बायोगैस के हैं कई फायदे, जानें कहाँ कहाँ कर सकते हैं उपयोग?

There are many benefits of biogas
  • बायोगैस सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा की तरह ही एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है।

  • यह गैस का वह मिश्रण है जो ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में जैविक सामग्री के विघटन से उत्पन्न होती है।

  • इसका मुख्य घटक हाइड्रोकार्बन है, जो ज्वलनशील है और जिसे जलाने पर ताप और ऊर्जा मिलती है।

  • बायोगैस का उत्पादन एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया द्वारा होता है, जिसके तहत कुछ विशेष प्रकार के बैक्टीरिया जैविक कचरे को उपयोगी बायोगैस में बदलते हैं।

  • इस उपयोगी गैस का उत्पादन जैविक प्रक्रिया (बायोलॉजिकल प्रोसेस) द्वारा होता है, इसलिए इसे जैविक गैस (बायोगैस) कहते हैं। मिथेन गैस बायोगैस का मुख्य घटक है।

  • बायोगैस ऊर्जा का एक ऐसा स्रोत है, जिसका उपयोग बार-बार किया जा सकता है।

  • इसका इस्तेमाल घरेलू तथा कृषि कार्यों के लिए भी किया जा सकता है।

  • बायोगैस संयंत्र से प्राप्त गैस का उपयोग भोजन पकाने व रौशनी करने के लिए किया जाता है।

  • बायोगैस से द्वि ईंधन इंजन चलाकर 100 प्रतिशत तक पेट्रोल एवं 80 प्रतिशत तक डीजल की बचत भी की जा सकती है।

  • इस तरह के इंजनों का उपयोग बिजली उत्पादन एवं कुएँ से पानी पंप करने में किया जाता है।

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मिट्टी परीक्षण में ऑर्गेनिक कार्बन का क्या है महत्व?

Importance of Organic Carbon for soil
  • ऑर्गेनिक कार्बन मिट्टी में ह्यूमस के निर्माण में सहायता करता है। इससे मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार होता है और उर्वरता को बनाए रखता है।

  • मिट्टी में इसकी अधिकता होने से मिट्टी की भौतिक और रासायनिक गुणवत्ता बढ़ जाती है। मिट्टी की भौतिक गुणवत्ता जैसे मिट्टी की संरचना, जल धारण क्षमता, आदि को कार्बनिक कार्बन द्वारा बढ़ाया जाता है।

  • इसके अतिरिक्त पोषक तत्वों की उपलब्धता, स्थानांतरण एवं रूपांतरण और सूक्ष्मजीवी पदार्थों व जीवों की वृद्धि के लिए भी जैविक कार्बन बहुत उपयोगी होता है।

  • यह पोषक तत्वों की लिंचिंग (भूमि में नीचे जाना) को भी रोकता है।

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मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में बढ़ेगा तापमान और चलेंगी गर्म हवाएं

Weather Update Hot

पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के ज्यादातर इलाके शुष्क ही बने रहें। आने वाले दिनों में भी इन इलाकों में मौसम की गतिविधियां देखने को नहीं मिलेगी। गुजरात में अब भीषण गर्मी का प्रकोप शुरू हो जाएगा। मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, खंडवा, खरगोन, बैतूल, होशंगाबाद जैसे इलाकों में अगले 1-2 दिनों में हीट वेव आने की संभावना है।

स्रोत : स्काईमेट वीडियो

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मध्य प्रदेश में अब आग से हुई फसल-क्षति की भरपाई करेगी सरकार

Government will now compensate for crop damage caused by fire in Madhya Pradesh

किसानों को कई बार आगजनी के कारण भी अपनी फसलों का नुकसान झेलना पड़ता है। इसी नुकसान की भरपाई के लिए अब मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश सरकार के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने इस बाबत कहा कि “सरकार आग से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के रूप में किसानों को आरबीसी-6 (4) में राहत राशि उपलब्ध करायेगी।”

मंत्री कमल पटेल ने पिछले दिनों प्रदेश के कुछ जिले में आग से हुए फसलों के नुकसान का सर्वे करवाने के निर्देश दिए थे। मंत्री कमल पटेल ने ये बातें ग्राम उंदराखेड़ी में आयोजित किये गए एक कार्यक्रम में कही।

स्रोत: युएनआई वार्ता

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तरबूज की फसल में ना होने दें कैल्शियम की कमी

Importance of calcium for watermelon crop
  • तरबूज की फसल में कैल्शियम की कमी से कई शारीरिक विकार उत्पन हो जाते हैं।

  • इसके कारण तरबूज के फलों में सड़न पैदा हो जाती है। यह विकार कोई कीट या रोगाणु से नहीं बल्कि यह कैल्शियम की कमी के कारण होता है।

  • मिट्टी में अगर कैल्शियम की कमी हो तो तरबूज के पौधे में इसकी पूर्ति नहीं हो पाती है और फलों में इसकी कमी के लक्षण देखने को मिलते हैं।

