80 प्रतिशत तक की सब्सिडी पर ले जाएँ सुपर सीडर मशीन

Buy Super Seeder Machine at a subsidy of up to 80 percent

खाद्यान्न उत्पादन में आज हम दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हैं। हमारी इस स्थिति के पीछे किसानों की मेहनत तो है हीं साथ हीं नई नई तकनीकों पर आधारित आधुनिक मशीनों ने भी इसमें अहम योगदान दिया है। वैसे ये आधुनिक मशीनें बेहद महंगी होती हैं और इसे खरीदना एक आम किसान के बस की बात नहीं है। इन आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल साधारण किसान भी कर पाएं इसी उद्देश्य से सरकार इन मशीनों पर अच्छी खासी सब्सिडी उपलब्ध करवाती है।

इसी कड़ी में आज के लेख में हम बात करने जा रहे हैं सुपर सीडर मशीनों की जो किसान के कई काम आसान करती है। यह मशीन सबसे पहले खेत की जमीन को बराबर करने में मदद करती है, साथ ही आप इसकी मदद से कई फसलों के बीजों को रोपित भी कर सकते हैं। इन मशीन की मदद से रोपित किये जाने वाले फसलों में गेहूँ, मक्का, मूंग, सोयाबीन एवं चना आदि शामिल हैं।

सुपर सीडर मशीन को आप किसी भी ट्रैक्टर्स के साथ चला सकते हैं। कंपनी इसको चलाने हेतु 4 फीट से 9 फीट तक का विकल्प देती है और साथ हीं 30 HP से 60 HP तक के ट्रैक्टर्स के साथ इसे आसानी से चला सकते हैं।

इस मशीन की खरीदारी पर सरकार आपको 80% तक की सब्सिडी देगी इसका मतलब यह हुआ की किसान सिर्फ 20% के खर्च पर इस मशीन को घर ले जा सकते हैं। यहाँ यह ध्यान रखें की अगर आप अकेले एक किसान के तौर पर यह मशीन खरीदेंगे तब आपको 50% तक की सब्सिडी मिलेगी और अगर आप ग्रुप में या किसी संस्थान या एनजीओ के तौर पर खरीदारी करेंगे तब आपको 80% तक की सब्सिडी मिलेगी।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
अशोकनगर अशोकनगर लोकवन 2790 2795
अशोकनगर अशोकनगर शरबती 3200 4195
होशंगाबाद बाबई मिल गुणवत्ता 2350 2375
धार बदनावर लोकवन 2700 2730
रीवा बैकुंठपुर मिल गुणवत्ता 2310 2310
होशंगाबाद बानापुरा स्थानीय 2301 2439
रायसेन बरेली मिल गुणवत्ता 2501 2501
दतिया भांडेर मिल गुणवत्ता 2361 2431
भोपाल भोपाल मिल गुणवत्ता 2221 2673
छतरपुर छतरपुर मिल गुणवत्ता 2310 2310
दतिया दतिया मिल गुणवत्ता 2370 2390
धार धार लोकवन 1500 2818
धार धार मिल गुणवत्ता 2600 2810
हरदा हरदा मिल गुणवत्ता 2100 2851
खंडवा हरसूद मिल गुणवत्ता 1401 2351
इंदौर इंदौर लोकवन 2245 3185
खरगोन कसरावद मिल गुणवत्ता 2550 2585
कटनी कटनी मिल गुणवत्ता 2200 2475
खंडवा खंडवा लोकवन 1703 2325
खंडवा खंडवा मिल गुणवत्ता 2336 2511
धार मनावर मिल गुणवत्ता 2515 2555
मन्दसौर मन्दसौर लोकवन 2548 3271
नरसिंहपुर नरसिंहपुर मिल गुणवत्ता 2260 2341
होशंगाबाद पिपरिया मिल गुणवत्ता 2300 2492
टीकमगढ़ पृथ्वीपुर मिल गुणवत्ता 2350 2361
धार राजगढ़ लोकवन 2350 2515
जबलपुर सीहोरा मिल गुणवत्ता 2390 2400
सीहोर सीहोर लोकवन 2320 2320
होशंगाबाद सेमरीहरचंद मिल गुणवत्ता 2969 2979
बड़वानी सेंधवा लोकवन 2500 2500
सागर शाहगढ़ मिल गुणवत्ता 2275 2310
विदिशा सिरोंज मिल गुणवत्ता 2318 3640
झाबुआ थांदला मिल गुणवत्ता 2300 2300
हरदा टिमरनी मिल गुणवत्ता 2360 2360

