खेत में सोलर पम्प लगवाने पर सरकारी देगी किराया, जानें योजना से जुड़े लाभ

कृषि क्षेत्र में बिजली की बढ़ती खपत को पूरा करने के लिए अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके तहत केंद्र सरकार द्वारा देश में कुसुम योजना चलाई जा रही है। इसके माध्यम से सोलर पम्प लगवाने पर सरकार की ओर से भूमि का किराया दिया जाएगा। इस योजना का लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए इसमें तीन घटकों को शामिल किया गया है। 

ये घटक इस प्रकार हैं :-

  • किसान अपनी भूमि पर सोलर प्लांट की स्थापना करके इससे प्राप्त बिजली सरकार को बेच सकते हैं।

  • फसलों की सिंचाई करने के लिए अपने खेत में सोलर पम्प लगवा सकते हैं।

  • किसान भाई फसलों की सिंचाई के लिए और सरकार को बिजली बेचने के लिए भी सोलर पम्प की स्थापना करवा सकते हैं। 

इस योजना के तीनों घटकों का लाभ राजस्थान किसानों को दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने योजना के अन्तर्गत 1 लाख सौलर पम्प स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इस योजना की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए जल्द एक पोर्टल शुरू किया जाएगा। जिसके माध्यम से इच्छुक किसान अपनी जमीन का पंजीकरण करवा सकते हैं। इसकी मदद से किसान जीएसस स्थापित करने के लिए अपनी जमीन को 25 साल तक के लिए लीज किराए पर दे सकते हैं। 

किसान भाईयों के अलावा विकासकर्ता भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना के तहत 8 लाख रूपए की जमीन पर 80 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर वार्षिक लीज किराय दिया जाएगा। वहीं 20 लाख रूपए से अधिक भूमि होने पर 1 लाख 60 हजार तक का प्रति हेक्टेयर के हिसाब से लीज किराया दिया जाएगा। इतना ही नहीं हर दो साल में लीज किराए पर 5% की वृद्धि की जाएगी।

स्रोत: किसान समाधान

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लोन ले कर लगाएं सोलर पावर प्लांट और बिजली की चिंताओं से हो जाएँ मुक्त

Install solar power plant by taking a loan and be free from electricity worries

केंद्र सरकार की कुसुम योजना एक ऐसी योजना है जिसकी सहायता से किसान सौर उर्जा यंत्र व पंप लगा सकते हैं और अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं। यही नहीं किसान सोलर पैनल लगा कर उससे पैदा होने वाली बिजली का उपयोग भी अपनी खेती में कर सकते हैं।

कई राज्य में सोलर उपकरण, पंप और पैनल लगाने के लिए सब्सिडी और ऋण भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में झारखंड में भी किसानों द्वारा सोलर पावर प्लांट लगाने पर ऋण मिल रहे हैं। यह ऋण नाबार्ड व केनरा बैंक के माध्यम से किसान ले सकते हैं। झारखंड सरकार इस योजना के साथ पहले चरण में 50 मेगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य रखा है। बता दें की इस योजना के तहत अभी तक 65 किसानों ने आवेदन कर दिया है।

स्रोत: कृषि जागरण

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कुसुम योजना से किसानों को मिलेगा सोलर पम्प, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जारी है

Kusum scheme will provide solar pump to farmers

कुसुम योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप सब्सिडी दी जाती है। इससे डीजल की खपत पर और कच्चे तेल के आयात में कमी आएगी। इसीलिए सरकार इस योजना को बढ़ावा दे रही है।

इस योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा उपकरण स्थापित करने के लिए किसानों को महज 10% राशि का भुगतान करना होगा। इसके अलावा केंद्र सरकार किसानों को बैंक खाते में सब्सिडी देती है। योजना के अंतर्गत लगने वाले सौर प्लांट बंजर भूमि पर लगाए जाते हैं।

इस योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करने की अंतिम तिथि बढ़ा कर 1 दिसंबर कर दी गई है। अतः अंतिम तारिख से पहले किसान कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://kusum.online/ पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

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जाने कुसुम योजना के तहत सब्सीडी कैसे मिलेगी

  • कुसुम योजना के तहत सौर पैनल लगाने के लिए, किसानों को उपकरणों की कुल लागत का 10 प्रतिशत का भुगतान करना होता है। 
  • शेष राशि में से 30 प्रतिशत का भुगतान केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में किया जाएगा जबकि 30 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा। 
  •  शेष 30 प्रतिशत के लिए, किसान बैंकों से ऋण ले सकते हैं। सरकार भी किसानों को बैंकों से ऋण लेने में मदद करती है।
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क्या आप कुसुम योजना के बारे में जानते है जिसके माध्यम से किसान 10 प्रतिशत पैसे देकर सौर जल पंप प्राप्त कर सकते हैं

  • किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान Mahabhiyan  ( कुसुम ) योजना के तहत किसान किसान बिना किसी बाधा के अपने खेतों में आसानी से सिंचाई कर सकेंगे। 
  • केंद्र सरकार ने एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) कंपनी को इसकी जिम्मेदारी दी है | , 
  • एजेंसी के माध्यम से किसानों को सौर जल पंप उपलब्ध कराया जाएगा।
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