  • इसकी कमी को दूर करने के लिए कैल्शियम नाइट्रेट @ 10 किलो/एकड़ की दर से मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में रोगों व कीटों के प्रकोप की समयपूर्व जानकारी प्राप्त करते रहें । इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने किसान मित्रों से भी करें साझा।

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प्याज, तरबूज, गेहूँ, लहसुन जैसी सभी फसलें घर बैठे बेचें, खुद करें खरीददारों से बात

Gram Vyapar

रबी फसलों की कटाई के समय पूरे देश में एक बार फिर से कोरोना महामारी फैलने लगी है। कई क्षेत्रों में पिछले साल की तरह फिर लॉक डाउन लग गया है। पर कोरोना की इस दूसरी लहर में आपकी उपज बिक्री में कोई बाधा ना आये इसके लिए ग्रामोफ़ोन हर संभव कार्य कर रहा है। ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार के माध्यम से आप घर बैठे अपनी फसल के खरीददार ढूंढ सकते हैं और सौदा तय कर सकते हैं।

आप अपनी फसल की बिक्री सूची बना सकते है जिसे देख कर खरीददार स्वयं आपको सम्पर्क करेंगे। इसके साथ ही आप ग्राम व्यापार पर मौजूद बहुत सारे भरोसेमंद खरीददारों से स्वयं संपर्क कर सकते हैं और अपनी फसल का सौदा तय कर सकते हैं।

तो कुछ इस तरह आप बड़ी ही अपनी फसल के लिए सही खरीददार ढूंढ सकते हैं और डायरेक्ट बात कर सही भाव भी घर बैठे तय कर सकते हैं। देर ना करें ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से अपनी फसल का सौदा जल्द तय करें।

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मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में फिर तापमान में होगा इजाफा

Weather Forecast

मध्य भारत के ज्यादातर राज्य में पिछले 24 घंटे में मौसम शुष्क बना हुआ है। इन राज्यों में मध्यप्रदेश, गुजरात, दक्षिणी राजस्थान शामिल हैं। हालांकि विदर्भ के कुछ इलाकों में और छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियां देखने को मिली। अब विदर्भ और आसपास के इलाकों में मौसम साफ़ रहेगा और इन इलाकों में गर्मी बढ़ेगी। अगले 2-3 दिनों में इन इलाकों में तापमान 40 डिग्री के ऊपर बने रहने की संभावना है।

स्रोत : स्काईमेट वीडियो

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सरसों के भाव में जबरदस्त उछाल, पिछले सात साल में सबसे उच्च स्तर पर

mandi Bhaw

वर्तमान में सरसों का सीजन होने के बाद भी इसके भाव में तेजी देखने को मिल रही है। राजस्थान के भरतपुर में बुधवार को आंबेडकर जयंती होने की वजह से मंडी बंद थी। इस दौरान जो रखे हुए सौदे हुए उसमें सरसों के भाव 6500 रुपए क्विंटल पहुँच गए जो पिछले सात साल में अपने उच्चतम स्तर पर हैं।

बता दें की पिछले साल सरसों के अधिकतम भाव 6400 रुपए हुए थे वो भी दिसंबर-जनवरी के दौरान पर इस बार सीजन में ही भाव में जबरदस्त उछाल आ गया है। मंडी एक्सपर्ट बताते हैं की आने वाले दिनों में सरसों के भाव और बढ़ेंगे और यह 7000 रुपए तक भी जा सकते हैं।

स्रोत: भास्कर

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपने फसल की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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जिंक एवं विटामिन पशुओं के लिए है काफी जरूरी

Loss due to deficiency of zinc and vitamins in animals

जिंक पशुओं में कई एंजाइम के निर्माण में मदद करता है। इसकी कमी से पशुओं में प्रोटीन संश्लेषण में कमी एवं कार्बोहाइड्रेट के उपापचय में बाधा उत्पन्न होने लगती है तथा त्वचा संबंधी विकार जैसे त्वचा रूखी, कड़ी एवं मोटी हो जाती है।

विटामिन ई एवं सेलेनियम पशुओं के वृद्धि एवं प्रजनन के लिये बहुत ही आवश्यक खनिज होते हैं। विटामिन ई एवं सेलेनियम दोनों ही शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते हैं।

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इस योजना से 1 करोड़ तक का ऋण लें और अपना व्यवसाय शुरू करें

stand-up India scheme

सरकार द्वारा चलाई जा रही स्टैंड-अप इंडिया योजना से आप खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं और इसके लिए आपको अधिकतम 1 करोड़ रुपये तक का ऋण मिल सकता है।

साल 2016 में शुरू की गई इस योजना से आर्थिक दृष्टि से कमजोर किसी भी अनुसूचित जाति, जनजाति या महिला को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए 10 लाख से 1 करोड़ रुपए तक का ऋण दिया जाता है।

इस योजना के अंतर्गत ऋण अवधि 7 महीने से 18 महीने तक का होता है और SC / ST तथा महिला उद्यमी के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष है। इसके अंतर्गत पहली बार व्यवसाय खोलने के लिए ही ऋण मिलता है।

स्रोत: कृषि जागरण

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