मौसम परिवर्तन से होने वाले इल्लीवर्गीय कीटों के प्रकोप से फसलों का ऐसे करें बचाव

मौसम में अचानक हुए परिवर्तन के कारण रबी सीजन की सब्जी वर्गीय फ़सलों के साथ साथ आलू, गेहू, चना आदि फसलों में इल्लियों का प्रकोप बहुत अधिक मात्रा में होने की सम्भावना रहती है। कम तापमान एवं अधिक नमी वाले मौसम में इल्लियां अंडो से बाहर निकलती है एवं इनके शिशु फसलों की पत्तियों, तने, फलों, फूलों आदि को कुतर कर फसलों को बहुत नुकसान पहुँचाती है।

इस तरह के मौसम में हरी इल्ली, तम्बाकू की इल्ली, फल छेदक आदि इनके नियंत्रण के लिए निम्र उत्पादों का उपयोग बहुत प्रभावशाली होता है।

नियंत्रण: इन इल्ली वर्गीय कीटों के निवारण के लिए क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5% SC @ 60 मिली/एकड़ या नोवालूरान 5.25% + इमामेक्टिन बेंजोएट 0.9% SC @ 600 मिली/एकड़ या प्रोफेनोफोस 40% + सायपरमेथ्रिन 4% EC@ 400 मिली/एकड़ या इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG@ 100 ग्राम/एकड़ की दर छिड़काव करें।

हर छिड़काव के साथ जैविक उपचार रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से अवश्य उपयोग करें।

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मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में अभी और गिरेगा तापमान, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather report

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

सर्दियों के मौसम ने पहाड़ी क्षेत्रों में दस्तक दे दी है और इसी का असर अब धीरे धीरे मैदानी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है। इसके कारण कई जगहों पर मौसम के मिज़ाज में बदलाव देखने को मिला है। मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में पिछले दो-तीन दिनों से हलकी बारिश देखने को मिल रही है और तापमान में भी गिरावट हुई है।

आगामी कुछ दिनों में हालांकि बारिश तो बंद होगी पर तापमान के और गिरने की संभावना जताई जा रही है। आगामी 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में कमी की संभावना है।

इसके अलावा कोंकण गोवा और मध्य महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा गरज-चमक के साथ बौछारें गिरने का अनुमान है। वहीं उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, केरल और अरुणाचल प्रदेश में भी कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।

स्रोत: कृषि जागरण

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शुगर मिल मालिक किसानों से 285 रुपए प्रति क्विंटल से करेंगे गन्ने की खरीदी

Sugar mill owners to buy sugarcane from farmers for Rs 285 per quintal

मध्यप्रदेश के छिन्दवाड़ा जिले के कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में क्षेत्र के शुगर मिल मालिकों तथा किसानों की बैठक हुई। इस बैठक के दौरान सभी पक्ष के सुझावों से महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में यह फैसला किया गया कि छिन्दवाड़ा में 285 रुपए/क्विंटल की दर से शुगर मिल मालिकों द्वारा किसानों से गन्ने की खरीदी का कार्य किया जाएगा।

बैठक में यह भी निश्चित किया गया की नज़दीकी जिले नरसिंहपुर में गन्ने के रेट में वृद्धि होने के बाद उसी अनुसार छिन्दवाड़ा में भी रेट बढ़ाए जाएंगे। इसके अलावा यह भी निर्णय लिया गया की जिले के गन्ना मिल को छिंदवाड़ा जिले के कृषकों को प्राथमिकता देते हुए गन्ना क्रय करना होगा, इसके बाद ही अन्य जिले के किसानों का गन्ना क्रय किए जाने पर सहमति दी गई। वहीं शुगर मिल मालिकों को गन्ने की खरीदी के एक महीने के अंदर कृषकों को खरीदी का भुगतान करना अनिवार्य होगा।

स्रोत: कृषक जागरण

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टमाटर की फसल में थ्रिप्स के प्रकोप की रोकथाम जरूर करें

