मध्य भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में गर्मी का दौर जारी है। कई क्षेत्रों में तो तापमान 40 डिग्री का आंकड़ा छूने के कगार पर है। गुजरात, मध्य प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र, महाराष्ट्र के कई क्षेत्र में तापमान बहुत अधिक है और आने वाले दिनों में तापमान के और अधिक बढ़ने की संभावना है।
इस रोग का मुख्य लक्षण प्याज़ की जड़ों का गुलाबी हो जाना होता है।
जैसे – जैसे इस रोग का प्रकोप बढ़ता है वैसे वैसे इसके प्रभाव से जड़ें काली होकर सूख जाती हैं।
इसके कारण कंद का विकास बहुत अधिक प्रभावित होता है।
इसके निवारण के लिए निम्र उत्पादों का उपयोग करें
कीटाजिन 48% EC@ 400 मिली/एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W@ 300 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
जैविक उपचार के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें एवं स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
पीत शिरा विषाणु मूंग में लगने वाला एक प्रमुख विषाणु जनित रोग है।
यह सफ़ेद मक्खी के कारण फैलता है एवं इसके कारण फसल को 25-30% तक नुकसान होता है।
इस रोग के लक्षण पौधे की सभी अवस्थाओं में नजर आ सकते हैं।
इसके कारण पत्तियों की शिराएं पीली पड जाती हैं एवं पत्तियों पर जाल जैसी संरचना बन जाती है।
इसके निवारण के लिए एसिटामिप्रीड 20% SP @ 100 ग्राम/एकड़ या डायफैनथीयुरॉन 50% WP @ 250 ग्राम/एकड़ या पायरीप्रोक्सीफैन 10% + बॉयफैनथ्रिन 10% EC@ 250 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
मध्य भारत में एक विपरीत भूचक्रवातीय क्षेत्र बना हुआ है जिसके कारण हवाएं नीचे की तरफ चल रही हैं। ये हवाएं काफी गरम हैं जिसकी वजह से इन क्षेत्रों में तापमान लगातार बढ़ रहा है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में मौसम साफ़ भी रहा है। उम्मीद हैं की दक्षिणी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़ और गुजरात के साथ-साथ महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में काफी तेज गर्मी के साथ तेज धूप भी रहेगी। फिलहाल इन इलाकों में गर्मी से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं नजर आ रही है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से देश के करोड़ों किसानों को लाभ हो रहा है। पर कई जगहों पर इस योजना का पैसा अपात्र किसानों को भी चला जा रहा है जिसे रोकने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब इस योजना को लेकर एक नया बदलाव होने जा रहा है।
पीएम किसान योजना के सभी पात्र किसानों को फायदा आसानी से मिले इसके लिए केंद्र सरकार ने देश के सभी ग्राम पंचायतों में योजना के लाभार्थियों की सूची लगाने का निर्देश दिया है। यह कार्य सभी राज्य सरकार को करना ज़रूरी होगा।
इससे वैसे सभी नकली किसान जो अब तक इस योजना का लाभ उठा रहे थे अब नहीं उठा पाएंगे। सरकार के इस नए निर्णय से गांव के हर व्यक्ति को यह जानकारी मिल जायेगी की योजना का लाभ कौन-कौन उठा रहा है और इससे फर्जीवाड़ा करने वाले की पहचान भी आसानी से हो जाएगी।
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जरूरतमंद किसानों को आर्थिक मदद दी जाती हैं। इस योजना के तहत लाभार्थी को सालाना 6 हजार रूपये दिए जाते हैं। इस 6 हजार रूपये को 2-2 हजार रूपए के 3 किस्तों में किसानों को भेजा जाता है।
अब तक इस योजना के अंतर्गत 7 किस्तें जमा हुई हैं और अब आठवीं किस्त का इंतजार हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसकी आठवीं क़िस्त मार्च महीने के अंत तक जारी की जायेगी।
इस योजना के अंतर्गत अपना नाम चेक करने के लिए पीएम किसान योजना की वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर मौजूद फार्मर कार्नर पर क्लिक करें। इसके बाद बेनेफिशरी स्टेटस पर क्लिक करें। अब नया पेज खुलने के बाद अपना आधारकार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट नंबर को सत्यापित करें। इसके बाद आपको पता चल जाएगा की आपके खाते में पैसे आए या नहीं ।
प्याज हर भारतवासी के रसोई में हमेशा मौजूद रहता है इसी कारण इसकी खपत सालों भर होती रहती है। प्याज की खेती करने वाले किसान भाई अगर प्याज की फसल को अच्छा पोषण दें तो उत्पादन को बहुत ज्यादा बढ़ाया जा सकता है। कुछ ऐसा ही किया मध्य प्रदेश के ग्राम साकरी के निवासी श्री वीरेंद्र सिंह सोलंकी जी ने।
पिछले वर्ष वीरेंद्र जी ने अपनी प्याज की फसल को बेहतर पोषण देने के लिए ग्रामोफ़ोन के प्याज समृद्धि किट का इस्तेमाल किया। प्याज समृद्धि किट इस्तेमाल करने से उन्हें अपनी प्याज की फसल से जबरदस्त उत्पादन प्राप्त हुआ।
पहले जहाँ वीरेंद्र जी अपने 5 एकड़ के खेत से लगभग 160 क्विंटल प्रति एकड़ का प्याज उत्पादन लेते थे वहीं ग्रामोफ़ोन प्याज समृद्धि किट के उपयोग के बाद यह उत्पादन बढ़ कर 200 क्विंटल प्रति एकड़ हो गई। इसका मतलब हुआ की वीरेंद्र जी ने अपने 5 एकड़ के खेत में 1000 क्विंटल जबरदस्त उपज प्राप्त की।
वर्तमान में प्याज की खेती करने वाले किसान भाई वीरेंद्र जी की ही तरह अपनी फसल में प्याज समृद्धि किट का इस्तेमाल कर सकते हैं। ग्रामोफ़ोन ने प्याज के अलावा लहसुन, गेहूँ, चना, मटर आदि अन्य कई फसलों के लिए विशेष समृद्धि किट तैयार करवाए हैं। आप अपनी इन फसलों में भी किट का इस्तेमाल कर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। समृद्धि किट ऑर्डर करने के लिए आप या तो टोल फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्डकॉल करें या फिर ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप के बाजार सेक्शन में जाकर ऑर्डर करें।