आपकी मिर्च फसल के लिए अगली गतिविधि

रोपाई से 6 से 8 दिन पहले- उठी हुई क्यारियों (बेड) की तैयारी और मिर्च की पौध के मध्य दुरी

पंक्ति से पंक्ति की दूरी 2 फुट रखते हुए कुंड और मेढ़ तैयार करें। यदि ड्रिप सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो तो खरपतवारों को रोकने और प्रकाश संश्लेषण क्रिया को बढ़ावा देने के लिए प्लास्टिक मल्च का इस्तेमाल करे|

Share

आपकी मिर्च फसल के लिए अगली गतिविधि

रोपाई के 9 से 10 दिनों पहले – रोपाई के लिए मुख्य खेत की तैयारी

5 मैट्रिक टन सड़ी गोबर की खाद मिर्च समृद्धि किट को अच्छी तरह से मिलाये और प्रति एकड़ की दर से खेत में बिखेर दे|

Share

आपकी मिर्च फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के 20-25 दिन बाद- नर्सरी में मकड़ी और फफूंद जनित रोगों का प्रबंधन

वानस्पतिक वृद्धि को बढ़ाने और इस समय फसल में मकड़ी एवं फफूंदजनित रोग का प्रकोप रोकने के लिए ह्यूमिक एसिड, एमिनो एसिड, सीवीड एक्सट्रेक्ट (विगरमैक्स जेल) 40 ग्राम + मेटलैक्सिल 8% + मैंकोजेब 64% WP (संचार) 60 ग्राम+ अबामेक्टिन अबासीन 15 मिली प्रति पंप की दर से छिडकाव करे । 

Share

आपकी मिर्च फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के 10-15 दिन बाद- नर्सरी में थ्रिप्स प्रबंधन

थ्रिप्स और फफूंद रोग के प्रबंधन थियामेथोक्साम 25% WP (थायोनोवा) 10 ग्राम/पंप + थियोफैनेट मिथाइल 70% W / w (मिल्डूविप) 30 ग्राम /पंप का छिड़काव करें। बेहतर वनस्पतिक विकास के लिए ह्यूमिक एसिड (मेक्सरूट) 10 ग्राम / पंप दर से मिलाकर स्प्रे करे ।

Share

आपकी मिर्च फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के 1 दिनों पहले -बीज़ उपचार एवं बुवाई की तैयारी

बीज को मिट्टी में फफूंद से बचाने के लिए बीजों को कार्बोक्सिन 17.5%+ थायरम 17.5%(विटावैक्स पावर) 3 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63%(साफ) 3.5 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज या ट्रायकोडर्मा विरिडी (राइजोकेयर) 10 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज या स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस (मोनास कर्ब) 10 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से उपचारित करें। फिर बीज को तैयार उठी हुई क्यारियों (बेड) में छिटक दे |

Share

आपकी मिर्च फसल के लिए अगली गतिविधि

 बुवाई के 8 से 10 दिनों पहले -नर्सरी की तैयारी के लिए

खेत पर 10 किलो सड़ी गोबर की खाद (FYM) + DAP 1 किलो + हुमीक एसिड (मेक्सरूट) 50 ग्राम/प्रति वर्ग मीटर फैलाएं| उसके बाद 10 सेमी जमीन से उठी हुई और सुविधाजनक लम्बाई व चौड़ाई रख कर उठी हुई क्यारियों (बेड) तैयार करें। हल्की सिंचाई दें।

Share

आपकी मिर्च फसल के लिए अगली गतिविधि

रोपाई के 135-150 दिन बाद- इल्ली एवं रस चूसक कीट और कवक रोगों को नियंत्रित करने के लिए

इल्ली एवं रस चूसक कीट और कवक रोगों को नियंत्रित करने के लिए 00:00:50 1 किलो + पायरीप्रोक्सीफैन 10% + बॉयफैनथ्रिन 10% EC (प्रूडेंस) 250 मिली + मेटिराम 55% + पायराक्लोस्ट्रोबिन 5% WG (क्लच) 600 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिलकर छिड़काव करे |

Share

इन योगासनों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं और कोरोना से बचें

With these Yogas increase the body's immunity and avoid corona

कोरोना महामारी की दूसरी लहर से पूरा भारत परेशान है। इस साल संक्रमण बहुत तेजी से फ़ैल रहा है। हालाँकि जिन लोगों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है उन्हें इस संक्रमण से ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है। आज के इस वीडियो में देखिये कुछ ऐसे योगासनों की जानकारी जो आपको कोरोना से बचाएंगे और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाएंगे।

वीडियो स्रोत: ज़ी न्यूज़

ये भी पढ़ें: कोरोना का टीका लगवाने के लिए घर बैठे करें रजिस्ट्रेशन, जानें पूरी प्रक्रिया

कृषि व कृषकों के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। नीचे दिए गए शेयर बटन पर क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ साझा करें।

Share

कम पानी में भी सब्जी वर्गीय फसल से ले सकते हैं अच्छा उत्पादन

How to make water available in vegetable crops during water shortage in the summer season
  • गर्मियों के मौसम में सब्जी वर्गीय फसलों की बहुत ज्यादा मांग होती है।

  • पर किसानों के पास सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं होता है इस कारण किसान सब्ज़ी वर्गीय फसलों से ज्यादा लाभ प्राप्त नहीं कर पाते हैं।

  • सिंचाई के पानी की कमी होने पर भी अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं इसके लिए सब्जियों वाली फसलों की सीधे धूप वाली जगह पर बुआई नहीं करनी चाहिए।

  • फसल की सिंचाई की व्यवस्था इस प्रकार करनी चाहिए की कम पानी में भी फसल का उत्पादन अच्छे से हो पाए।

  • ड्रिप सिचाई, फव्वारा सिचाई या बागवानी पानी के बर्तन से भी सीधे पौधे की जड़ों के पास पानी दिया जा सकता है।

  • इस प्रकार कम पानी में भी अच्छी फसल उगाई जा सकती है।

अपनी फसल के खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share

आज मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में हो सकती है बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

देश के कई राज्यों में प्री मॉनसून वर्ष हो रही है। 5 मई को मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में बारिश की संभावना है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड पंजाब तथा हरियाणा और उत्तर प्रदेश के तराई वाले क्षेत्रों में भी बारिश की संभावना है। पूर्वी भारत में बिहार झारखंड और पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा तथा पूर्वोत्तर राज्यों में भी काल बैसाखी का प्रकोप है जिसके कारण भारी वर्षा हो सकती है।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share