इंदौर जनपद पंचायत के अहिल्यामाता गौशाला के विकास हेतू सरकार देगी 173 लाख रुपये

Government will development Ahilyamata Gaushala of Indore Janpad Panchayat

मध्य प्रदेश सरकार इंदौर जिले के इंदौर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पेडमी में अवस्थित अहिल्यामाता गौशाला को आदर्श गौशाला बनाने की तैयारी में है। दरअसल पिछले महीने प्रदेश के गौशालाओं के विकास के विषय पर चर्चा हेतु बैठक हुई थी जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी।

इस बैठक में यह निर्णय लिया गया था की प्रदेश के हर जिले में एक वृहद गौशाले का विकास किया जाएगा। अब इसी निर्णय का कार्यान्वयन हो रहा है और इंदौर के एक गौशाले को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। गौशाला के विकास कार्यों में 173 लाख रूपये खर्च किये जाने हैंl बता दें की इस गौशाले में वर्तमान में 400 गौवंश है जिसे जल्द ही 900 से 1000 गौवंश तक बढ़ाने की योजना है। इन गौशालाओं के विकास कार्य के कारण नए रोजगार सृजन होंगे।

स्रोत: कृषक जगत

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मध्य भारत में गर्मी से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather Forecast

मध्य भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में गर्मी का दौर जारी है। कई क्षेत्रों में तो तापमान 40 डिग्री का आंकड़ा छूने के कगार पर है। गुजरात, मध्य प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र, महाराष्ट्र के कई क्षेत्र में तापमान बहुत अधिक है और आने वाले दिनों में तापमान के और अधिक बढ़ने की संभावना है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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प्याज की फसल में गुलाबी जड़ों की समस्या का निवारण कैसे करें?

How to prevent pink root rot disease in onions
  • इस रोग का मुख्य लक्षण प्याज़ की जड़ों का गुलाबी हो जाना होता है।
  • जैसे – जैसे इस रोग का प्रकोप बढ़ता है वैसे वैसे इसके प्रभाव से जड़ें काली होकर सूख जाती हैं।
  • इसके कारण कंद का विकास बहुत अधिक प्रभावित होता है।

इसके निवारण के लिए निम्र उत्पादों का उपयोग करें

  • कीटाजिन 48% EC@ 400 मिली/एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W@ 300 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
  • जैविक उपचार के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें एवं स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
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मध्यप्रदेश के मंडियों में क्या रहा अलग अलग फसलों का भाव

 

मंडी फसल मॉडल भाव प्रति क्विंटल
रतलाम लहसुन 1500-6364
रतलाम लहसुन 1600-5900
पिपरिया गेहूँ 1401-1730
पिपरिया चना 3600-4710
पिपरिया मक्का 1100-1254
पिपरिया मूंग 4400-7500
पिपरिया सोयाबीन 4000-4480
पिपरिया तुअर 4700-6800
पिपरिया धान 1900-2705
धामनोद गेहूँ 1680-1756
धामनोद डॉलर चना 3650-6850
धामनोद मक्का 1230-1380
धामनोद सोयाबीन 4300-4310
धामनोद मौसमी चना 4500-4735
तिमरनी सोयाबीन 3300-4676
तिमरनी सरसों 4551
तिमरनी गेहूँ 1725-1788
तिमरनी चना 3824-4231
तिमरनी तुअर 3551
तिमरनी मक्का 1052-1150
तिमरनी मूंग 3140-8223
तिमरनी उरद 3500-6201
खरगौन गेहूँ 1676-1941
खरगौन चना 4557-5178
खरगौन मक्का 1270-1334
खरगौन कपास 4650-6450
खरगौन सोयाबीन 4891-5066
खरगौन तुअर 5757-6441
रतलाम इटालियन चना 4801-5140
रतलाम पीला सोयाबीन 3910-5125
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मूंग की फसल में पित शिरा वायरस का ऐसे करें नियंत्रण

yellow vein mosaic of green gram
  • पीत शिरा विषाणु मूंग में लगने वाला एक प्रमुख विषाणु जनित रोग है।
  • यह सफ़ेद मक्खी के कारण फैलता है एवं इसके कारण फसल को 25-30% तक नुकसान होता है।
  • इस रोग के लक्षण पौधे की सभी अवस्थाओं में नजर आ सकते हैं।
  • इसके कारण पत्तियों की शिराएं पीली पड जाती हैं एवं पत्तियों पर जाल जैसी संरचना बन जाती है।
  • इसके निवारण के लिए एसिटामिप्रीड 20% SP @ 100 ग्राम/एकड़ या डायफैनथीयुरॉन 50% WP @ 250 ग्राम/एकड़ या पायरीप्रोक्सीफैन 10% + बॉयफैनथ्रिन 10% EC@ 250 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों गर्मी का दौर जारी है, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather Forecast

