मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे भीकनगांव, खातेगांव, पलेरा, सतना, शाजापुर और थांदला आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

खरगोन

भीकनगांव

2229

2411

रेवा

चाकघाट

2050

2300

शिवपुरी

खनियाधाना

2015

2015

देवास

खातेगांव

1980

2340

देवास

खातेगांव

1980

2455

टीकमगढ़

पलेरा

2130

2170

सतना

सतना

2000

2250

खरगोन

सेगाँव

2100

2100

शाजापुर

शाजापुर

2150

2200

पन्ना

सिमरिया

2150

2150

झाबुआ

थांदला

2100

2300

उमरिया

उमरिया

1800

2400

श्योपुर

विजयपुर

2200

2230

स्रोत: एगमार्कनेट

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कई क्षेत्रों में मौसम हुआ शुष्क, कुछ राज्यों में भारी बारिश के भी आसार

know the weather forecast,

गुजरात, राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र के कई भागों में बारिश की संभावना बहुत कम है। मुंबई का भी मौसम लगभग शुष्क रहेगा। पूर्वी भारत सहित पूर्वोत्तर भारत तथा पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तेज बारिश। दक्षिण भारत में मानसून सक्रिय।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर जरूर करें।

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मक्का की फसल में (भुट्टा) निकलने की अवस्था में पोषक तत्व प्रबंधन एवं जरूरी छिड़काव

मक्के की फसल में भुट्टे का आकार बढ़ाने के लिए, (भुट्टा) निकलने की अवस्था में पोषक तत्व प्रबंधन एक महत्वपूर्ण उपाय हैं। मक्के की फसल में भुट्टा निकलने की अवस्था बुवाई के 45-50 दिनों में शुरू हो जाती है। 

पोषण प्रबंधन:- मक्के की अधिक पैदावार लेने के लिये, यूरिया @ 35 किग्रा +  कैलबोर  (कैल्शियम 11% + मैग्नीशियम 1.0 % + सल्फर 12 % + पोटेशियम  1.7 +  बोरॉन  4%) @ 5 किग्रा , प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करें। 

यूरिया:- मक्के की फसल में यूरिया नाइट्रोज़न की पूर्ति का सबसे बड़ा स्त्रोत है। इसके उपयोग से, पत्तियों में पीलापन एवं सूखने की समस्या नहीं आती है। यूरिया प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को तेज़ करता है।

कैलबोर:- इस उत्पाद में कैल्शियम 11% + मैग्नीशियम 1.0 % + सल्फर 12 % + पोटेशियम  1.7 +  बोरॉन  4% का मिश्रण शामिल है, जो पोषण, विकास, प्रकाश संश्लेषण, शर्करा के परिवहन और कोशिका भित्ति निर्माण के लिए आवश्यक हैं। कैलबोर  आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले अधिकांश उर्वरकों और कृषि रसायनों के साथ संगत है।

आवश्यक छिड़काव:- मक्के की फसल में 5 से 10 % सिल्क बनना शुरू हो जाये, तब इस अवस्था में, नूट्रीफूल मैक्स @ 250 मिली या डबल (होमोब्रासिनोलाइड 0.04% डब्ल्यू/डब्ल्यू) 100 मिली प्रति एकड़, 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

नूट्रीफूल मैक्स:- नूट्रीफूल मैक्स पौध वृद्धि प्रवर्तक है। इसमें फुलविक एसिड अर्क- 20% + कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम  ट्रेस मात्रा में  5% + अमीनो एसिड आदि तत्व पाए जाते है। यह गाब के विकास एवं भुट्टे के गुणवत्ता को बढ़ाता है, एवं पोषक तत्वों की उपलब्धता को भी बढ़ाता है। सूखे, पाले आदि के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है।

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30 हजार रूपए अनुदान पर करें पौध रोपण

किसानों की आमदानी बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें फलों, मसालों और बागवानी को बढ़ावा दे रही हैं। ज्यादा संख्या में किसान इनकी खेती करें, इसके लिए कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार राज्य के किसानों को आम, अमरूद एवं नींबू के पौधे अनुदान पर प्रदान कर रही है। 

इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों को निर्धारित मापदंड के अनुसार 40% से 50% अनुदान दिया जाएगा। यह सहायता राशि 60:20:20 के अनुपात में दी जाएगी। योजना के अनुसार यह आवेदन ड्रिप रहित पौधों के रोपण के लिए मान्य हैं। सरकार द्वारा पौध रोपण की लागत 60 हजार रूपए निर्धारित की गई, इसके तहत 50% अनुदान के आधार पर 30 हजार रूपए राशि प्रदान की जाएगी। बता दें कि सरकार द्वारा दी जा रही यह आर्थिक मदद कम से कम 1/4 हेक्टेयर और अधिकतम 4 हेक्टेयर रोपण पर दी जाएगी।

17 अगस्त 2022 से आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक किसान राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट https://mpfsts.mp.gov.in/mphd पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। योजना से जुड़ी सभी जानकारी भी इसी वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो बिना देरी करें जल्द आवेदन करें।

स्रोत: किसान समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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मध्यप्रदेश मंडियों में क्या चल रहे टमाटर के भाव?

