मंडी |
फसल |
न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में) |
अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में) |
रतलाम |
आलू |
18 |
22 |
रतलाम |
पपीता |
12 |
16 |
रतलाम |
हरी मिर्च |
20 |
24 |
रतलाम |
नींबू |
160 |
– |
रतलाम |
कद्दू |
8 |
10 |
रतलाम |
टमाटर |
28 |
35 |
रतलाम |
आम |
42 |
45 |
रतलाम |
आम |
55 |
58 |
रतलाम |
संतरा |
35 |
40 |
जयपुर |
अनन्नास |
35 |
40 |
जयपुर |
कटहल |
18 |
– |
जयपुर |
नींबू |
70 |
80 |
जयपुर |
आम |
50 |
60 |
जयपुर |
आम |
45 |
– |
जयपुर |
नींबू |
70 |
75 |
जयपुर |
हरा नारियल |
36 |
38 |
जयपुर |
अदरक |
30 |
– |
जयपुर |
आलू |
13 |
15 |
जयपुर |
तरबूज |
7 |
– |
जयपुर |
कच्चा आम |
25 |
– |
जयपुर |
प्याज |
11 |
12 |
जयपुर |
प्याज |
13 |
– |
जयपुर |
प्याज |
14 |
– |
जयपुर |
प्याज |
4 |
5 |
जयपुर |
प्याज |
6 |
7 |
जयपुर |
प्याज |
8 |
9 |
जयपुर |
प्याज |
10 |
– |
जयपुर |
लहसुन |
12 |
15 |
जयपुर |
लहसुन |
18 |
22 |
जयपुर |
लहसुन |
25 |
28 |
जयपुर |
लहसुन |
32 |
38 |
जयपुर |
लहसुन |
10 |
12 |
जयपुर |
लहसुन |
15 |
18 |
जयपुर |
लहसुन |
22 |
25 |
जयपुर |
लहसुन |
30 |
32 |
दिल्ली |
नींबू |
50 |
120 |
दिल्ली |
कटहल |
16 |
18 |
दिल्ली |
अदरक |
30 |
32 |
दिल्ली |
अनन्नास |
50 |
52 |
दिल्ली |
तरबूज |
5 |
8 |
दिल्ली |
आम |
40 |
60 |
रतलाम |
लहसुन |
7 |
13 |
रतलाम |
लहसुन |
13 |
21 |
रतलाम |
लहसुन |
22 |
33 |
रतलाम |
लहसुन |
34 |
52 |
वाराणसी |
प्याज |
8 |
9 |
वाराणसी |
प्याज |
11 |
– |
वाराणसी |
प्याज |
12 |
– |
वाराणसी |
प्याज |
6 |
7 |
वाराणसी |
प्याज |
8 |
9 |
वाराणसी |
प्याज |
9 |
10 |
वाराणसी |
लहसुन |
8 |
12 |
वाराणसी |
लहसुन |
15 |
25 |
वाराणसी |
लहसुन |
25 |
30 |
वाराणसी |
लहसुन |
30 |
35 |
दिल्ली |
प्याज |
7 |
8 |
दिल्ली |
प्याज |
8 |
9 |
दिल्ली |
प्याज |
9 |
10 |
दिल्ली |
प्याज |
11 |
– |
दिल्ली |
प्याज |
8 |
9 |
दिल्ली |
प्याज |
9 |
10 |
दिल्ली |
प्याज |
10 |
11 |
दिल्ली |
प्याज |
12 |
13 |
दिल्ली |
प्याज |
6 |
7 |
दिल्ली |
प्याज |
7 |
8 |
दिल्ली |
प्याज |
9 |
10 |
दिल्ली |
प्याज |
10 |
11 |
दिल्ली |
लहसुन |
15 |
20 |
दिल्ली |
लहसुन |
25 |
30 |
दिल्ली |
लहसुन |
35 |
40 |
दिल्ली |
लहसुन |
45 |
50 |
दिल्ली |
लहसुन |
20 |
25 |
दिल्ली |
लहसुन |
26 |
30 |
दिल्ली |
लहसुन |
30 |
35 |
दिल्ली |
लहसुन |
40 |
45 |
लखनऊ |
प्याज |
11 |
12 |
लखनऊ |
प्याज |
13 |
– |
लखनऊ |
प्याज |
14 |
– |
लखनऊ |
प्याज |
9 |
10 |
लखनऊ |
प्याज |
11 |
12 |
लखनऊ |
लहसुन |
10 |
15 |
लखनऊ |
लहसुन |
20 |
25 |
लखनऊ |
लहसुन |
30 |
35 |
लखनऊ |
लहसुन |
40 |
45 |
शाजापुर |
प्याज |
2 |
3 |
शाजापुर |
प्याज |
4 |
5 |
शाजापुर |
प्याज |
8 |
9 |
इंदौर मंडी में 21 मई को क्या रहे लहसुन के भाव?
वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के इंदौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव?
वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।
गेहूँ भाव में जबरदस्त तेजी, देखें 21 मई को देश के प्रमुख मंडियों के भाव
गेहूँ भाव में कितनी तेजी या मंदी देखने को मिल रही है? वीडियो के माध्यम से देखें अलग अलग मंडियों में क्या चल रहा है गेहूँ का भाव !
स्रोत: बाजार इन्फो इंडिया
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। जानकारी पसंद आये तो लाइक और शेयर जरूर करें।
अब किसानों को होगा सीधा लाभ, सरकार ने ये काम किया अनिवार्य
किसानों की आर्थिक मदद करने के लिए राज्य सरकारें कई योजनाएं चला रही हैं। इन्हीं में से एक है फसल बीमा योजना। इसकी मदद से किसान भाई फसल को होने वाले नुकसान की भरपाई आसानी से कर सकते हैं।
हालाँकि कई बार ऐसा देखा गया है की लोग इस योजना का लाभ लेने के लिए फर्जी तरीका भी अपनाते हैं। जिसके चलते वे एक ही खेत के लिए एक से ज्यादा बार कर्ज और मुआवजा ले लेते हैं। जहां कई बार समय पर कर्ज न चुकाने की वजह से उन्हें अपनी जमीन से हाथ धोना पड़ जाता है।
खेतीबाड़ी में हो रहे इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ही मध्यप्रदेश सरकार ने एक खास कदम उठाया है। राज्य सरकार ने एक ऐसी योजना तैयार की है, जिसके माध्यम से जरूरतमंद किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके तहत राज्य के किसानों को फसल बीमा में आधार कार्ड नम्बर दर्ज करवाना अनिवार्य कर दिया है।
वहीं सरकार के निर्देशानुसार अब खेती से जुड़ी कर्ज और मुआवजे की सही और पूर्ण जानकारी ऑनलाइन ही दर्ज होगी। बता दें कि इस योजना की शुरुआत लैंड डिजिटाइजेश के तहत की जा रही है। इसका उद्देश्य खेती पर कर्ज और मुआवजे में होने वाली गड़बड़ी को आसानी से रोकना है।
स्रोत: कृषि जागरण
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आइये जानते हैं कपास फर्टी किट के बारे में
👉🏻किसान भाइयों, कपास फसल की अच्छी पैदावार एवं उत्पादन को बढ़ाने के लिए ग्रामोफोन लेकर आया है कपास फर्टी किट।
👉🏻यह किट कपास की फसल को प्रारम्भिक वृद्धि अवस्था में सभी प्रकार के आवश्यक पोषक तत्वों को उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
👉🏻ग्रामोफोन की कपास पोषण किट मिट्टी उपचार एवं ड्रिप उपचार दोनों के लिए ही उपयोगी है।
👉🏻मिट्टी उपचार के लिए इस किट का कुल वजन 7.25 किलो है जो एक एकड़ के लिए पर्याप्त है l इसके अंतर्गत निम्न उत्पादों जैसे केलबोर, मैक्समायको, मैक्सरुट आदि को सम्मिलित किया गया है।
👉🏻ड्रिप के लिए इस किट का कुल वजन 1.1 किलो है जो एक एकड़ के लिए पर्याप्त है l इसके अंतर्गत निम्न उत्पादों जैसे एक्सपोलरर ग्लोरी, एग्रोमिन गोल्ड, मैक्सरुट, वीगरमैक्स जेल आदि उत्पाद उपलब्ध है।
👉🏻कपास पोषण किट का उपयोग, फसल के अंकुरण के पश्चात दूसरी वृद्धि अवस्था तक किया जा सकता है।
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मिर्च की नर्सरी तैयार करते समय रखी जाने वाली सावधानियां
👉🏻किसान भाइयों, मिर्च की नर्सरी तैयार करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि जिस जगह पर नर्सरी लगाई जा रही है, वह पूरी तरह से साफ होनी चाहिए और जल भराव की समस्या नहीं होनी चाहिए।
👉🏻अच्छी फसल उगाने के लिए पौधे का स्वस्थ होना जरूरी होता है। इसलिए पौधशाला की मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में जैविक पदार्थ होने चाहिए।
👉🏻पौधशाला में नमी अधिक होने पर पद गलन रोग की आशंका बनी रहती है।
👉🏻पहले नर्सरी की मिट्टी और बीजों का उपचार करें, उसके बाद ही बुवाई करें।
👉🏻हर सप्ताह खरपतवार और अवांछनीय पौधों को हटाये।
👉🏻आवश्यकतानुसार नर्सरी की सिंचाई करें।
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मेघ गर्जना के साथ भारी बारिश के बन रहे हैं आसार
आज से दिल्ली सहित उत्तरी राजस्थान पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के कुछ भागों में धूल भरी हवाएं या मेघ गर्जना संभव है। 22 और 23 मई को पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश पूर्वी राजस्थान तथा मध्य प्रदेश के कई भागों में प्री मानसून गतिविधियां शुरू होगी। 23 मई से असम में जारी भारी वर्षा की गतिविधियां कम हो जाएंगी। दक्षिण भारत में बारिश जारी रहेगी।
स्रोत: स्काइमेट वेदर
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देश के विभिन्न मंडियों में 20 मई को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?