Thrips management in Tomato crop
  • थ्रिप्स: ये छोटे एवं कोमल शरीर वाले कीट होते है, जो पत्तियों की ऊपरी सतह एवं अधिक मात्रा में पत्तियों की निचली सतह पर पाए जाते हैं।
  • ये अपने तेज मुखपत्र के साथ पत्तियों, कलियों एवं फूलो का रस चूसते हैं। इसके प्रकोप के कारण पत्तियां किनारों की तरफ से भूरी हो जाती हैं।
  • प्रभावित पौधे की पत्तियां सुखी एवं मुरझाई हुई दिखाई देती हैं या फिर पत्तियां विकृत हो जाती हैं और ऊपर की ओर मुड़ जाती हैं।
  • थ्रिप्स के नियंत्रण के लिए रसायनों को अदला बदली करके ही उपयोग करना आवश्यक है।
  • प्रबंधन: थ्रिप्स के प्रकोप के निवारण के लिए फिप्रोनिल 5% SC @ 400 मिली/एकड़ या लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 4.9% CS @ 200 मिली/एकड़ या फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG @ 40 ग्राम/एकड़ या थियामेंथोक्साम 12.6% + लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 9.5% ZC @ 80 मिली/एकड़ या स्पिनोसेड 45% SC @ 75 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार: जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 500 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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अपनी फसल में करें नैनो उर्वरक का उपयोग, मिलेंगे कई फायदे

Use Nano fertilizer in your crop, you will get many benefits
  • नैनो फर्टिलाइजर एक ऐसा उत्पाद है जो नैनोकणों के साथ बनाया जाता है।
  • इन्हें पोषक तत्वों की दक्षता में सुधार करने के लिए तैयार किया गया है।
  • यह उर्वरक उत्पादन दर और उपज में वृद्धि करने में सहायक होते हैं।
  • यह उर्वरक अपशिष्ट उत्पादन को भी कम करते हैं।
  • यह उर्वरक फसलों को पोषक तत्व प्रदान करता है।
  • नैनो उर्वरक अघुलनशील पोषक तत्वों को बेहतर रूप से घुलनशील रूप में परिवर्तित करने में सहायक होता है।
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फलविक एसिड के उपयोग से फसलों को मिलते हैं कई फायदे

Crops benefit from the use of fulvic acids
  • फलविक एसिड का सबसे महत्वपूर्ण काम ये है कि ये मिट्टी को भुरभुरा बनाने में मदद करता है।
  • इससे जड़ों का विकास अधिक होता है। ये प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को तेज करता है।
  • जिससे पौधे में हरापन और शाखाओं में वृद्धि होती है। ये पौधे की तृतीयक जड़ों का विकास करता है जिससे की जमीन से पोषक तत्वों का अवशोषण अधिक हो सके।
  • यह पौधे में फलों और फूलों की वृद्धि करता है। मिट्टी की उर्वरा शक्ति में वृद्धि करता है।
  • पौधे की चयापचयी क्रियाओं में वृद्धि करता है। इससे उपज में भी वृद्धि होती है।
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तरबूज की इन उन्नत किस्मों की खेती कर प्राप्त करें अच्छी उपज

