प्याज में कंद के फटने से सम्बंधित रोग का नियंत्रण19/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया एक समान सिंचाई और उर्वरकों की मात्रा उपयोग करने से कंदों को फटने से रोका जा सकता है| धीमी वृद्धि करने वाले प्याज की किस्मों का उपयोग करने से इस विकार को कम कर सकते है| Share
प्याज में कंद के फटने से सम्बंधित रोग की पहचान19/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया कंद फटने के प्रथम लक्षण पौधे के आधार पर दिखाई देते है | प्याज़ के खेत में अनियमित सिंचाई के कारण इस विकार में वृद्धि होती है| खेत में ज्यादा सिंचाई, के बाद में पुरी तरह से सूखने देने एवं अधिक सिंचाई दोबारा करने के कारण कंद फटने लगते है| कंद के फटने के कारण कंदों में मकड़ी (राईज़ोफ़ाइगस प्रजाति) चिपक जाती है| Share
मटर में अंगमारी (झुलसा) और पद गलन रोग का नियंत्रण18/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया स्वस्थ बीजों का उपयोग करें एवं बुवाई से पहले कार्बेन्डाजिम + मेंकोजेब @ 250 ग्राम/ क्विन्टल बीज से बीजोपचार करें। रोग ग्रस्त पौधों पर फूलों के आने पर मैनकोजेब 75% @ 400 ग्राम/एकड़ का छिड़काव करें एवं 10-15 दिन के अंतराल से पुनः छिड़काव करें । थायोफनेट मिथाइल 70% डब्ल्यूपी @ 250 ग्राम/एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें| या क्लोरोथ्रोनिल 75% WP @ 250 ग्राम/एकड़ छिड़काव करें। रोगग्रस्त पौधों को निकालकर नष्ट करें । जल निकास की उचित व्यवस्था करें । Share
मटर में अंगमारी (झुलसा) और पद गलन रोग की पहचान18/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया पत्तियों पर गहरे भूरे किनारे वाले गोल कत्थई से लेकर भूरे रंग के धब्बे पाये जाते है । तनों पर बने विक्षत धब्बे लंबे, दबे हुये एवं बैगनी-काले रंग के होते है । ये विक्षत बाद में आपस में मिल जाते है और पूरे तने को चारों और से घेर लेते है । फलियों पर लाल या भूरे रंग के अनियमित धब्बे दिखाई देते है । रोग की गंभीर अवस्था में पौधे का तना कमजोर होने लगता है | Share
जाने कुसुम योजना के तहत सब्सीडी कैसे मिलेगी17/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया कुसुम योजना के तहत सौर पैनल लगाने के लिए, किसानों को उपकरणों की कुल लागत का 10 प्रतिशत का भुगतान करना होता है। शेष राशि में से 30 प्रतिशत का भुगतान केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में किया जाएगा जबकि 30 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा। शेष 30 प्रतिशत के लिए, किसान बैंकों से ऋण ले सकते हैं। सरकार भी किसानों को बैंकों से ऋण लेने में मदद करती है। Share
क्या आप कुसुम योजना के बारे में जानते है जिसके माध्यम से किसान 10 प्रतिशत पैसे देकर सौर जल पंप प्राप्त कर सकते हैं17/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान Mahabhiyan ( कुसुम ) योजना के तहत किसान किसान बिना किसी बाधा के अपने खेतों में आसानी से सिंचाई कर सकेंगे। केंद्र सरकार ने एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) कंपनी को इसकी जिम्मेदारी दी है | , एजेंसी के माध्यम से किसानों को सौर जल पंप उपलब्ध कराया जाएगा। Share
गेंदे की बढ़ती माँग ने बनाया है इसे फायदे की फसल14/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया सिर दर्द, सूजन, दांत दर्द, घाव और कई त्वचा की समस्याओं जैसे औषधीय प्रयोजनों के लिए मैरीगोल्ड्स अत्यधिक मूल्यवान हैं। मेकअप, रंग भरने वाले भोजन (स्ट्यू, सूप, पुडिंग आदि) और कपड़ों और औषधीय उपयोगों के लिए गेंदे की पंखुड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है । मोमबत्तियों में अर्क के रूप में भी गेंदे का इस्तेमाल किया जाता है। बर्साइटिस या बर्सा थैली कैंसर जैसी बीमारी के उपचार में भी इसका प्रयोग किया जाता है| Share
धनिया की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी और जलवायु14/12/201925/09/2023 पर प्रकाशित किया गया अच्छी तरह जल निकास वाली दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए अच्छी मानी जाती हैं। वर्षा आधारित खेती के लिए चिकनी मिट्टी अच्छी होती है जिसका pH 6-8 होनी चाहिए। धनिया की फसल हेतु उपयुक्त तापमान 20-25 oC होता हैं| ठंडी और शुष्क जलवायु इसकी फसल के लिए अच्छी मानी जाती हैं। Share
मटर में माहु का नियंत्रण13/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया मटर में माहु का नियंत्रण:- हरे रंग के छोटे कीट होते है । वयस्क, बड़े नाशपाती के आकार वाले हरे, पीले या गुलाबी रंग के होते है। हानि :- पत्तियों, फूलों व फल्लियों से रस चूसते है । प्रभावित पत्तियां मुड़ जाती है व टहनियां छोटी रह जाती है । यह कीट मीठे पदार्थ का रिसाव करते है जो सूटी मोल्ड को विकसित करते है । Share
Control of Root-Knot Nematode in Tomato12/12/201911/01/2021 पर प्रकाशित किया गया प्रतिरोधक किस्मों को उगाये| ग्रीष्म ऋतू में भूमि की गहरी जुताई करें| नीम खली 80 किलो प्रति एकड़ की दर से देना चाहिए| कार्बोफ्युरोन 3% G 8 किलो प्रति एकड़ की दर से देना चाहिए| पेसिलोमाइसेस लिलासिनास -1% डब्ल्यूपी, बीज उपचार के लिए 10 ग्राम/किलोग्राम बीज, 50 ग्राम/मीटर वर्ग नर्सरी उपचार, 2.5 से 5 किलो/हेक्टेयर जमीन से देने के लिए | Share