मॉनसून के अंतिम चरण में मध्यप्रदेश समेत इन राज्यों में होगी बारिश, जाने मौसम पूर्वानुमान

weather forecast

पूरे देश में अब मॉनसून अपने अंतिम चरण में पहुँच चुका है और जाते जाते मानसूनी बारिश ने कई राज्यों में मौसम सुहाना कर दिया है। ग़ौरतलब है की इस साल मॉनसून की बारिश 15% अधिक हुई है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दो दिनों में मध्यप्रदेश समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में तेज बारिश और आंधियों की संभावना है।

अगले 24 घंटों के मौसम पूर्वानुमान की बात करें तो बिहार, उत्तर प्रदेश के पूर्वी और मध्य भागों, मध्य प्रदेश के उत्तरी और मध्य हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और मुंबई समेत कोंकण गोवा में कुछ मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत, विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में, दक्षिणी गुजरात में में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर तेज़ वर्षा होने की संभावना है।

स्रोत: कृषि जागरण

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किसानों के लिए खुशख़बरी, गेहूँ समेत कई फ़सलों की बढ़ा दी गई है एमएसपी

Good news for farmers, MSP has been increased for many crops including wheat

सरकार ने देश के सभी किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए गेहूं समेत अन्य फ़सलों के न्‍यूतनम समर्थन मूल्‍य को बढ़ा दिया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी दी है।

पीएम मोदी ने इस विषय पर कहा, ‘किसानों के कल्याण के लिए कार्य करना हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है। अन्नदाताओं के हित में काम करने की हमारी प्राथमिकताओं के अनुरूप कैबिनेट ने एमएसपी बढ़ाने का एक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इससे करोड़ों किसान लाभान्वित होंगे। अधिक एमएसपी जहां किसानों को सशक्त करेगी, वहीं उनकी आय दोगुनी करने में भी मदद करेगी।’

कितना बढ़ा समर्थन मूल्य?

  • गेहूँ का समर्थन मूल्य 50 रूपए बढ़ाकर 1975 रूपए,
  • जौ का 75 रू बढ़ाकर 1600 रू,
  • चने का 225 रू बढ़ाकर 5100 रू,
  • मसूर का 300 रू बढ़ाकर 5100 रू,
  • सरसों का 225 रू बढ़ाकर 4650 रू,
  • कुसुम्भ का 112 रू बढ़ाकर 5327 रू/ क्विण्टल कर दिया गया है।

स्रोत: नई दुनिया

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ग्रामोफ़ोन समृद्धि किट के उपयोग से किसान के प्रॉफिट में हुआ 100% का इज़ाफा

Farmer Success Story

हमारे देश के ज्यादातर किसान आज भी पारंपरिक खेती करते हैं जिस वजह से उन्हें कम उत्पादन से ही संतोष करना पड़ता है। पर आज के आधुनिक दौर में जो किसान आधुनिक विधियों का इस्तेमाल खेती में करते हैं वे स्मार्ट किसान कहलाते हैं। ग्रामोफ़ोन भी किसानों को स्मार्ट तरीके से खेती करवाने के कार्य में पिछले 4 सालों से लगा हुआ है। ग्रामोफ़ोन एप की मदद से किसान अब स्मार्ट खेती कर रहे हैं और ज़बरदस्त लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं।

ऐसे ही किसानों में से एक हैं देवास जिले के किसान विनोद गुज्जर जी जिन्हें मूंग की खेती के दौरान ग्रामोफ़ोन एप से हर कदम पर मदद मिली। जैविक उत्पादों के मेल से बनी मूंग समृद्धि किट और अन्य कृषि उत्पाद की होम डिलीवरी हो या फिर फसल चक्र के दौरान कीट और रोगों की रोकथाम सम्बन्धी जानकारी। हर मौके पर उन्हें ग्रामोफ़ोन एप से उन्हें मदद मिलती रही।

