भिंडी की फसल में हरा तेला कीट की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय!

👉🏻किसान भाइयों हरा तेला कपास, भिंडी, बैंगन, आदि फसलों का प्रमुख कीट है।

👉🏻यह कीट देखने में हरे-पीले रंग के होते हैं। शीर्ष पर काले रंग के धब्बे दिखाई देते हैं। इस कीट का प्रकोप, लम्बे समय तक अधिक बादल छाने व वातावरण में अधिक नमी होने पर तेजी से होता है। शिशु एवं प्रौढ़ कीट पत्तियों से रस चूसकर फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। 

क्षति के लक्षण:- 

पत्तियों का पीला पड़ना, पत्तियों का मुड़ना, किनारे से पत्तियों का लाल होना या किनारों में झुलसना, हॉपर बर्न, पौधे का विकास रुकना आदि। 

नियंत्रण के उपाय:-

(मीडिआ)इमिडाक्लोप्रिड 17.8% एसएल @ 100 मिलीलीटर या (लांसर गोल्ड) एसीफेट 50% + इमिडाक्लोप्रिड 1.8% एसपी @ 400 ग्राम  + सिलिको मैक्स @ 50 मिलीलीटर, प्रति एकड़ 150 -200 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें।

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देश के विभिन्न मंडियों में 15 जून को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

मंडी

फसल

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

रतलाम

प्याज़

3

4

रतलाम

प्याज़

5

7

रतलाम

प्याज़

8

9

रतलाम

प्याज़

10

12

रतलाम

लहसुन

5

9

रतलाम

लहसुन

9

24

रतलाम

लहसुन

21

35

रतलाम

लहसुन

33

62

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

12

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

11

गुवाहाटी

प्याज़

12

गुवाहाटी

प्याज़

13

गुवाहाटी

प्याज़

14

गुवाहाटी

प्याज़

15

गुवाहाटी

प्याज़

18

गुवाहाटी

प्याज़

20

गुवाहाटी

प्याज़

22

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

28

34

गुवाहाटी

लहसुन

34

38

गुवाहाटी

लहसुन

38

42

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

27

33

गुवाहाटी

लहसुन

34

38

गुवाहाटी

लहसुन

38

42

कानपुर

प्याज़

5

7

कानपुर

प्याज़

9

कानपुर

प्याज़

10

11

कानपुर

प्याज़

13

कानपुर

लहसुन

7

9

कानपुर

लहसुन

25

27

कानपुर

लहसुन

30

32

कानपुर

लहसुन

40

मंदसौर

लहसुन

10

मंदसौर

लहसुन

16

मंदसौर

लहसुन

21

मंदसौर

लहसुन

25

कोलकाता

आलू

21

कोलकाता

अदरक

33

कोलकाता

प्याज़

10

कोलकाता

प्याज़

12

कोलकाता

प्याज़

14

कोलकाता

लहसुन

43

कोलकाता

लहसुन

45

कोलकाता

लहसुन

48

कोलकाता

तरबूज

16

कोलकाता

अनन्नास

45

55

कोलकाता

सेब

130

140

कोलकाता

आम

60

70

कोलकाता

लीची

45

55

कोलकाता

नींबू

40

50

लखनऊ

सेब

90

110

लखनऊ

आम

40

45

लखनऊ

लीची

55

80

लखनऊ

नींबू

35

40

लखनऊ

आलू

15

16

लखनऊ

अदरक

24

25

लखनऊ

प्याज़

13

14

वाराणसी

आलू

15

16

वाराणसी

अदरक

34

35

वाराणसी

आम

30

40

वाराणसी

अनन्नास

20

30

वाराणसी

लहसुन

15

20

वाराणसी

लहसुन

20

25

वाराणसी

लहसुन

25

35

गुवाहाटी

अदरक

34

38

गुवाहाटी

आलू

17

19

गुवाहाटी

आलू

20

22

गुवाहाटी

नींबू

48

गुवाहाटी

तरबूज

8

9

गुवाहाटी

आम

51

गुवाहाटी

लीची

55

गुवाहाटी

लहसुन

20

25

गुवाहाटी

लहसुन

30

35

गुवाहाटी

लहसुन

35

39

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मध्यप्रदेश मंडियों में जानें क्या रहे चने के भाव?

