- मिट्टी का कटाव एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
- जब वर्षा के माध्यम से जल की बुँदे बहुत तेज़ी से मिट्टी पर गिरती है तो मिट्टी के छोटे छोटे कण बिखर जाते हैं और इसी के कारण मिट्टी में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
- मिट्टी का अधिक कटाव होने के कारण मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
- मिट्टी के कटाव के कारण फसल की उपज पर भी बहुत प्रभाव पड़ता है।
आपकी फसल के लिए बहुत लाभकारी है केंचुआ खाद
- केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost) एक उत्तम जैव उर्वरक है।
- यह केंचुए के द्वारा गोबर, वनस्पतियों एवं भोजन के कचरे आदि को विघटित करके बनाया जाता है।
- केंचुआ खाद संपूर्ण पोषक तत्वों से परिपूर्ण खाद माना जाता है।
- इस खाद के उपयोग से फसलों की उपज बहुत ज्यादा बढ़ाई जा सकती है।
- इस खाद में बदबू नहीं होती है एवं यह मिट्टी एवं वातावरण प्रदूषण भी नहीं करती है।
- केंचुआ खाद में 2.5 से 3% नाइट्रोजन, 1.5 से 2% सल्फर तथा 1.5 से 2% पोटाश पाया जाता है।
असमय बारिश से फसल विकास होगा अवरुद्ध, जानें फसल वृद्धि के उपाय
रबी फसलों फसलों की बुआई के बाद ज्यादातर किसान अपनी फसलों की सिंचाई कर ही रहे थे पर अचानक हुई बारिश के कारण खेतो में नमी की मात्रा बहुत अधिक हो गई होगी जिसके कारण फसलों का विकास बहुत प्रभावित होगा। इसके कारण जड़े जमीन से आवश्यक तत्वों का अवशोषण कम करेंगी या बिलकुल भी नहीं कर पाएंगी। इस वजह से पौधे पीले पड़ सकते हैं और फसल का विकास रुक जाएगा।
इन संभावित समस्याओं के समाधान हेतु आप निम्न उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं
प्रबंधन: प्रो एमिनोमेक्स @ 250 मिली/एकड़ या मेक्सरूट @ 100 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में, 250 ग्राम/एकड़ ड्रिप उपचार के रूप में एवं 500 ग्राम/एकड़ मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें या विगरमैक्स जेल@ 400 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
Shareआलू की फसल को एफिड एवं जेसिड के प्रकोप से ऐसे बचाएं
- एफिड एवं जैसिड रस चूसक कीटों की श्रेणी में आते हैं।
- यह कीट आलू की फसल की पत्तियों का रस चूसकर पौधे के विकास को बहुत प्रभावित करते हैं।
- इससे ग्रसित पौधे की पत्तियां पीली होकर सिकुड़ कर मुड़ जाती हैं। इसके अत्यधिक प्रकोप की अवस्था में पत्तियाँ सूख जाती हैं और इसके परिणामस्वरूप धीरे-धीरे पूरा पौधा भी सूख जाता है।
- इसके नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL@ 100 मिली/एकड़ या एसीफेट 75% SP@ 300 ग्राम/एकड़ या थियामेंथोक्साम 25% WG@ 100 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
- जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
मध्य प्रदेश में किसान सरकारी सहायता से बना सकेंगे कोल्ड स्टोरेज
मध्यप्रदेश राज्य की शिवराज सिंह सरकार द्वारा विकासखंड स्तर पर किसान भाइयों को छोटे कोल्ड स्टोरेज प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। ख़बरों के अनुसार उद्यानिकी फसलों के रख-रखाव हेतु कोल्ड स्टोरेज के लिए किसानों को मदद दी जाएगी, जिससे किसान स्वयं ही अपनी उपज को सुरक्षित रख पाएंगे।
गौरतलब है कि वर्तमान में सरकार बड़ी मंडियों के पास तथा जिला स्तर पर 5000 मीट्रिक टन की क्षमता वाले कोल्ड स्टोरेज लगाने हेतु मदद करती है। परन्तु इस नए निर्णय के बाद अब छोटे किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा।
स्रोत: कृषि जागरण
Shareटमाटर की फसल में लाल मकड़ी के प्रकोप की पहचान एवं नियंत्रण
- लाल मकड़ी टमाटर के पत्ते के निचले हिस्से में धागे नुमा संरचना बनाकर पत्तियों का रस चूसती हैं।
- रस चूसने के कारण पत्तियों का ऊपरी भाग पीला हो जाता है और धीरे-धीरे पूरी तरह मुड़कर सूख जाता है।
- इसके नियंत्रण के लिए स्पैरोमेसीफेन 22.9% SC @ 250 मिली/एकड़ या एबामेक्टिन 1.9% EC @ 150 मिली/एकड़ या प्रॉपरजाइट 57% EC@ 400 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
मध्यप्रदेश की 30 मंडियों को शिवराज सरकार बना रही है हाईटेक
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक अहम फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की सभी कृषि उपज मंडियों का विकास किया जा रहा है। पहले चरण में प्रदेश की 30 कृषि उपज मंडियों को हाइटेक बनाया जाएगा।
हाइटेक मंडियों में गोदाम, भंडारण, मूल्य संवर्धन, कोल्ड स्टोरेज और एग्री क्लीनिक की सुविधाएँ किसानों की मिलेंगी। इसके अलावा इन हाईटेक मंडियों में ग्रेडिंग मशीनें भी लगाई जाएंगी।
स्रोत: न्यूज़ 18
Shareश्री विधि तकनीक से करें गेहूँ की बुआई, मिलेंगे कई फायदे
- गेहूँ की खेती श्री विधि से करना लघु और सीमांत किसानों के लिए विशेष लाभदायक साबित हुई है।
- यह गेहूँ की खेती करने का एक तरीका है, जिसमें श्री विधि के सिद्धांतों का पालन करके अधिक उपज प्राप्त कि जाती है।
- इसमें कम बीज दर, यानि सिर्फ 10 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज़ की आवश्यकता होती है।
- इस विधि में बीजों को बीज उपचार करके ही बोया जाता है।
- पौधों के बीच दूरी 8 इंच रखी जाती है।
- 2 से 3 बार खरपतवार प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है।
- फसल की देखभाल सामान्य (परंपरागत) गेहूँ की फसल की ही तरह की जाती है।
अटल जयंती पर 9 करोड़ किसानों को मिलेंगे 18 हजार करोड़ रुपए
हर साल 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई जाती है। इस साल ये दिन किसानों के लिए ख़ास सौगात लेकर आ रही है। इस बार इस दिन देश भर के 9 करोड़ किसानों के बैंक खाते में भेजे जाएंगे 18 हजार करोड़ रुपए।
ये रकम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को भेजी जा रही है। अगर बात मध्यप्रदेश के किसानों की करें तो यहाँ के करीब 78 लाख किसानों के खाते में भी इस योजना की रकम भेजी जानी है।
स्रोत: कृषि जागरण
Shareमध्य प्रदेश समेत मध्य भारत के अन्य राज्यों में तापमान सामान्य रहेगा
आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश समेत मध्य भारत के अन्य राज्यों में तापमान सामान्य रहेगा। दिन और रात दोनों का तापमान घटना फिलहाल बंद हो जाएगा और सामान्य बना रहेगा।
वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर
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