विनोद जी के लिए ग्रामोफ़ोन का मूंग समृद्धि किट किसी वरदान की तरह साबित हुआ। किट के उपयोग से 5 एकड़ में बोई गई फसल की उपज पहले के 25 क्विंटल से बढ़कर 30 क्विंटल हो गई। उपज बढ़ने के साथ ही आय में 38% और प्रॉफिट में 100% का इज़ाफा भी हुआ।

अगर आप भी विनोद गुज्जर जी की तरह अपनी कृषि में इसी प्रकार का बड़ा अंतर लाना चाहते हैं और स्मार्ट किसान बनना चाहते हैं तो आप भी ग्रामोफ़ोन के साथ जुड़ सकते हैं। ग्रामोफ़ोन से जुड़ने के लिए आप या तो टोल फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्डकॉल करें या फिर ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप पर लॉगिन करें।

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राज्यसभा में कृषि विधेयक पारित, किसानों को अपनी उपज तय मंडियों से बाहर बेचने की मिली छूट

Agriculture Bill passed in Rajya Sabha

20 सितम्बर को राज्यसभा में दो कृषि विधेयकों को पारित कर दिया गया है। इसमें दो बिल हैं, पहला है कृषक उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य विधेयक 2020 और दूसरा है कृषक कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020।

प्रस्तावित कानून से किसानों को अपने उत्पाद तय मंडियों से बाहर बेचने की छूट दी जाएगी। इसका लक्ष्य किसानों को उनकी उपज के लिये प्रतिस्पर्धी वैकल्पिक व्यापार माध्यमों से लाभकारी मूल्य उपलब्ध कराना है। इस कानून के तहत किसानों से उनकी उपज की बिक्री पर कोई शुल्क नहीं ली जाएगी।

यह विधेयक किसानों को अपनी उपज बेचने में आने वाले खर्च को कम करेगा साथ ही उन्हें उपज के लिए बेहतर मूल्य दिलाने में भी मदद करेगा। इस विधेयक की मदद से जहां ज्यादा उत्पादन हुआ है उन क्षेत्र के किसान कम उत्पादन वाले दूसरे प्रदेशों में अपनी कृषि उपज बेचकर बेहतर दाम प्राप्त कर सकेंगे।

स्रोत: नवभारत टाइम्स

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मंडी भाव: मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या है प्याज, टमाटर और अन्य सब्जियों का भाव?

इंदौर के गौतमपुरा मंडी में प्याज़ का भाव 850 रूपये प्रति क्विंटल चल रहा है और बड़वानी जिले के सेंधवा मंडी में टमाटर का भाव 925 रूपये प्रति क्विंटल है। सेंधवा मंडी में ही पत्ता गोभी, फूलगोभी, बैंगन, भिण्डी और लौकी का भाव क्रमशः 750, 950, 825, 925, 600 रूपये प्रति क्विंटल चल रहा है।

ग्वालियर के भिण्ड मंडी की बात करें तो यहाँ गेहूं और सरसों का भाव क्रमशः 1560, 4770 रूपये प्रति क्विंटल चल रहा है। इसके अलावा ग्वालियर के ही खनियाधाना मंडी में मिल क्वालिटी की गेहूं का भाव 1925 रूपये प्रति क्विंटल चल रहा है और भोपाल के बाबई मंडी में मूंग का भाव 4000 रूपये प्रति क्विंटल चल रहा है।

स्रोत: किसान समाधान

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फिर बढ़ रही हैं प्याज की कीमतें, जानें हर साल कीमतों में तेजी आने की क्या है वजह

Onion prices are increasing again, know what is the reason for the rise in prices every year

प्याज की कीमतें एक बार फिर बढ़ने लगी हैं। इसी को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से पिछले दिनों प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्रतिबंध के माध्यम से सरकार प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाना चाहती है।

बहरहाल प्याज की कीमतों में हर साल इसी समय तेजी आने लगती है और ये कीमतें नवंबर में आसमान छूने लगती है। अब सवाल उठता है की हर साल इस सीजन में प्याज इतना महंगा क्यों हो जाता है ?