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे पिपलिया, धार, उज्जैन, खंडवा, इंदौर और महू आदि में क्या चल रहे हैं चने के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में चना के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

इंदौर

3,705

5,005

महू

6,987

7,750

खंडवा

3,650

4,200

खरगोन

3,800

4,399

बड़वाह

4,000

4,145

सनावद

4,000

4,880

झाबुआ

4,250

4,535

कुक्षी

600

1,300

धार

3,300

4,750

खाचरद

3,260

4,120

पिपलिया

3,592

4,300

स्रोत: मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपने चना जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

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मध्यप्रदेश मंडियों में 15 जून को क्या रहे प्याज़ के भाव?

Onion Mandi Bhaw

आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे हरदा, रतलाम, इंदौर, देवास, नीमच और शाजापुरआदि में क्या चल रहे हैं प्याज़ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में प्याज़ के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

देवास

300

1000

हरदा

500

700

होशंगाबाद

600

1,200

शाजापुर

300

1,320

खरगोन

500

1000

कालापीपल

275

1,300

इंदौर

300

1,600

खंडवा

400

700

सेंधवा

245

555

नीमच

301

1,501

रतलाम

325

1,640

शुजालपुर

400

1,290

छिंदवाड़ा

800

1,100

सीहोर

200

1,367

स्रोत: एगमार्कनेट/ राष्ट्रीय कृषि बाजार

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मुर्रा भैंस की खरीदी पर पाएं 75% का अनुदान, जानें योजना से जुड़े बाकी लाभ

देश में खेती और पशुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के बाद पशुपालन को आय का दूसरा बेहतर साधन माना जाता है। पशुपालन के जरिए दूध प्राप्त करने के अलावा, किसान इनके मल का प्रयोग प्राकृतिक खाद बनाने में कर सकते हैं। 

हालांकि सभी किसान आर्थिक तंगी के चलते पशु खरीदने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार राज्य के किसानों को मुर्रा भैंस की खरीद पर 50% की सब्सिडी प्रदान कर रही है, ताकि हर तबके का किसान पशुपालन के जरिए अपनी आय का साधन जुटा सके।

योजना में क्या है खास?

इस योजना के अनुसार प्रदेश सरकार पड़ोसी राज्य हरियाणा से मुर्रा भैंसों को मंगवा रही है, जिन्हें 50% की छूट के साथ पशुपालकों को बेचा जाएगा। इसके अलावा एसटी और एससी वर्ग के पशुपालकों को 75% तक की छूट दी जाएगी। इस योजना के तहत पालक अधिकतम दो भैंस खरीद सकते हैं, इनमें से एक गर्भवती और दूसरी बच्चे के साथ दी जाएगी। हांलाकि शर्त यह भी है कि भैंस खरीदने के बाद इन्हें कम से कम पांच साल तक अपने पास रखना अनिवार्य होगा। 

मुर्रा भैंस की विशेषता

दुग्ध उत्पादन में मुर्रा भैंस सबसे अच्छी नस्ल मानी जाती है। मुर्रा भैंस एक दिन में 12 से 15 लीटर तक दूध देती है। खासतौर पर यह नस्ल पंजाब और हरियाणा में पायी जाती है। हरियाणा में इसे ‘काला सोना’ तक कहा जाता है। एक मुर्रा भैंस की कीमत करीब एक लाख रूपए है, जिन्हें मध्यप्रदेश सरकार अपनी राज्य की जनता को आधे से भी कम दाम पर उपलब्ध करा रही है।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates

आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे मंदसौर, इटारसी, आलमपुर, झाबुआ, निवाड़ी और आगर आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

आगर

1750

2190

अजयगढ़

1900

1930

आलमपुर

1960

1985

अमरपाटन

1800

2100

अशोकनगर

0

0

बड़ा मलहरा

1810

2041

बदनावर

1875

2470

बड़वाह

1960

2097

बागली

2000

2315

बैतूल

1750

2050

भीकनगांव

1800

2150

बीना

1850

2222

बीना

2470

2852

हरपालपुर

1890

2000

ईसागढ़

2300

2510

ईसागढ़

1850

2250

इटारसी

1831

2021

जतारा

1900

1950

झाबुआ

2100

2175

करही

2020

2020

खनियाधाना

1800

1925

खरगोन

1901

2235

खातेगांव

1800

2250

कोलारस

1800

1988

लटेरी

1700

1985

लटेरी

2730

2730

लटेरी

2000

2205

मंदसौर

1890

2260

निवाड़ी

1930

1960

पचोर

1285

1980

पवई

1890

1890

पिपरिया

1710

1973

सांवेर

1800

2135

सेगाँव

2100

2200

शाहगढ़

1890

1924

श्योपुरकलां

1760

2102

सिमरिया

1840

1905

स्रोत: एगमार्केनेट

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जानिए, कपास की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन कब करें?

