एजोटोबैक्टर जैव उर्वरक का फसलों के लिए महत्व
-
एजोटोबैक्टर एक जीवाणु है जो जैविक खाद के रूप में उपयोग किया जाता है।
-
यह एक जैविक उत्पाद है जो के फसलों में नत्रजन स्थिरीकरण, के लिए उपयोग किया जाता है।
-
यह जैव उर्वरक सभी प्रकार की गैर दलहनी फसलें (दलहनी जाति की फसलों को छोड़कर) में प्रयोग किया जा सकता है।
-
इसकी वजह से फसलों के उत्पादन में 10 से 20 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी होती है तथा फलों एवं दानों का प्राकृतिक स्वाद बना रहता है।
-
इस जैविक उर्वरक का उपयोग करने से 20 से 30 किग्रा० नत्रजन की बचत भी की जा सकती है।
-
इसका उपयोग करने से फसलों का अंकुरण शीघ्र होता है तथा जड़ों का विकास अधिक एवं शीघ्र होता है।
-
इसके उपयोग से फसलों में रोगजनकों के प्रति प्रतिरोधकता बढ़ जाती है।
Shareस्मार्ट कृषि एवं उन्नत कृषि उत्पादों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। उन्नत कृषि उत्पादों व यंत्रों की खरीदी के लिए ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाना ना भूलें।
इंदौर समेत मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में अच्छी बारिश की संभावना, जानें मौसम पूर्वानुमान
अगस्त महीने में पहला निम्न दबाव बंगाल की खाड़ी पर बना है जो पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए मध्य भारत को बारिश देगा। इसके साथ ही दिल्ली सहित पंजाब हरियाणा, उत्तर प्रदेश तथा बिहार में भी बारिश बढ़ेगी। पश्चिम बंगाल में भी कई स्थानों पर तेज बारिश की संभावना है। दक्षिण भारत में मानसून की चाल कमजोर रहेगी।
स्रोत: स्काइमेट वेदर

Shareमौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।
16 अगस्त को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?
वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 16 अगस्त के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?
वीडियो स्रोत: यूट्यूब
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।
मिर्च की फसल में थ्रिप्स के प्रकोप को ऐसे करें नियंत्रित
-
यह छोटे एवं कोमल शरीर वाले हल्के पीले रंग के कीट होते हैं, इस कीट का शिशु कीट एवं वयस्क कीट दोनों ही मिर्च की फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। यह पत्तियों की ऊपरी सतह पर अधिक मात्रा में एवं पत्तियों की निचली सतह पर भी पाए जाते हैं।
-
ये अपने तेज मुखपत्र के साथ मिर्च की फसल की पत्तियों और एवं फूलों का रस चूसते हैं। थ्रिप्स के प्रकोप से पत्तियां किनारों से भूरी हो जाती हैं, एवं प्रभावित पौधे की पत्तियां सुखी एवं मुरझाई हुई दिखाई देती हैं साथ ही विकृत होकर ऊपर की ओर मुड़ जाती हैं।
-
रासायनिक प्रबंधन: थ्रिप्स के प्रकोप के निवारण के लिए फिप्रोनिल 5% SC @ 400 मिली/एकड़ या लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 4.9% CS @ 250 मिली/एकड़ या स्पिनोसेड 45% SC @ 75 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
-
जैविक प्रबधन: इस कीट के नियंत्रण के लिए बवेरिया बेसियाना @ 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
-
मिर्च की फसल के अच्छे विकास एवं थ्रिप्स के कारण हुई क्षति में सुधार के लिए, सीवीड एक्सट्रेक्ट + एमिनो एसिड + फल्विक एसिड (विगरमैक्स जेल) का 400 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव अवश्य करें।
स्मार्ट कृषि एवं उन्नत कृषि उत्पादों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। उन्नत कृषि उत्पादों व यंत्रों की खरीदी के लिए ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाना ना भूलें।
Share
घर की छत पर उगाएं सब्जियां, सरकार देगी 25 हजार की सब्सिडी
घर की छत का उपयोग कर आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। कई लोग घर की छत पर बागबानी करते हैं और कई तरह की फसलें उगाते हैं। इससे ना सिर्फ आपको अपने घर पर ताज़ी सब्जियां प्राप्त हो जाएंगी बल्कि आप अतिरिक्त कमाई भी कर पाएंगे।
अपने छत पर बागबानी फसल लगाने के लिए बिहार सरकार सब्सिडी भी उपलब्ध करवाती है। दरअसल बिहार सरकार छत बागवानी योजना चला रही है। यह योजना पिछले 2 साल से चलाई जा रही है। इस साल के लिए भी सरकार नेइच्छुक व्यक्तियों से आवेदन मांगे हैं।
इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए उधान निदेशालय के horticulture.bihar.gov.in के डैशबोर्ड पर बने Roof top Gardening लिंक पर ऑनलाइन आवेदन की जा सकती है।
स्रोत: किसान समाधान

Shareकृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।
बारिश से फसल हुई ख़राब तो ऐसे पाएं मुआवजा, यहाँ दें सूचना
इस वर्ष देश के कई प्रदेशों में मानसून की बारिश के कारण खरीफ फसलों को काफी क्षति पहुंची है। कई क्षेत्रों में फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई। बहरहाल फसल क्षति की भरपाई हेतु “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना” चलाई जा रही है। इस योजना का लाभ वैसे किसान ले सकते हैं जिन्होंने अपनी फसल का बीमा करवा रखा हो।
बीमित किसानों को अपनी फसल क्षति की सूचना देनी होगी और अपने खेतों का सर्वे करवाना होगा। ऐसा करने से आपकी फसल को हुई क्षति का आकलन किया जाएगा और आपको मुआबजे की रकम उपलब्ध करवाई जायेगी। फसल क्षति की सूचना आप राष्ट्रीय फसल योजना एनसीआईपी के वेब पोर्टल www.pmfby.gov.in तथा फसला बीमा ऐप के माध्यम से दे सकते हैं।
स्रोत: किसान समाधान
Shareआपकी कृषि जरूरतों से जुड़ी ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिए प्रतिदिन पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख और अपनी कृषि समस्याओं की तस्वीरें समुदाय सेक्शन में पोस्ट कर प्राप्त करें कृषि विशेषज्ञों की सलाह।
मध्य प्रदेश में फिर सक्रिय होगा मानसून, जानें कहाँ होगी बारिश?
अगले 2-3 दिनों मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में फिर एक बार मानसून सक्रिय हो सकता है और बारिश बढ़ सकती है। 19 अगस्त से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश में बारिश की शुरुआत हो सकती है। उड़ीसा से लेकर के गुजरात और राजस्थान तक अगले 1 सप्ताह के दौरान बारिश बढ़ेगी। तेलंगाना, टटिया कर्नाटका केरल तथा तमिलनाडु में भी अच्छी बारिश की संभावना है।
स्रोत: स्काइमेट वेदर

Shareमौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।
अगले हफ्ते किन फसलों के भाव में आएगी तेजी, जानें विषेशज्ञों का आकलन
वीडियो के माध्यम से जानें आने वाले दिनों में किस फसल के भाव में आ सकती है तेजी।
वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।
इस दिन से मध्य प्रदेश में फिर बढ़ेगी बारिश, जानें मौसम पूर्वानुमान
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पूर्वी गुजरात और दक्षिणी राजस्थान में निम्न दबाव के प्रभाव से बारिश के आसार बन रहे हैं। इस बार का ब्रेक मानसून 10 दिन का है। अगस्त से 18 अगस्त तक। 19 अगस्त से दिल्ली सहित उत्तर भारत में इसकी गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। बिहार और उत्तर प्रदेश के तराई वाले जिलों में अच्छी बारिश के आसार हैं।
स्रोत: स्काइमेट वेदर

Shareमौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।