मध्य भारत में एक विपरीत भूचक्रवातीय क्षेत्र बना हुआ है जिसके कारण हवाएं नीचे की तरफ चल रही हैं। ये हवाएं काफी गरम हैं जिसकी वजह से इन क्षेत्रों में तापमान लगातार बढ़ रहा है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में मौसम साफ़ भी रहा है। उम्मीद हैं की दक्षिणी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़ और गुजरात के साथ-साथ महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में काफी तेज गर्मी के साथ तेज धूप भी रहेगी। फिलहाल इन इलाकों में गर्मी से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं नजर आ रही है।

स्रोत : स्काईमेट वेदर

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पीएम किसान योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए किया गया बड़ा बदलाव

Major change made to prevent fraud in PM Kisan Yojana

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से देश के करोड़ों किसानों को लाभ हो रहा है। पर कई जगहों पर इस योजना का पैसा अपात्र किसानों को भी चला जा रहा है जिसे रोकने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब इस योजना को लेकर एक नया बदलाव होने जा रहा है।

पीएम किसान योजना के सभी पात्र किसानों को फायदा आसानी से मिले इसके लिए केंद्र सरकार ने देश के सभी ग्राम पंचायतों में योजना के लाभार्थियों की सूची लगाने का निर्देश दिया है। यह कार्य सभी राज्य सरकार को करना ज़रूरी होगा।

इससे वैसे सभी नकली किसान जो अब तक इस योजना का लाभ उठा रहे थे अब नहीं उठा पाएंगे। सरकार के इस नए निर्णय से गांव के हर व्यक्ति को यह जानकारी मिल जायेगी की योजना का लाभ कौन-कौन उठा रहा है और इससे फर्जीवाड़ा करने वाले की पहचान भी आसानी से हो जाएगी।

स्रोत: कृषि जागरण

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मूंग में बुआई के समय उर्वरक प्रबंधन व समृद्धि किट का उपयोग

Moong Samriddhi Kit
  • मूंग की बुआई के समय अच्छे अंकुरण के लिए जो तत्व बहुत आवश्यक होते हैं वे सभी तत्व मिट्टी उपचार के रूप में मूंग की बुआई के समय दिए जाते हैं।
  • DAP @ 40 किलो/एकड़ + MOP @ 20 किलो/एकड़ + ज़िंक सल्फेट @ 5 किलो की दर से मिट्टी में मिलाकर बुआई से पहले खाली खेत में भुरकाव करें।
  • इसके साथ ग्रामोफ़ोन लेकर आया है मूंग स्पेशल ‘सॉइल समृद्धि किट’ जो आपकी फसल का सुरक्षा कवच बनेगा।
  • इस किट में आपको वो सबकुछ एक साथ मिलेगा जिसकी जरूरत मूंग की फसल को होती है।
  • इस किट में पीके बैक्टीरिया का कंसोर्टिया, राइज़ोबियम बैक्टीरिया, ट्राइकोडर्मा विरिडी, ह्यूमिक एसिड, समुद्री शैवाल, अमीनो एसिड एवं मायकोराइज़ा शामिल है।
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पीएम किसान योजना की आठवीं क़िस्त जल्द आने वाली है, चेक करें स्टेटस

Eighth installment of PM Kisan Yojana is coming soon, check status

केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जरूरतमंद किसानों को आर्थिक मदद दी जाती हैं। इस योजना के तहत लाभार्थी को सालाना 6 हजार रूपये दिए जाते हैं। इस 6 हजार रूपये को 2-2 हजार रूपए के 3 किस्तों में किसानों को भेजा जाता है।

अब तक इस योजना के अंतर्गत 7 किस्तें जमा हुई हैं और अब आठवीं किस्त का इंतजार हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसकी आठवीं क़िस्त मार्च महीने के अंत तक जारी की जायेगी।

इस योजना के अंतर्गत अपना नाम चेक करने के लिए पीएम किसान योजना की वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर मौजूद फार्मर कार्नर पर क्लिक करें। इसके बाद बेनेफिशरी स्टेटस पर क्लिक करें। अब नया पेज खुलने के बाद अपना आधारकार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट नंबर को सत्यापित करें। इसके बाद आपको पता चल जाएगा की आपके खाते में पैसे आए या नहीं ।

स्रोत : किसान जागरण

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