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बारिश के मौसम के बाद मिट्टी में बहुत अधिक नमी होने के कारण आलू की फसल की बुआई के बाद खरपतवार बहुत अधिक मात्रा में उगने लगते हैं।
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सभी प्रकार के खरपतवारों का नियंत्रण समय पर एवं उचित खरपतवार नाशी का उपयोग करके किया जा सकता है।
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रासायनिक विधि: इस विधि में रसायनों का उपयोग करके खरपतवारों का नियंत्रण किया जाता है। इन रसायनों का उपयोग समय समय पर करने से खरपतवारों पर आसानी से नियंत्रण किया जा सकता है।
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बुआई के 1 से 3 दिनों बाद: खरपतवारों के रासायनिक नियंत्रण के लिए पेंडामेथलिन 38.7% CS @ 700 मिली/एकड़ का छिड़काव करेंI
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इस प्रकार छिड़काव करने से बुआई के बाद शुरूआती अवस्था में उगने वाले खरपतवारों का नियंत्रण किया जा सकता है।
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बुआई के बाद दूसरा छिड़काव: मेट्रीब्युजीन 70% WP @ 100 ग्राम प्रति एकड़ का छिड़काव बुआई के 3-4 दिन बाद या आलू का पौधा 5 सेमी. का होने से पहले करें।
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खरपतवारनाशक के छिड़काव के समय पर्याप्त नमी का होना बहुत आवश्यक है।
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