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बड़वाह, खरगोन, सेंधवा और शिवपुरी आदि में क्या चल रहे हैं टमाटर के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में टमाटर के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

खरगोन

बड़वाह

1175

2000

खरगोन

खरगोन

800

2000

बड़वानी

सेंधवा

1000

1200

शिवपुरी

शिवपुरी

1200

1200

स्रोत: एगमार्कनेट प्रोजेक्ट

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जानिए क्या है सोयाबीन मोज़ेक वाइरस और पीला मोज़ेक वाइरस के बीच का अंतर

सोयाबीन मोज़ेक वाइरस :

कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल पर कहीं-कहीं पीला मोजेक वायरस या कहीं-कहीं सोयाबीन मोजेक वायरस के लक्षण देखे गए हैं। पीला मोजेक वायरस से ग्रसित पौधों में सोयाबीन की ऊपरी पत्तियों पर पीले रंग के चितकबरे पीले-हरे धब्बे बनते हैं। पत्तियों का यह पीलापन धीरे-धीरे बढक़र फैलने लगता है तथा पत्तियां सिकुड़ जाती हैं और आकार में टेढ़ी-मेढ़ी हो जाती हैं। इस वायरस को फैलाने वाला प्रमुख वाहक कीट सफेद मक्खी होती है।

पीला मोज़ेक वाइरस :

जबकि सोयाबीन मोजेक वायरस में सोयाबीन की ऊपरी पत्तियां चमड़े की तरह  गहरे हरे रंग में परावर्तित होती हैं इस बीमारी को अन्य स्वस्थ पौधों पर फैलाने के लिए माहू वाहक का कार्य करते हैं।

नियंत्रण के उपाय 

  • जैविक नियंत्रण के लिए, ब्रिगेड – बी (बवेरिया बेसियाना  1.15% डब्ल्यूपी) @ 1 किग्रा प्रति एकड़, 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें | 

  • इसके अलावा किसान भाई सफ़ेद मक्खी व एफिड प्रकोप की सूचना के लिए, पीले चिपचिपे ट्रैप @ 8 -10, प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में स्थापित करें|  यह कीट प्रकोप को इंगित करेगा जिसके आधार पर किसान भाई ऊपर बताय गए उपाय अपनाकर फसल को कीट प्रकोप से बचा सकते हैं।

  • तमिलनाडु एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के आधार पर इन कीटों के नियंत्रण के लिए, टफगोर (डाइमेथोएट 30 ईसी) @ 2 मिली प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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देश की विभिन्न मंडियों में 27 अगस्त को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

देश के विभिन्न शहरों में फलों और फसलों की कीमतें क्या हैं?

मंडी

फसल

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

लखनऊ

कद्दू

25

लखनऊ

पत्ता गोभी

25

30

लखनऊ

शिमला मिर्च

45

60

लखनऊ

हरी मिर्च

30

लखनऊ

भिन्डी

20

लखनऊ

नींबू

40

लखनऊ

खीरा

27

लखनऊ

अदरक

24

30

लखनऊ

गाजर

30

लखनऊ

मोसंबी

25

27

लखनऊ

आलू

18

लखनऊ

प्याज़

9

10

लखनऊ

प्याज़

11

13

लखनऊ

प्याज़

16

17

लखनऊ

लहसुन

20

25

लखनऊ

लहसुन

30

40

लखनऊ

लहसुन

45

50

लखनऊ

अनन्नास

28

30

लखनऊ

हरा नारियल

48

50

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कई राज्यों में तेज बारिश की संभावना, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

बारिश की गतिविधियां अब पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में तेज होने वाली है। राजस्थान गुजरात तथा महाराष्ट्र के कई भाग सूखे रहेंगे।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे लहसुन के भाव?

Indore garlic Mandi bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे भोपाल, देवास, इंदौर, कुक्षी और शुजालपुर आदि में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव

जिला

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

भोपाल

भोपाल

500

2000

देवास

देवास

200

800

देवास

देवास

200

700

इंदौर

गौतमपुरा

200

861

इंदौर

इंदौर

200

2500

धार

कुक्षी

600

1000

सीहोर

सीहोर

2111

2617

शाजापुर

शुजालपुर

400

1889

झाबुआ

थांदला

800

1200

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  लहसुन जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

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भारी सब्सिडी पर खरीदें कृषि ड्रोन और खेती को बनाएं आसान

Up to 5 lakh subsidy will be available on agricultural drones

किसानों के बीच खेती को आसान बनाने के लिए भारत सरकार लगातार नए नए कदम उठा रही है। सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में कई प्रकार की नई तकनीकों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। हालांकि कई किसान भाई आर्थिक तंगी के चलते इन तकनीकों को नहीं अपना पाते हैं।

इसी क्रम में कृषि क्षेत्र में ड्रोन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए सरकार ने एक विशेष योजना लागू की है जिसके अंतर्गत कृषि ड्रोन की खरीदने पर अलग-अलग वर्गों के किसान 40% से 50% तक की भारी सब्सिडी पा सकते हैं। यह सब्सिडी 4 से 5 लाख तक की आर्थिक सहायता के रूप में हो सकती है।

इसके अंतर्गत एससी-एसटी, छोटे, सीमांत, महिला और पूर्वोत्तर राज्यों के किसान 50% की सब्सिडी के रूप में अधिकतम 5 लाख तक की सब्सिडी पा सकते हैं। सामान्य वर्ग के किसान 40% की सब्सिडी के रूप में अधिकतम 4 लाख तक की सब्सिडी पा सकते हैं। वहीं किसान उत्पादक संगठन सबसे अधिक 75% की सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। इसके अंतर्गत आवेदन के लिए किसान कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट https://agricoop.nic.in/ पर जाएं।

स्रोत: एबीपी लाइव

कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

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