सोयाबीन के फसल की कटाई के बाद खेत में करें डीकम्पोज़र का उपयोग

Use of Decomposers after soybean harvesting
  • सोयाबीन की फसल की कटाई के बाद उसके फसल अवशेष बहुत अधिक मात्रा में खेत में रह जाते हैं। 

  • इन अवशेषों के कारण लगायी जाने वाली अगली फसल में इन अवशेषों के कारण कवक जनित एवं जीवाणु जनित रोगों का प्रकोप बहुत अधिक मात्रा में होता है।

  • इसी कारण लगायी गई नई फसल में जड़ गलन, तना गलन आदि रोग हो जाते हैं।

  • इस प्रकार के कवक एवं जीवाणु जनित रोगों का प्रकोप नयी फसल में ना हो इसके  लिए सोयाबीन के फसल की कटाई के बाद खाली खेत में या फसल की बुआई के बाद दोनों ही स्थिति में डीकम्पोज़र का उपयोग करना बहुत आवश्यक होता है।

  • इसके लिए यदि किसान तरल द्रव्य का उपयोग करना चाहते हैं तो 1 लीटर/एकड़ की दर से डीकम्पोज़र का उपयोग छिड़काव के रूप में कर सकते हैं।

  • इसके अलावा ग्रामोफ़ोन किसानों को स्पीड कपोस्ट के नाम से डीकम्पोज़र उपलब्ध करवा रहा है जिसको 4 किलो/एकड़ की मात्रा में 10 किलो यूरिया मिलाकर, खेत की 50-100 किलो मिट्टी में मिलाकर खेत में भुरकाव करें।

  • जब डीकम्पोज़र का उपयोग किया जा रहा हो तो ध्यान रखें की खेत में पर्याप्त नमी हो।

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बंगाल की खाड़ी का निम्न दबाव अब डिप्रेशन बनेगा, कई राज्यों में होगी बारिश

know the weather forecast,

बंगाल की खाड़ी में बनने वाला निम्न दबाव पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और सशक्त होकर डिप्रेशन बन सकता है। आज इसका प्रभाव तेलंगाना, महाराष्ट्र और उत्तरी आंध्र प्रदेश के साथ दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर दिखाई देगा। अगले 24 घंटे के दौरान मध्य प्रदेश में भी बारिश शुरू हो जाएगी। 25 और 26 तक बारिश की गतिविधियां दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात तक भी पहुंच सकती हैं। इस डिप्रेशन के प्रभाव से उत्तर भारत सहित राजस्थान में एक बार फिर दक्षिण पूर्वी हवाएं चलेंगी जो मानसून को वापसी नहीं करने देंगी। तमिलनाडु और केरल सहित दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, पश्चिम राजस्थान और गुजरात के ज्यादा इलाकों का मौसम सूखा रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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लहसुन के भाव में तेजी जारी, 36000 रुपये तक पहुंचे उच्च भाव

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम आलोट लहसुन 15001 19314
शाजापुर आगर लहसुन 5000 28100
सीहोर आष्टा लहसुन 12000 13420
उज्जैन बड़नगर लहसुन 8000 15000
धार बदनावर लहसुन 2000 27500
भोपाल भोपाल लहसुन 9200 36100
मन्दसौर दलौदा लहसुन 8000 29811
मन्दसौर दलौदा लहसुन-जैविक 24002 24002
इंदौर गौतमपुरा लहसुन 9000 24000
इंदौर गौतमपुरा लहसुन-जैविक 14100 21905
इंदौर इंदौर लहसुन 1400 28500
रतलाम जावरा लहसुन 5100 35001
शाजापुर कालापीपल लहसुन 9700 21200
नीमच मनसा लहसुन 12900 29000
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 1000 34200
राजगढ़ नरसिंहगढ़ लहसुन 8500 26600
नीमच नीमच औसत 1501 27700
नीमच नीमच लहसुन 9000 32001
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 1100 31500
मन्दसौर पिपल्या लहसुन-जैविक 12701 24312
धार राजगढ़ लहसुन 12500 26000
रतलाम रतलाम देसी 8800 26800
रतलाम रतलाम लहसुन 1500 27434
रतलाम सैलाना लहसुन 4200 30600
सीहोर सीहोर लहसुन 10000 26151
शाजापुर शाजापुर लहसुन 2000 26100
मन्दसौर शामगढ़ लहसुन 12000 33000
शाजापुर शुजालपुर देसी 3100 26002
मन्दसौर सीतामऊ देसी 14100 14200
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 11000 25210
उज्जैन उज्जैन लहसुन 3000 25000

स्रोत: एगमार्कनेट

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सोयाबीन की फसल के लिए तना मक्खी का प्रकोप होगा घातक

