आपकी सोयाबीन फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 21 से 25 दिनों में – इल्ली प्रबंधन के लिए एवं जड़ों विकास के लिए

बीटल और विभिन्न प्रकार के लार्वा स्प्रे के प्रबंधन के लिए लैंबडा-सायलोथ्रिन 4.9% सीएस (एलओसी ++) 200 मिली या प्रोफेनोफॉस 50% एससी (सेलेक्रॉन) 500 मिली + कार्बेन्डाजिम 12% + मेंकोजेब 63% डब्ल्यूपी (साफ) 300 ग्राम 200 लीटर में। प्रति एकड़ मिलाये । बेहतर विकास के लिए इस छिड़काव में सीवेड एक्सट्रेक्ट (विगोर्मैक्सक्स जेल) 400 मिली प्रति एकड़ डालें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी सोयाबीन फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 15 से 20 दिनों में-अत्यधिक जल जमाव को रोकने के लिए

वानस्पतिक अवस्था के दौरान फसल को दूसरी सिंचाई दें। जड़ सड़न, विल्ट जैसी बीमारियों से बचाव के लिए अतिरिक्त पानी को बाहर निकालें। मिट्टी की नमी के आधार पर 7 से 10 दिनों के अंतराल पर अगली सिंचाई करें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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बुवाई के बाद 3 से 5 दिनों में- पूर्व उद्भव खरपतवारो के नियंत्रण के लिए

अंकुरण से पहले खरपतवारों के प्रबंधन के लिए इमिजाथपायर 2% + पेन्डीमिथालिन 30% EC (वेलोर 32) 1 लीटर या डिक्लोसुलम 84% WDG (मार्क), 12.4 ग्राम / एकड़ 200 ग्राम पानी में मिलाकर छिड़काव करें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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बुवाई के बाद 1 से 2 दिनों में -फसल को प्राथमिक पोषक तत्व प्रदान करने के लिए

बुवाई के ठीक बाद पहली सिंचाई दें और नीचे उर्वरक की बेसल खुराक लागू करें। इन सभी को मिलाएं और मिट्टी में फैलाएं-, डीएपी- 40 किग्रा, एमओपी- 20 किग्रा, कार्टाप हाइड्रोक्लोराइड 3 किग्रा, जिंक सल्फेट 3 किग्रा, सल्फर 5 किग्रा प्रति एकड़। अधिक जानें तो हमारे टोल-फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्ड कॉल दें।

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आपकी सोयाबीन फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के 0 से 3 दिन पहले-बीज़ों को कवक जनित रोगो से बचने के लिए

बीज को फफूंद से बचाने के लिए बीजों को कार्बोक्सिन 17.5%+ थायरम 17.5% ( विटावैक्स पावर) 2.5 ग्राम/किलो बीज या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% (साफ) 2.5 ग्राम /किलो बीज + थियामेंथोक्साम (रेनो ) 4 मिली/ किलोग्राम बीज के हिसाब और ट्रायकोडर्मा विरिडी (राेजोकेयर) 5 ग्राम प्रति किलो बीज़ से उपचारित करें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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बुवाई के 8 से 10 दिन पहले-मिट्टी की संरचना सुधारने के लिए

FYM के 500 किग्रा + मेट्राजियम एसपीपी (कालीचक्र) 1 किग्रा + सोया समृद्धि किट प्रति एकड़ की दर से ठीक से मिलाएं और एक एकड़ क्षेत्र की मिट्टी में फैलाएं। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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देश का पहला ऑटोमेटिक हाइब्रिड ट्रैक्टर हुआ लॉन्च, 50% तक बचाएगा ईंधन

Country's first automatic hybrid tractor launched

भारतीय ट्रैक्टर बाजार में पहली बार हाइब्रिड ट्रैक्टर को लॉन्च किया गया है।
Proxecto के हाइब्रिड ट्रैक्टर का नाम HAV S1 है और इसमें कई एडवांस फीचर्स व तकनीक को शामिल किया गया है।