मंडी |
फसल |
न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में) |
अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में) |
जयपुर |
अनन्नास |
35 |
40 |
जयपुर |
कटहल |
18 |
– |
जयपुर |
नींबू |
70 |
80 |
जयपुर |
आम |
50 |
60 |
जयपुर |
आम |
45 |
– |
जयपुर |
नींबू |
70 |
75 |
जयपुर |
हरा नारियल |
36 |
38 |
जयपुर |
अदरक |
30 |
32 |
जयपुर |
आलू |
13 |
15 |
जयपुर |
तरबूज |
7 |
– |
दिल्ली |
नींबू |
50 |
120 |
दिल्ली |
कटहल |
22 |
24 |
दिल्ली |
अदरक |
30 |
32 |
दिल्ली |
अनन्नास |
50 |
52 |
दिल्ली |
तरबूज |
5 |
8 |
दिल्ली |
आम |
50 |
55 |
रतलाम |
आलू |
18 |
23 |
रतलाम |
पपीता |
12 |
15 |
रतलाम |
तरबूज |
6 |
8 |
रतलाम |
खरबूजा |
12 |
16 |
रतलाम |
हरी मिर्च |
20 |
25 |
रतलाम |
नींबू |
150 |
– |
रतलाम |
कद्दू |
8 |
12 |
रतलाम |
कटहल |
10 |
14 |
रतलाम |
आम |
48 |
– |
रतलाम |
आम |
56 |
62 |
रतलाम |
आम |
145 |
– |
रतलाम |
केला |
22 |
25 |
जयपुर |
प्याज |
11 |
12 |
जयपुर |
प्याज |
13 |
– |
जयपुर |
प्याज |
14 |
– |
जयपुर |
प्याज |
4 |
5 |
जयपुर |
प्याज |
6 |
7 |
जयपुर |
प्याज |
8 |
9 |
जयपुर |
प्याज |
10 |
– |
जयपुर |
लहसुन |
13 |
15 |
जयपुर |
लहसुन |
18 |
25 |
जयपुर |
लहसुन |
30 |
35 |
जयपुर |
लहसुन |
40 |
45 |
जयपुर |
लहसुन |
10 |
13 |
जयपुर |
लहसुन |
17 |
20 |
जयपुर |
लहसुन |
23 |
28 |
जयपुर |
लहसुन |
35 |
– |
नासिक |
प्याज |
2 |
4 |
नासिक |
प्याज |
4 |
7 |
नासिक |
प्याज |
7 |
11 |
नासिक |
प्याज |
9 |
12 |
तिरुवनंतपुरम |
प्याज |
15 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
प्याज |
16 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
प्याज |
18 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
लहसुन |
50 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
लहसुन |
55 |
– |
तिरुवनंतपुरम |
लहसुन |
60 |
– |
लखनऊ |
प्याज |
11 |
12 |
लखनऊ |
प्याज |
13 |
– |
लखनऊ |
प्याज |
14 |
– |
लखनऊ |
प्याज |
9 |
10 |
लखनऊ |
प्याज |
11 |
13 |
लखनऊ |
लहसुन |
10 |
15 |
लखनऊ |
लहसुन |
20 |
25 |
लखनऊ |
लहसुन |
30 |
35 |
लखनऊ |
लहसुन |
40 |
45 |
शाजापुर |
प्याज |
2 |
3 |
शाजापुर |
प्याज |
4 |
5 |
शाजापुर |
प्याज |
8 |
9 |
गुवाहाटी |
प्याज |
11 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज |
14 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज |
16 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज |
12 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज |
16 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज |
18 |
– |
गुवाहाटी |
प्याज |
22 |
– |
गुवाहाटी |
लहसुन |
25 |
– |
गुवाहाटी |
लहसुन |
30 |
– |
गुवाहाटी |
लहसुन |
35 |
– |
गुवाहाटी |
लहसुन |
40 |
– |
रतलाम |
प्याज |
3 |
4 |
रतलाम |
प्याज |
4 |
6 |
रतलाम |
प्याज |
6 |
9 |
रतलाम |
प्याज |
9 |
10 |
रतलाम |
लहसुन |
6 |
13 |
रतलाम |
लहसुन |
13 |
21 |
रतलाम |
लहसुन |
22 |
35 |
रतलाम |
लहसुन |
36 |
52 |
कोलकाता |
प्याज |
10 |
– |
कोलकाता |
प्याज |
12 |
– |
कोलकाता |
प्याज |
14 |
– |
कोलकाता |
प्याज |
15 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
31 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
32 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
34 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
35 |
– |
नासिक |
प्याज |
4 |
5 |
नासिक |
प्याज |
5 |
6 |
नासिक |
प्याज |
7 |
9 |
नासिक |
प्याज |
11 |
– |