Stem fly infestation will be fatal for soybean crop
  • सोयाबीन की फसल में तना मक्खी/तना छेदक के प्रकोप का मुख्य कारण फसल का बहुत घना बोया जाना, कीटनाशकों का सही समय एवं सही मात्रा में उपयोग न होना और फसल चक्र ना अपनाना होता है।

  • सोयाबीन की फसल में तना मक्खी के इल्ली का प्रकोप की शुरूआती अवस्था में ही नियंत्रण करना बहुत जरूरी होता है।

  • तना मक्खी के नियंत्रण के लिए बवे कर्ब का छिड़काव समय समय पर करना बहुत आवश्यक होता है।

  • इसके नियंत्रण के लिए थियानोवा (थियामेंथोक्साम 25% WG) 100 ग्राम/एकड़ + डेनिटोल (फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% EC) @ 400 मिली/एकड़ या थियानोवा (थियामेंथोक्साम 25% WG) 100 ग्राम/एकड़ + बवे कर्ब (बवेरिया बेसियाना) 250 ग्राम/एकड़ या फिपनोवा (फिप्रोनिल 5% SC) @ 400 मिली/एकड़ या डेनिटोल (फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% EC) 400 मिली/एकड़ + बवे कर्ब (बवेरिया बेसियाना) 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।

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सोयाबीन को चने की इल्ली से होगा नुकसान, जल्द करें बचाव

Soybean will be harmed by Gram pod borer
  • इस इल्ली का लार्वा पौधे के सभी हिस्सों पर आक्रमण करता है, लेकिन ये फूल और फली को खाना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।

  • प्रभावित फली पर ब्लैक होल दिखाई देता है तथा लार्वा भोजन करते समय फली से बाहर लटका हुआ दिखाई देता है।

  • छोटा लार्वा पत्तियों के क्लोरोफिल को खुरच-खुरच कर खाता है, जिससे पत्तियाँ कंकाल में परिवर्तित हो जाती हैं।

  • गंभीर संक्रमण की अवस्था में पत्तियां टूट कर गिरने लगती हैं तथा पौधा मर जाता है।

कैसे करें सोयाबीन में चने की इल्ली का प्रबंधन:-

  • वयस्क कीट के नियंत्रण के लिए फेरोमोन ट्रैप @ 8-10 प्रति एकड़ का उपयोग करें।

  • पहला स्प्रे प्रोफेनोवा (प्रोफेनोफॉस 50% EC) @ 300 मिली/एकड़ + ट्राईसेल (क्लोरोपायरीफॉस 20% EC) @ 500 मिली/एकड़।

  • दूसरा स्प्रे प्रोफेनोवा सुपर (प्रोफेनोफोस 40% EC + साइपरमेथ्रिन 4% EC) @ 400 मिली/एकड़ + इमानोवा (इमामैटिन बेंजोएट 5% SG) @ 80-100 ग्राम/एकड़।

  • तीसरा स्प्रे एमप्लिगो (क्लोरेंट्रानिलिप्रोएल 9.3% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 4.6% JC) @ 100 मिली/एकड़ या लार्वीन (थायोडिकार्ब 75% WP) @ 250 ग्राम/एकड़।

  • जैविक उपचार के रूप में बवे कर्ब (बवेरिया बेसियाना) @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से स्प्रे करें।

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मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत के कई राज्यों में होगी बारिश

know the weather forecast,

अब एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में बना है जो निम्न दबाव में सशक्त होकर धीरे-धीरे डिप्रेशन बन सकता है। यह इस सीजन का पांचवा डिप्रेशन होगा जो आमतौर पर बहुत ही कम देखने को मिलता है। दक्षिणी उड़ीसा, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश होगी। तेलंगाना के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के भी कई जिले अच्छी बारिश देखेंगे। सप्ताह के अंत तक बारिश की गतिविधियां दक्षिण पूर्वी राजस्थान और पूर्वी गुजरात तक भी पहुंच जाएगी। अभी फिलहाल पहाड़ों सहित पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान के पश्चिमी जिलों सहित सौराष्ट्र और कच्छ का मौसम सूखा रहेगा।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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आधे खर्च पर लगाएं नर्सरी, आधा खर्च उठाएगी सरकार, मिलेगी 50% सब्सिडी

National Horticulture Mission

किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से सरकारें कई प्रकार की लाभकारी योजनाएं चलाती हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है राष्ट्रीय बागवानी मिशन जिसके माध्यम से सरकार ना सिर्फ किसानों को मदद पहुंचाती है बल्कि बागवानी फसलों की खेती को भी बढ़ावा देती है। बता दें की इस योजना के माध्यम से राजस्थान के किसानों को बागवानी फसलों की नर्सरी लगाने पर 50% की सब्सिडी दी जा रही है। इसका अर्थ हुआ की किसान द्वारा लगायी जाने वाली नर्सरी का आधा खर्च राजस्थान सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।