स्रोत: एगमार्कनेट

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भिंडी की फसल में पाउडरी मिल्डू रोग की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय

Identification and control of powdery mildew disease in okra crop

पाउडरी मिल्डू रोग के लक्षण पौधे की पुरानी पत्तियों एवं तने दोनों पर साफ दिखाई देते हैं। प्रभावित पौधों की पत्तियों एवं तने पर इसके कारण सफ़ेद रंग के चूर्णीले धब्बे बन जाते हैं।संक्रमण बढ़ने पर पत्तियां पीली पड़ कर झड़ने लगती हैं। ग्रसित पौधों के फल आकार में छोटे रह जाते हैं, और इससे उत्पादन भी बहुत कम होता है। वातावरण में अधिक आद्रता होने पर रोग का प्रकोप बढ़ जाता है। 

नियंत्रण:  इसके नियंत्रण के लिए बाविस्टिन (कार्बेन्डाझिम 50% डब्लू पी) @ 200 ग्राम प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी या सल्फर 80% डब्लू पी @ 1.2 किलो प्रति एकड़ के दर से 300-400 लीटर पानी में छिड़काव करें।

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इन राज्यों में होगी बारिश, पहाड़ों पर बर्फबारी रहेगी जारी, मौसम विभाग ने दी चेतावनी

know the weather forecast,

दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत का मौसम बदला हुआ है। दोपहर के वक्त तेज धूप और शाम के वक़्त ठंडी हवाएं चलने लगी हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण फरवरी में तापमान में बदलाव देखा जा रहा है। मैदानी इलाकों में लोग धूप सेंक रहे हैं तो वहीं पहाड़ों पर लोग बर्फ़बारी का मज़ा ले रहे हैं।

स्रोत: न्यूज़ नेशन

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सरकार देगी 60 प्रतिशत की सुपर सब्सिडी, लगवाएं अपना सोलर पंप

Pradhan Mantri Kusum Yojana

कई क्षेत्रों में जमीन के सूखे होने के कारण किसान उसपर खेती नहीं कर पाते हैं। पर अब सरकार की एक ख़ास पहल की वजह से इन्हीं जमीनों से किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। उदाहरण स्वरूप पश्चिम राजस्थान में अधिकतर जमीनें सूखी एवं बंजर हैं। इन जमीनों पर किसान को सौर ऊर्जा के प्रयोग हेतु आर्थिक सहायता एवं तकनीक समर्थन दिया जा रहा है। पश्चिम राजस्थान के सरहद से सटे बाड़मेर क्षेत्र में प्रधानमंत्री कुसुम योजना से किसानों को अच्छी खासी सब्सिडी पर सोलर पंप उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

वर्तमान वित्तीय वर्ष में बाड़मेर के 1120 किसानों की जमीन पर सौर ऊर्जा पंप का सयंत्र लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन सभी किसानों को इसके लिए 60% तक का अनुदान भी दिया जाएगा। बता दें की सौर ऊर्जा पंप की इस परियोजना के अंतर्गत राज्य के किसानों को 7.5 एचपी और 10 एचपी क्षमता वाले सोलर एनर्जी पंप प्लांट के स्थापित करने के लिए 60 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है।

स्रोत: न्यूज़ 18

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मध्य प्रदेश के मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव?

Mustard mandi bhaw

सरसों के मंडी भाव में तेजी देखने को मिल रही है। देखिये मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सरसों के भाव!

मध्य प्रदेश की मंडियों में सरसों के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाहडोल ब्यौहारी सरसों(काला) 4700 4700
राजगढ़ जीरापुर सरसों(काला) 4450 4755
मुरैना कैलारस सरसों(काला) 4980 4980
राजगढ़ कुरावर सरसों(काला) 3600 4815
भिंड महू पीला (काला) 4870 4870
टीकमगढ़ निवाड़ी सरसों(काला) 4550 4755
मुरैना पोरसा सरसों(काला) 4850 4870
मुरैना पोरसा सरसों 4850 4860
मुरैना सबलगढ़ सरसों(काला) 4801 5130
सागर सागर सरसों(काला) 3925 5000
मन्दसौर सीतामऊ सरसों(काला) 4500 4500

स्रोत: एगमार्कनेट

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फसल में ब्यूवेरिया बैसियाना के इस्तेमाल से मिलते है कई फ़ायदे

