था होने पर करें।

रासायनिक नियंत्रण के लिए, बुवाई के बाद एवं बीज अंकुरित होने से पहले, धानुटॉप (पेंडीमेथालिन 30% EC) 1 लीटर/एकड़ की दर से 200 लीटर में मिलाकर छिड़काव करें। 

बेहतर परिणाम के लिए, खरपतवार नाशक दवा का उपयोग करें और इसके उपयोग के समय इस बात का ध्यान रखें की मिट्टी में नमी जरूर हो।   

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