इस योजना के अंतर्गत किसान फलीय एवं बहुफलीय पौधों का रोपण कर सकते हैं। इसका लाभ लेने के लिए किसान को फल एवं उनकी किस्मों का नाम स्पष्ट रूप से दर्ज करना होगा। इस योजना के माध्यम से खेत में छोटी नर्सरी लगाने के लिए किसान को भू-स्वामित्व दस्तावेज, वित्तीय विश्लेषण, सुविधाओं का विवरण और अन्य महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स को लेकर जिला उद्यानिकी विभाग में ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

स्रोत: कृषि जागरण

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क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव, देखें मध्य प्रदेश के मंडियों का हाल

soybean mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम आलोट सोयाबीन 4502 4725
शाजापुर आगर सोयाबीन 3300 4683
आलीराजपुर आलीराजपुर पीला 4500 4500
अशोकनगर अशोकनगर सोयाबीन 3281 4537
सीहोर आष्टा सोयाबीन 2700 4658
सीहोर आष्टा पीला 4349 4349
उज्जैन बड़नगर सोयाबीन-जैविक 4551 4621
उज्जैन बड़नगर पीला 4080 4731
धार बदनावर सोयाबीन-जैविक 4050 4050
धार बदनावर पीला 2500 4760
सागर बाँदा सोयाबीन 4000 4200
रायसेन बेगमगंज सोयाबीन 4205 4260
भोपाल बैरसिया पीला 3795 4585
बेतुल बेतुल सोयाबीन-जैविक 4200 4551
खरगोन भीकनगांव सोयाबीन 2865 4600
राजगढ़ ब्यावरा सोयाबीन 4240 4500
सागर बीना सोयाबीन 4000 4460
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा पीला 4230 4365
मन्दसौर दलौदा अन्य 4000 4000
मन्दसौर दलौदा सोयाबीन 2600 4800
दमोह दमोह सोयाबीन 2700 4295
सागर देवरी सोयाबीन 4490 4600
देवास देवास सोयाबीन 1200 4670
धार धामनोद सोयाबीन 4425 4425
धार धार अन्य 3890 3890
धार धार सोयाबीन 3100 4794
नरसिंहपुर गाडरवाड़ा सोयाबीन 4422 4422
विदिशा गंज बासौदा सोयाबीन 3200 4702
विदिशा गंज बासौदा पीला 4400 4600
इंदौर गौतमपुरा सोयाबीन 4450 4450
देवास हाटपिपलिया सोयाबीन 3500 4611
हरदा हरदा सोयाबीन-जैविक 4190 4190
हरदा हरदा पीला 2101 4500
खंडवा हरसूद सोयाबीन 3701 4523
खंडवा हरसूद पीला 4000 4025
सीहोर इछावर सोयाबीन 4336 4574
इंदौर इंदौर सोयाबीन 1205 4690
इंदौर इंदौर सोयाबीन-जैविक 1205 4601
जबलपुर जबलपुर सोयाबीन 3600 3600
रतलाम जावरा सोयाबीन 2400 4821
सीहोर जावर पीला 4276 4626
आलीराजपुर जोबट सोयाबीन 4200 4200
शाजापुर कालापीपल पीला 4400 4400
नरसिंहपुर करेली पीला 4125 4255
उज्जैन खाचरौद सोयाबीन 4400 4700
खंडवा खंडवा सोयाबीन 3550 4460
खंडवा खंडवा पीला 3373 4375
खरगोन खरगोन सोयाबीन 3933 4551
देवास खातेगांव सोयाबीन 3396 4495
देवास खातेगांव सोयाबीन-जैविक 3900 5100
हरदा खिरकिया पीला 3401 4490
सागर खुरई सोयाबीन 4330 4650
धार कुक्षी सोयाबीन 4000 4500
राजगढ़ कुरावर सोयाबीन 4150 4555
विदिशा बाद में मैं पीला 4000 4050
उज्जैन महिदपुर सोयाबीन 4530 4580
नीमच मनसा सोयाबीन 4000 4743
धार मनावर सोयाबीन 4400 4430
मन्दसौर मन्दसौर सोयाबीन 700 10478
इंदौर महू सोयाबीन 2180 4649
उज्जैन नागदा पीला 4299 4441
शाजापुर नलकेहड़ा सोयाबीन 2500 4475
राजगढ़ नरसिंहगढ़ सोयाबीन 3630 4460
नरसिंहपुर नरसिंहपुर पीला 4476 4476
नीमच नीमच सोयाबीन 2401 4765
नीमच नीमच सोयाबीन-जैविक 4440 4440
राजगढ़ पचौर सोयाबीन 3070 4525
खंडवा पंधाना सोयाबीन 4150 4250
खंडवा पंधाना पीला 4435 4450
छिंदवाड़ा पंधुरना सोयाबीन 4350 4350
झाबुआ पेटलावद पीला 4300 4325
मन्दसौर पिपल्या सोयाबीन 2750 4691
धार राजगढ़ पीला 3800 4680
रतलाम रतलाम सोयाबीन 2200 4790
रतलाम सैलाना सोयाबीन 4050 4760
रतलाम सैलाना पीला 2750 4690
इंदौर सांवेर सोयाबीन 3750 4619
राजगढ़ सारंगपुर सोयाबीन 4150 4300
सतना सतना सोयाबीन 3875 3875
सतना सतना पीला 4503 4503
सीहोर सीहोर पीला 3275 4650
बड़वानी सेंधवा सोयाबीन 4300 4300
शाजापुर शाजापुर सोयाबीन 3500 4577
शाजापुर शाजापुर पीला 3890 4801
मन्दसौर शामगढ़ सोयाबीन 2900 4540
विदिशा शमसाबाद सोयाबीन 4250 4500
विदिशा सिरोंज सोयाबीन 4355 4395
मन्दसौर सीतामऊ सोयाबीन 1101 4660
रतलाम ताल सोयाबीन 4431 4639
रतलाम ताल पीला 4299 4675
उज्जैन तराना सोयाबीन 3930 3930
उज्जैन तराना पीला 4100 4631
हरदा टिमरनी सोयाबीन 4099 4451
उज्जैन उज्जैन सोयाबीन 2200 4695
उज्जैन उन्हेल सोयाबीन 4036 4600
विदिशा विदिशा सोयाबीन 3500 4540