कानपुर |
प्याज |
6 |
– |
कानपुर |
प्याज |
7 |
9 |
कानपुर |
प्याज |
8 |
10 |
कानपुर |
प्याज |
14 |
– |
कानपुर |
लहसुन |
5 |
7 |
कानपुर |
लहसुन |
25 |
27 |
कानपुर |
लहसुन |
30 |
– |
कानपुर |
लहसुन |
40 |
– |
कोलकाता |
प्याज |
10 |
– |
कोलकाता |
प्याज |
12 |
– |
कोलकाता |
प्याज |
14 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
30 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
32 |
– |
कोलकाता |
लहसुन |
34 |
– |
वाराणसी |
प्याज |
8 |
9 |
वाराणसी |
प्याज |
11 |
– |
वाराणसी |
प्याज |
12 |
– |
वाराणसी |
प्याज |
6 |
7 |
वाराणसी |
प्याज |
8 |
9 |
वाराणसी |
प्याज |
9 |
10 |
वाराणसी |
लहसुन |
8 |
12 |
वाराणसी |
लहसुन |
15 |
25 |
वाराणसी |
लहसुन |
25 |
30 |
वाराणसी |
लहसुन |
30 |
35 |
नींबू के बाद टमाटर के भाव बढ़े, कीमतों में आया भारी उछाल
देश में बढ़ती महंगाई की मार हर तरफ देखने को मिल रही है। इसी बीच टमाटर के बढ़ते भाव ने आम आदमी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। नींबू के बाद अब टमाटर के भाव में लगातार तेजी देखेने को मिल रही है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में टमाटर के दाम 50 रूपए प्रति किलो से भी ज्यादा हो गए हैं। रिपोर्ट की मानें तो उत्तर भारत में टमाटर के भाव अगले महीने में 80 से 100 रूपए प्रति किलो की उछाल लगा सकते हैं।
एकदम से टमाटर के बढ़ते दामों का कारण इसकी पैदावार में आई कमी को बताया जा रहा है। दरअसल पिछले साल किसानों को टमाटर में काफी घाटा हुआ था। जिस कारण इस बार टमाटर की फसल कम लगाई गई। वहीं इस साल भीषण गर्मी की वजह से टमाटर की फसल की भी काफी नुकसान पहुंचा है। जिसके चलते कम उत्पादन होने की वजह से टमाटर के दामों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
वैसे तो टमाटर की कीमत बढ़ने से आम आदमी की जेब ढिली हो रही है, लेकिन इस दौरान किसानों को तगड़ा फायदा हो रहा है। इसकी भारी मांग और मुनाफे के चलते व्यापारी हरियाणा के करनाल, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर जिले के इलाकों में डेरा डाले हुए हैं। ये ऐसे इलाके हैं, जहां इस बार टमाटर की शानदार खेती हुई है।
स्रोत: कृषि जागरण
Shareअब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें फसलों की बिक्री। जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर जरूर करें।
बढ़ी समर्थन मूल्य पर चना बिक्री की पंजीयन सीमा, इस तारीख तक होगी खरीदी
समर्थन मूल्य पर फसल बेचकर किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। इसी क्रम में समर्थन मूल्य पर चना खरीदी का काम भी रफ्तार पर है। हालांकि जिन किसानों का पंजीयन नहीं हुआ है, वे इसके लाभ से वंचित हैं।
ऐसे किसानों को राहत देते हुए राजस्थान सरकार ने समर्थन मूल्य पर चना खरीद की समयावधि बढ़ा दी है। इसके तहत अब किसान भाई पंजीयन करवाकर 29 जून तक अपनी उपज को समर्थन मूल्य पर बेच सकते हैं। इसके अलावा राज्य सरकार ने पंजीयन की सीमा को भी 10% तक बढ़ा दिया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इसका लाभ उठा सकें।
समर्थन मूल्य पर चना बेचने के लिए किसान राज्य में किसी भी जिले के क्रय केंद्र या ई-मित्र केंद्र पर पंजीयन करा सकते हैं। इसके लिए जनआधार कार्ड, बैंक पासबुक व गिरदावरी की जरूरत पड़ेगी। बता दें कि इस साल चने की खरीद 5230 रूपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर की जा रही है। तो जल्द ही पंजीयन कर इस योजना का लाभ उठाएं।
स्रोत: किसान समाधान
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