👉🏻प्रिय कपास उत्पादक किसान भाई, हमारे देश में कपास की कम पैदावार का एक मुख्य कारण मिट्टी की उर्वरता का कम होना है। जहां पर उचित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग किया गया है, वहां काफी अच्छी पैदावार देखी गयी है। आइये जानते हैं की कपास की फसल में कब और कितनी मात्रा में पोषक तत्व प्रबंधन करें:-

कपास की बुवाई के 15-20 दिन बाद:- यूरिया 40 किलोग्राम + डीएपी 50 किलोग्राम + ज़िंक सल्फेट (ग्रोमोर) 5 किलोग्राम + सल्फर 90% डब्ल्यूजी (ग्रोमोर) 5 किलोग्राम प्रति एकड़ मिट्टी के माध्यम से दें।

बुवाई के 25-30  दिन बाद:- NPK 19:19:19 @1 किलोग्राम + नोवामैक्स (जिब्रेलिक एसिड 0.001% एल) @ 300 मिलीलीटर @ 150 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़काव करें। 

बुवाई के 40-45 दिन बाद:- यूरिया @ 30 किलोग्राम + एमओपी @ 30 किलोग्राम + मैग्नीशियम सल्फेट @10 किलोग्राम प्रति एकड़ मिट्टी के माध्यम से दें।

बुवाई के 60-70 दिन बाद:- फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए NPK 00:52:34 @ 1 किलोग्राम + प्रो-एमिनोमैक्स (अमीनो एसिड) @ 250 मिली, प्रति एकड़ 150 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। 

बुवाई के 80-110 दिन बाद:- डोडे के विकास एवं बेहतर गुणवत्ता के लिए NPK 00:00:50 @ 1 किलोग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

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सोयाबीन की उन्नत किस्में एवं उनकी विशेषताएं

👉🏻किसान भाइयों सोयाबीन, खरीफ की प्रमुख फसलों में से एक है, इसकी बुवाई के लिए उन्नत किस्मों का चयन कर किसान भाई उच्च उपज प्राप्त कर सकते है। आइये जानते हैं सोयाबीन की वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित उन्नत किस्मों के बारे में –

मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र के लिए उन्नतशील किस्में 

एमएसीएस (1520):- इस किस्म की फसल अवधि लगभग 100 दिनों की होती है। फूल बैंगनी के होते है। चारकोल रॉट, पीला मोज़ेक वायरस, अल्टरनेरिया ब्लाइट एवं अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट के लिए प्रतिरोधक है। तना मक्खी, बिन बग, स्टिंक बग, चक्र भृंग, फली छेदक कीट के लिए अत्यधिक प्रतिरोधक क्षमता है।   

एनआरसी -130:- फसल अवधि लगभग 90 दिन की होती है। सीमित वृद्धि, रोये रहित चिकनी फलिया, पीला नाभिका, चारकोल रॉट, लिफ़ स्पॉट, एवं पॉड ब्लाइट के प्रति प्रतिरोधी किस्म है। 

आरएससी – 10-46:- फसल अवधि लगभग 100 दिन की होती है। सीमित वृद्धि, बैंगनी फूल, काली नाभिका, पीला मोज़ेक वायरस, चारकोल रॉट, ब्लाइट के साथ तना बेधक पर्णभक्षी कीटों के प्रति प्रतिरोधकता है। 

आरएससी – 10-52:- फसल अवधि लगभग 100 दिन की होती है, बैंगनी फूल, काली नाभी, बड ब्लाइट, बैक्टीरियल पश्चुल, टारगेट लिफ़ स्पॉट ,चारकोल रॉट, एवं तना छेदक के प्रति प्रतिरोधकता है।