Get good yield by cultivating these advanced varieties of watermelon
  • सागर किंग: यह एक उच्च उपज एवं जल्दी पकने वाली किस्म है जिसके बीज छोटे, फल का आकार अंडाकार, फल का वज़न 3 से 5 किलो, फल का ऊपरी रंग गहरा काला एवं अंदर के गूदे का रंग गहरा लाल होता है। यह 60-70 दिनों में पकने वाली किस्म है।
  • सीमन्स बाहुबली: इस किस्म के फल का आकार अंडाकार, वज़न 3 से 7 किलो, रंग गहरा काला एवं चमकीला होता है। यह 65-70 दिनों में पकने वाली किस्म है तथा यह किस्म उकठा रोग के प्रति प्रतिरोध शक्ति रखती है।
  • नेनेसम मैक्स: इस किस्म के फल का आकार अंडाकार, फल का वज़न 7 से 10 किलो, ऊपरी रंग गहरा काला एवं अंदर का गूदा चमकीला होता है। यह किस्म 70-80 दिनों में पक जाती है।
  • ऑगस्टा: इस किस्म के फल का आकार अंडाकार, वज़न 7 से 10 किलो, ऊपरी रंग गहरा काला एवं अंदर का गूदे चमकीला होता है। यह 85-90 दिनों में पकने वाली किस्म है।
  • मेलोडी F-1: यह किस्म उच्च यातायात गुणवत्ता और लंबी जीवन अवधि वाली है। इसके फल का आकार अंडाकार, रंग गहरा काला, वज़न 4-5 किलो होता है। यह 65-70 दिनों में पकने वाली किस्म है।
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मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 5 लाख किसानों को भेजे गए 100 करोड़

100 crore sent to 5 lakh farmers under Mukhyamantri Kisan Kalyan Yojana

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने सीहोर जिले के नसरुल्लागंज में एक सभा के दौरान सिंगल क्लिक से 5 लाख किसानों के खातों में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत 100 करोड़ रुपये की राशि भेज दी है।

इस सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कृषि क्षेत्र के विकास को लेकर बहुत सारी बातें कही। वर्तमान में एमएसपी पर चल रहे घमासान के बीच उन्होंने किसानों को यह विश्वास दिलाया की “मंडियों और समर्थन मूल्य व्यवस्था को बंद करने वाली बातें भ्रामक और असत्य हैं।”

स्रोत: कृषक जगत

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प्याज़ में लगने वाले बैंगनी धब्बा रोग के लक्षण एवं नियंत्रण की विधि

Symptoms and control of purple blotch disease in Onion
  • अल्टरनेरिया पोरी की वजह से होने वाली यह बीमारी मिट्टी में पैदा होने वाली फंगस है।
  • शुरुआत में इस रोग के लक्षण प्याज की पत्तियों पर सफेद भूरे रंग के धब्बे बनाते हैं एवं उनका मध्य भाग बैंगनी रंग का होता है।
  • इस रोग का संक्रमण उस समय अधिक होता है, जब वातावरण का तापक्रम 27 से 30 डिग्री सेंटीग्रेड तथा आर्द्रता अधिक रहती है।

रासायनिक उपचार:
थायोफिनेट मिथाइल 70% W/P @ 300 ग्राम/एकड़ या कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63% WP @ 300 ग्राम/एकड़ या हेक्सकोनाज़ोल 5% SC @ 400 मिली प्रति एकड़ या टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% WG @ 500 ग्राम/एकड़ या क्लोरोथालोनिल 75% WP @ 400 ग्राम/एकड़ या कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम/एकड़ की दर से छिडकाव करें।

जैविक उपचार:
जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ या ट्राइकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ के रूप में उपयोग करें।

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जानें क्या चल रहा है इंदौर के मंडियों में भाव

इंदौर के महू (अंबेडकर नगर) मंडी में गेहूँ, चना, डॉलर चना, डॉलर चना बिटकी, मक्का, सोयाबीन का भाव क्रमशः 1660, 3650, 3645, 4135, 1213, 3845 रूपये प्रति क्विंटल चल रहा है।

इंदौर डिवीजन के अंतर्गत आने वाले खंडवा के कृषि उपज मंडी समिति में उरद, कपास बिना ओटी हुई, करेला, गेहूँ, देशी चना, टमाटर, प्याज, फूलगोबी, बैंगन, भिंडी मक्का, मेथी, सोयाबीन तथा लौकी का भाव क्रमशः 1242, 5480, 1350, 1541, 3899, 700, 856, 500, 1100, 1300, 1242, 500, 4125 और 528 रूपये प्रति क्विंटल है।

स्रोत: किसान समाधान

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