दरअसल देशभर में जिस तरह से पूरे साल प्याज पैदा होती है, उससे इसकी फसल लगातार ही बाजार में उपलब्ध होती रहती है। सितंबर में अक्सर इसकी फसल पर सूखे या बारिश की मार का असर नजर आता है जिससे इसके आवक पर प्रभाव पड़ता है।

स्रोत: न्यूज़ 18

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मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना जताते हुए जारी किया येलो अलर्ट

Weather Report

आने वाले कुछ दिनों में मानसून अंतिम चरण में पहुँचने वाला है। अंतिम चरण में पहुंचने से पहले मानसून देश के कई राज्यों में पुनः सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग की तरफ से राजस्थान में आगामी शुक्रवार से अगले 3 से 4 दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है और येलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।

इसके अलावा भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले कुछ घंटों में मध्यप्रदेश, विदर्भ, बिहार और झारखंड में आंधी-तूफान के साथ बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही असम, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा, कच्छ, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बादलों के तेज गरज व चमक और तूफान के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।

स्रोत: कृषि जागरण

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प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर केंद्र सरकार ने लगाया प्रतिबंध

Central government imposes ban on export of all varieties of onion

प्याज के निर्यात को लेकर केंद्र सरकार ने नया फैसला किया है। इस फैसले के अनुसार प्याज की सभी किस्मों का निर्यात तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने इस बाबत अधिसूचना जारी करते हुए कहा है की “प्याज की सभी किस्मों के निर्यात को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है।”

बता दें की विदेश व्यापार महानिदेशालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। यह आयात और निर्यात से संबंधित मुद्दों की देख रेख करने वाली इकाई है। प्याज के निर्यात पर उस वक़्त प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया है जब प्याज की कीमतों में लगातार इज़ाफा हो रहा है।

स्रोत: डीएनए इंडिया

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मौसम पूर्वानुमान: आने वाले तीन चार दिन तक इन राज्यों में हो सकती है भारी बारिश

weather forecast

मौसम विभाग की तरफ से जारी पूर्वानुमान में बताया गया है कि अगले तीन-चार दिनों तक देश के कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार, 14 और 15 सितंबर को महाराष्ट्र के साथ साथ पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है।

महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में भारी बारिश का प्रभाव उत्तरी मध्य प्रदेश और दिल्ली में 16 से 18 सितंबर के बीच नजर आएगा। इन भागों में हल्की बारिश होने की संभावना है।

15 सितंबर से पश्चिमी राजस्थान से मॉनसून वापसी करेगा जबकि दिल्ली से इसकी वापसी 21 सितंबर को होगी। संभावना है कि 14 से 18 सितंबर के बीच मध्य भारत के राज्यों पर इसका प्रभाव रहेगा।

स्रोत: कृषि जागरण

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पशुपालन से किसानों की आय बढ़ाने हेतु सरकार ने लांच किया ई-गोपाला ऐप

Government launches e-Gopala app to increase farmers' income from animal husbandry

किसानों को पशुपालन के लिए प्रोत्साहित करने एवं उनकी आय में वृद्धि हेतु सरकार द्वारा कई योजनाओं की शुरुआत की जा रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में मछली उत्पादन, डेयरी, पशुपालन और कृषि में अध्ययन एवं अनुसंधान से संबंधित पीएम मत्स्य सम्पदा योजना, ई-गोपाला ऐप और कई अन्य योजनाओं का शुभारम्भ किया है।

इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिए गए अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि आज इन सभी योजनाओं के शुभारम्भ का उद्देश्य हमारे गांवों को सशक्त बनाना और 21वीं सदी में आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है।

ई-गोपाला ऐप के माध्यम से पशुधन का प्रबंधन किया जाएगा। इस प्रबंधन में गुणवत्तापूर्ण प्रजनन सेवाओं की उपलब्धता और पशु पोषण के लिए किसानों का मार्गदर्शन करना, उचित पशु चिकित्सा दवा का उपयोग करते हुए जानवरों का उपचार आदि की जानकारी मिलेगी।

स्रोत: किसान समाधान

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