एएमएसएमबी – 5-18:- फसल अवधि लगभग 100 दिन की होती है, बैंगनी फूल, भूरी नाभी।चारकोल रॉट के लिए प्रतिरोधी, पीला मोज़ेक वायरस,बैक्टीरियल ब्लाइट, रायजोक्टोनिआ ब्लाइट, एवं अल्टरनेरिया लिफ स्पॉट के लिए मध्यम प्रतिरोधी किस्म है। 

 एनआरसी – 128:- फसल अवधि लगभग 100 दिन की होती है, अर्ध-सिमित, नुकीला अंडाकार पत्तियां, बैंगनी फूल, जलभराव के लिए सहनशील किस्म, चारकोल रॉट के लिए मध्यम प्रतिरोधक किस्म है।

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देश के विभिन्न मंडियों में 14 जून को क्या रहे फलों और फसलों के भाव?

Todays Mandi Rates

मंडी

फसल

न्यूनतम मूल्य (किलोग्राम में)

अधिकतम मूल्य (किलोग्राम में)

शाजापुर

प्याज़

4

5

शाजापुर

प्याज़

5

6

शाजापुर

प्याज़

11

13

रतलाम

प्याज़

3

4

रतलाम

प्याज़

5

7

रतलाम

प्याज़

8

10

रतलाम

प्याज़

11

15

रतलाम

लहसुन

4

8

रतलाम

लहसुन

9

20

रतलाम

लहसुन

21

32

रतलाम

लहसुन

33

38

विजयवाड़ा

करेला

60

विजयवाड़ा

भिन्डी

45

विजयवाड़ा

बैंगन

45

विजयवाड़ा

आलू

32

विजयवाड़ा

अदरक

60

विजयवाड़ा

पत्ता गोभी

50

विजयवाड़ा

गाजर

55

विजयवाड़ा

खीरा

40

विजयवाड़ा

शिमला मिर्च

75

विजयवाड़ा

टमाटर

45

विजयवाड़ा

हरी मिर्च

45

आगरा

शिमला मिर्च

50

आगरा

फूलगोभी

20

आगरा

प्याज़

15

आगरा

आलू

22

आगरा

हरी मिर्च

40

आगरा

अदरक

35

आगरा

पत्ता गोभी

20

आगरा

गाजर

18

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अब घर बैठे पाएं सम्मान निधि की अगली किस्त, जानें ये बड़ा अपडेट

देश की लगभग 60% आबादी कृषि व्यवसाय पर निर्भर है। इन किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार कई योजनाएं चला रही हैं। इनमें से एक ‘पीएम किसान सम्मान निधि योजना’ है। इस योजना के माध्यम से किसानों के खाते में सलाना 6 हजार रूपए किस्तों के रूप में भेजे जाते हैं।

प्रति वर्ष हर चार माह के अंतराल में 2-2 हजार रूपए की तीन किस्तें किसानों के खाते में भेजी जाती हैं। आंकड़ों के अनुसार देश के लगभग 10 करोड़ किसान परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। अब इस योजना में एक और नया अपडेट आ गया है। जिसकी मदद से आप अपने घर बैठे पीएम किसान सम्मान निधि की राशि प्राप्त कर सकेंगे।

दरअसल इस योजना के अंतर्गत डाकघर विभाग ने एक खास अभियान ‘बैंक आपके द्वार’ शुरू किया है। इसके माध्यम से किसान भाई इनबेल्ड पेमेंट सिस्टम की मदद से यह राशि घर बैठे ही प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ ही सरकार ने इस योजना का लाभ उठाने के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है। जिसकी अंतिम तारीख 31 मई से बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी है। हालांकि डेडलाइन से पहले ई-केवाईसी न करवाने पर किसान भाई अगली किस्त से वंचित रह सकते हैं।

ई-केवाईसी कराने की प्रक्रिया

ई-केवाईसी के लिए पीएम किसान योजना की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। यहां दाईं तरफ फार्मर कॉर्नर के नीचे ई-केवाईसी टैब पर क्लिक करें। इसके बाद एक नया पेज ऑपन होगा, यहां आधार नंबर डालकर सर्च टैब पर क्लिक करें। अब आपके आधार में रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर ओटीपी आएगा, इसे आधार रजिस्टर्ड मोबाइल ओटीपी पर सब्मिट कर दें। इस तरह ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

स्रोत: आज तक

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