स्रोत: एगमार्कनेट

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मिर्च की फसल में ना होने दें फल छेदक का प्रकोप, ऐसे करें बचाव

Management of Fruit borer in chilli
  • इस रोग में मिर्च के फल के आधार पर एक गोलाकार छेद पाया जाता है जिसकी वजह से फल और फूल परिपक्व होने से पहले ही गिर जाते हैं।

  • इस रोग में सामन्यतः इल्ली की लार्वा फलों के अंदर ही विकसित होती है। फिर इल्ली छोटी अवस्था में फलों पर एक छेद बनाकर नए विकसित फल को खाती हैं।

  • जब फल परिपक्व हो जाते हैं तब यह बीजों को खाना पसंद करती हैं। इस दौरान इल्ली अपने सिर फल के अंदर रख कर बीजों को खाती हैं। इस दौरान इल्ली का बाकी शरीर फल के बाहर रहता है।

  • इसके वयस्क कीट के नियंत्रण के लिए फेरोमोन ट्रैप @ 3-4 प्रति एकड़ का उपयोग करें।

  • इसकी रोकथाम हेतु पहले स्प्रे में प्रोफेनोवा (प्रोफेनोफॉस 50% EC) @ 300 मिली/एकड़ + ट्राईसेल (क्लोरोपायरीफॉस 20% EC) @ 500 मिली/एकड़ का उपयोग करें।

  • वहीं दूसरे स्प्रे में प्रोफेनोवा सुपर (प्रोफेनोफोस 40% EC + साइपरमेथ्रिन 4% EC) @ 400 मिली/एकड़ + इमानोवा (इमामैटिन बेंजोएट 5% SG) @ 80-100 ग्राम/एकड़ का उपयोग करें।

  • तीसरे स्प्रे में इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG) @ 80-100 ग्राम/एकड़ + डेनिटोल (फेन्प्रोप्रेथ्रिन 10% EC) @ 250-300 मिली/एकड़ का उपयोग करें।

  • चौथे स्प्रे में एमप्लिगो (क्लोरेंट्रानिलिप्रोएल 9.3% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 4.6% JC) @ 100 मिली/एकड़ या लार्वीन (थायोडिकार्ब 75% WP) @ 250 ग्राम/एकड़ का उपयोग करें।

  • इसके जैविक उपचार के रूप में बवे कर्ब (बवेरिया बेसियाना) @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से स्प्रे करें।

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भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी, देखें अपने क्षेत्र का मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

डिप्रेशन अब उत्तरी मध्य प्रदेश के ऊपर पहुंच चुका है। यह अब उत्तर पूर्व दिशा में मुड़ेगा तथा दक्षिण पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली, हरियाणा के कुछ जिलों के साथ, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश देगा। मध्य प्रदेश के उत्तरी जिलों में भी भारी बारिश की संभावना है। पंजाब, पश्चिम हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, तथा सौराष्ट्र और कच्छ का मौसम लगभग शुष्क रहेगा। महाराष्ट्र के साथ-साथ अब आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, दक्षिणी आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भी मानसून की गतिविधियों में भारी कमी देखने को मिलेगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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