Benefits of Beauveria bassiana in crops

ब्यूवेरिया बैसियाना एक फफूंद पर आधारित जैविक कीटनाशक है। यह कवक दुनिया के अधिकांश हिस्सों में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। साथ ही इस कवक के बीजाणु कीट की त्वचा के संपर्क में आते ही अंकुरित हो जाते हैं, और कीट के शरीर पर फैल जाते हैं, जिससे कीट के पूरे शरीर में कवक फैल जाता है और 48 से 72 घंटे के भीतर कीट मर जाते हैं।

ब्यूवेरिया बैसियाना अधिक आद्रता एवं कम तापमान में भी प्रभावी होते हैं। यह विभिन्न प्रकार की फसलें एवं सब्जियों में लगने वाले कीट जैसे फली छेदक, पत्ती लपेटक, पत्ती खाने वाले कीट, रस चूसने वाले कीट, भूमि में रहने वाले दीमक एवं सफेद लट आदि की रोकथाम के लिए लाभकारी हैं। साथ ही यह कवक के कारण होने वाले कीट को भी नियंत्रित करता है। 

प्रयोग की विधि:

  • मिट्टी से प्रयोग के लिए 1 किलो प्रति एकड़ के दर से लगभग 75 किलो गोबर की खाद में मिलाकर अंतिम जुताई के समय प्रयोग करना चाहिए।

  • खड़ी फसल में अगर कीट का प्रकोप दिखाई दे तब 250-500 ग्राम प्रति एकड़ के दर से 150-200 लीटर पानी में मिलकर छिड़काव करें। 

  • एक बात ध्यान रखने वाली है की ब्यूवेरिया बैसियाना के प्रयोग से पहले एवं बाद में रासायनिक फफूंदीनाशक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। 

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अगले तीन दिन जारी रहेगी बारिश और ओलावृष्टि, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई जिलों में ओले गिरे हैं तथा अच्छी बारिश हुई है। अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल सहित पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी, कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। 13 फरवरी को हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ों पर हल्का हिमपात तथा बारिश हो सकती है। अब उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में कई स्थानों पर दिन और रात के तापमान में वृद्धि हो सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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लहसुन के भाव में तेजी जारी, उच्च भाव पहुंचे 32500 रुपये के पार

garlic mandi rate

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
धार बदनावर औसत 5151 20050
धार बदनावर लहसुन 200 22050
मन्दसौर दलौदा देसी 17500 17500
मन्दसौर दलौदा लहसुन 3900 32700
इंदौर इंदौर लहसुन 500 30880
रतलाम जावरा लहसुन 1000 31000
नीमच जावद लहसुन 7001 7001
नीमच मनसा लहसुन 3900 28000
मन्दसौर मन्दसौर लहसुन 1411 31900
नीमच नीमच औसत 5800 29900
नीमच नीमच लहसुन 5850 30500
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 6300 30130
रतलाम रतलाम देसी 4499 31000
रतलाम रतलाम लहसुन 1700 29600
रतलाम सैलाना लहसुन 16500 16500
शाजापुर साजापुर लहसुन 3736 16382
शाजापुर साजापुर औसत 21000 21000
शाजापुर साजापुर लहसुन 8155 20700
उज्जैन उज्जैन लहसुन 5000 25500

स्रोत: एगमार्कनेट

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मिर्च में फली छेदक के प्रकोप से होने वाले नुकसान एवं नियंत्रण के उपाय

Damage and control of pod borer in chilli

यह एक पॉलीफेगस कीट है। इस कीट की इल्ली अक्सर फल में छेद करके फसल को नुकसान पहुंचाती है। शुरूआती अवस्था में युवा लार्वा (इल्लियां) फूलों की कलियों एवं युवा फल को गोलाकार छेद बनाकर खाते हैं। बाद में, यही इल्लियां फल के अंदर अपना सिर डालकर फल को अंदर से खाते हैं। संक्रमण बढ़ने पर फल सड़कर झड़ने लगते हैं।

नियंत्रण:  इस कीट के नियंत्रण के लिए इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एससी) @ 80 मिली प्रति एकड़ या कवर (क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18. 50 % एससी) @ 60 मिली प्रति एकड़ साथ ही बवे कर्ब (ब्यूवेरिया बेसियाना) @ 250 ग्राम प्रति एकड़ के दर से 150-200 लीटर पानी में छिड़काव करें। 

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