वर्तमान समय में HAV S1 ट्रैक्टर भारत का इकलौता हाइब्रिड ट्रैक्टर है, जो बिना किसी बैटरी पैक के साथ आता है। यह ट्रैक्टर अलग-अलग ईंधन के विकल्पों पर चलाया जा सकता है। यही नहीं, अगर इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध हो, तो इस ट्रैक्टर को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ट्रैक्टर की निर्माता कंपनी के अनुसार, इसका S1 मॉडल आम ट्रैक्टर के मुकाबले 28% और S2 मॉडल करीब 50% तक ईंधन बचाता है।

इस ट्रैक्टर के बेस मॉडल HAV S1 50HP की आरंभिक कीमत 9.49 लाख रुपये है, वहीं इसके टॉप वेरिएंट S1+ की कीमत 11.99 लाख रुपये निर्धारित की गई है। इसका एक और मॉडल S1 45HP भी है और इसकी कीमत 8.49 लाख रुपये है।

स्रोत: कृषि जागरण

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11 से 16 मई तक मध्यप्रदेश के इन जिलों में होगी बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

मध्य प्रदेश के कई जिलों में इस हफ्ते भी होती रहेगी बारिश। भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, मुरैना, श्योपुर, भिंड, ग्वालियर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, इंदौर, धार, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, बालाघाट, छिंदवाड़ा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, कटनी। मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, डिंडोरी, बैतूल, हरदा, होशंगाबाद, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, नीमच , शाजापुर, उज्जैन समेत सभी भागों कैसा रहेगा मौसम। देखें मौसम पूर्वानुमान।

वीडियो स्रोत: मौसम तक

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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भिंडी की फसल में एफिड एवं जैसिड का ऐसे करें नियंत्रण

How to control aphid and jassid in okra crop
  • एफिड एवं जैसिड रस चूसक कीटों की श्रेणी में आते हैं। ये नरम शरीर के छोटे कीट होते हैं जो पीले, भूरे, हरे या काले रंग के हो सकते हैं।

  • ये आमतौर पर छोटी पत्तियों और टहनियों के कोनों पर समूह बनाकर पौधे से रस चूसते हैं तथा चिपचिपा मधु रस (हनीड्यू) छोड़ते हैं। इससे फफूंदजनित रोगों की संभावनाएं बढ़ जाती है।

  • इसके गंभीर संक्रमण के कारण पत्तियां और टहनियां कुम्हला सकती हैं एवं पीली होकर सिकुड़ कर मुड़ जाती हैं।

  • इसके अत्यधिक आक्रमण की अवस्था में पत्तियाँ सूख जाती हैं व धीरे-धीरे पूरा पौधा सूख जाता है।

  • एफिड एवं जेसिड कीट से बचाव हेतु थायोमेथोक्सोम 25% WG @ 100 ग्राम/एकड़ या इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL @ 100 मिली/एकड या फ्लूनेकामाइड 50% WG @ 60 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • इसके जैविक बचाव के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।

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मिलेंगे 4000 रुपए अगर 30 जून तक कर लिया पीएम किसान योजना से जुड़ा ये काम

pradhan mantri kisan samman nidhi yojna

अगर आपने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, तो आप आगामी 30 जून तक अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लें। ऐसा करने से आपको एक साथ डबल फायदा मिल जाएगा। ऐसा करने से आपको इस साल की दोनों किस्त एक साथ मिल जायेगी।

इस योजना में अगर आप जून महीने में रजिस्ट्रेशन कर देते हैं, और यह सफलता से अप्रूव्ड हो गया तो जून या जुलाई में आपको 2 हजार रुपए की इस साल की पहली किस्त मिल जाएगी। वहीं अगस्त में आपको फिर से 2 हजार रुपए की दूसरी किस्त भी मिल जाएगी।

स्रोत: कृषि जागरण

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