आपकी सोयाबीन फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के 0 से 3 दिन पहले-बीज़ों को कवक जनित रोगो से बचने के लिए

बीज को फफूंद से बचाने के लिए बीजों को कार्बोक्सिन 17.5%+ थायरम 17.5% ( विटावैक्स पावर) 2.5 ग्राम/किलो बीज या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% (साफ) 2.5 ग्राम /किलो बीज + थियामेंथोक्साम (रेनो ) 4 मिली/ किलोग्राम बीज के हिसाब और ट्रायकोडर्मा विरिडी (राेजोकेयर) 5 ग्राम प्रति किलो बीज़ से उपचारित करें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी सोयाबीन फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के 8 से 10 दिन पहले-मिट्टी की संरचना सुधारने के लिए

FYM के 500 किग्रा + मेट्राजियम एसपीपी (कालीचक्र) 1 किग्रा + सोया समृद्धि किट प्रति एकड़ की दर से ठीक से मिलाएं और एक एकड़ क्षेत्र की मिट्टी में फैलाएं। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी कपास फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 90 से 100 दिनों में – बोलवॉर्म (सुंडी) के प्रबन्धन के लिए

बोलवॉर्म के प्रबंधन के लिए 200 लीटर पानी में फेनप्रोप्रेथ्रिन 10% EC (डेनीटाल) 400 मिली +डायफैनथीयुरॉन 50%WP(पेजर) 250 मिली प्रति एकड़ स्प्रे करें। गेंदों की बेहतर वृद्धि के लिए इस स्प्रे में 00:00:50 @ 1 किलोग्राम प्रति एकड़ डालें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी कपास फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 75 से 80 दिनों में -कवकजनित रोगों के प्रबंधन के लिए

कीटों और कवकजनित रोगों के प्रबंधन के लिए पायरीप्रोक्सीफैन 10% + बॉयफैनथ्रिन 10% EC (प्रूडेंस) 250 मिली +मोनोक्रोटोफॉस 36% SL(फोस्किल) 400 मिली +थायोफिनेट मिथाइल 70%W/W (मिलडुविप) 300 ग्राम +00 :00:50 1 किलो 200 मिली प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी कपास फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 60 से 65 दिनों में – बोलवॉर्म (सुंडी) के प्रबन्धन के लिए

बोलवॉर्म (सुंडी) का प्रबन्धन (सुंडी) के प्रबंधन के लिए नोवालूरान 5.25%+इमामेक्टिन बेंजोएट 0.9% SC (बेराजाइड) 600 मिली प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करे । बोल्‍स (डोड़े) के बेहतर विकास के लिए एमिनो एसिड (प्रोएमिनोमेक्स) 250मिली + 00:52:34 उर्वरक 1 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से इस स्प्रे में मिलाये| अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी कपास फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 51 से 55 दिनों में – फूलो की वर्द्धि बढ़ाने एवं कवक रोगो से बचाव के लिए

फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए होमब्रेसिनोलाइड (डबल ) 100 मिली को 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़काव करे | यदि पत्तियों पर किसी भी प्रकार की सफेद फफूंद वृद्धि देखी जाती है तो इस स्प्रे में कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63%(साफ़) 400 ml कीट नियंत्रण के लिए एबामेक्टिन 1.9 % EC(एबासीन) 150 ml प्रति एकड़ की दर से मिला दे| अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी कपास फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 36 से 40 दिनों में – कवक जनित रोगो के प्रबधन के लिए

 गुलाबी इल्ली और कवकजनित रोगो से बचाव के लिए एसिटामिप्रीड 20% SP ( एरिस्टाप्रिड) 100 ग्राम + प्रोफेनोफॉस 40%+साइपरमेथिन 4% EC ( प्रोफेक्स सुपर) 400 मिलीलीटर अच्छी वृद्धि और विकास के लिए 19:19:19 1 kg + GA 0.001% 300 के लिए छिड़काव करे । 200 लीटर पानी मिला कर छिड़काव करे । अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी कपास फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 31 से 35 दिनों में – खड़ी फसल में उर्वरको की खुराक के लिए

बेहतर फसल वृद्धि और विकास के लिए यूरिया 40 किग्रा + DAP 50 kg + सल्फर 5 kg + जिंक सल्फेट 5 kg प्रति एकड़ मिट्टी में फैला दे| अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी कपास फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 26 से 30 दिनों में – हाथ से निदाई एवं गुड़ाई के लिए

यह भोजन के लिए फसल-खरपतवार प्रतियोगिता का आदर्श समय है। इस अवधि में एक निराई-गुड़ाई पूरी करें| अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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आपकी कपास फसल के लिए अगली गतिविधि

बुवाई के बाद 21से 25 दोनों में – आगामी सिंचाई के लिए

वानस्पतिक अवस्था के दौरान फसल को दूसरी सिंचाई दें। जड़ सड़न, विल्ट जैसी बीमारियों से बचाव के लिए अतिरिक्त पानी को बाहर निकालें। मिट्टी की नमी के आधार पर 7 से 10 दिनों के अंतराल पर अगली सिंचाई दें। अधिक जानकारी के लिए हमारे टोल नंबर 1800-315-7566 पर मिस्ड कॉल करे|

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