अब शुरू करें बकरी पालन और पाएं 10 लाख रुपये की सब्सिडी!

Get a loan on a huge subsidy from bank for goat farming

अगर आप खेती के साथ-साथ अतिरिक्त आय का जरिया ढूंढ रहे हैं, तो बकरी पालन आपके लिए शानदार अवसर हो सकता है। केंद्र सरकार की नेशनल लाइव स्टॉक मिशन (NLM) योजना के तहत अब आप 20 लाख रुपये की लागत पर बकरी पालन शुरू कर सकते हैं, जिसमें आपको 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है। यानी कुल लागत का 50% सरकार दे रही है!

इस योजना के तहत किसान 100 से लेकर 500 बकरियों तक के प्रोजेक्ट शुरू कर सकते हैं। आवेदन के लिए आपको एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट, ज़मीन से जुड़े कागजात, आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स आदि दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और आप सीधे NLM पोर्टल से आवेदन कर सकते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

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क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव, जानें मंडी का हाल

garlic mandi rate,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में लहसुन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
उज्जैन बड़नगर लहसुन 2180 2551
भोपाल भोपाल लहसुन 1950 6650
मन्दसौर दलौदा लहसुन 1601 12400
सागर देवरी अन्य 3300 3300
इंदौर इंदौर लहसुन 200 8000
रतलाम जावरा लहसुन 4001 9000
नीमच जावद लहसुन 1110 11300
शाजापुर कालापीपल (F&V) लहसुन 1775 6510
राजगढ़ नरसिंहगढ़ लहसुन 2000 5400
होशंगाबाद पिपरिया(F&V) लहसुन 6500 10000
मन्दसौर पिपल्या लहसुन 2411 6210
रतलाम रतलाम लहसुन 2452 7000
रतलाम सैलाना लहसुन 1300 7281
शाजापुर शाजापुर लहसुन 1210 2054
शाजापुर शुजालपुर देसी 1100 5800
मन्दसौर सीतामऊ लहसुन 710 2100
उज्जैन उज्जैन लहसुन 690 3000

स्रोत: एगमार्कनेट

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धनिया की खेती से कम समय में मिल जायेगी जबरदस्त उपज और होगी खूब कमाई

Coriander cultivation will give tremendous yield in less time and earn a lot
  • धनिया की फसल के लिए शुष्क व ठंडा मौसम अच्छा होता है। इसके बीजों के अंकुरण के लिए 25 से 26 से.ग्रे. तापमान अच्छा होता है।

  • धनिया की सिंचित फसल के लिए अच्छी जल निकास वाली दोमट मिट्टी सबसे अधिक उपयुक्त होती है और असिंचित फसल के लिए काली भारी भूमि अच्छी होती है। धनिया क्षारीय एवं लवणीय भूमि को सहन नही करता है।

  • सिंचित क्षेत्र में अगर, जुताई के समय भूमि में पर्याप्त नमी न हो तो भूमि की तैयारी सिंचाई करने के उपरांत करनी चाहिए। इससे जमीन में जुताई के समय ढेले भी नही बनेंगे तथा खरपतवार के बीज अंकुरित होने के बाद जुताई के समय नष्ट हो जाएंगे।

  • धनिया की उन्नत किस्में  जैसे फाऊजा, सुरभी, रौनक-31 की खेती कर सकते हैं। बोने के समय की बात करें तो हरे पत्तों की उपज के लिये अप्रैल – मई माह में इसकी बिजाई कर सकते हैं।

  • सिंचित फसल में 15-20 किग्रा/हे तथा असिंचित फसल में 25-30 किग्रा/हे बीज की आवश्यकता होती है।

  • भूमि एवं बीज जनित रोगों से बचाव के लिए बीज को करमानोवा (कार्बेंन्डाजिम + मेंकोजेब) 2.5 ग्रा./कि.ग्रा. से उपचारित करें। धनिया की अच्छी पैदावार लेने के लिए गोबर खाद 20 टन/हे का भुरकाव करें। सिंचित फसल 60 किग्रा नत्रजन, 40 किग्रा फॉस्फोरस, 20 किग्रा पोटाश तथा 20 किग्रा सल्फर प्रति हेक्टेयर की दर से उर्वरक का उपयोग करें।

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राजस्थान सरकार की तारबंदी योजना अब छोटे किसानों के लिए भी

Get fencing done in the fields on 50% grant

राजस्थान सरकार ने किसानों की फसलों को नीलगाय, जंगली सूअर और अन्य आवारा पशुओं से बचाने के लिए ‘तारबंदी योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत किसानों को 50-70% तक की सब्सिडी दी जाती है ताकि वे अपनी कृषि भूमि की चारदीवारी या तारबंदी कर सकें। पहले इस योजना का लाभ सिर्फ उन किसानों को मिलता था जिनके पास कम से कम 1.5 हेक्टेयर जमीन होती थी, लेकिन अब नए दिशा-निर्देशों के अनुसार 2 बीघा (0.5 हेक्टेयर) जमीन वाले किसान भी इस योजना के लिए पात्र होंगे। इससे छोटे किसानों को भी अपनी फसल की सुरक्षा और बेहतर उत्पादन में मदद मिलेगी।

कैसे मिलेगा लाभ और कौन कर सकता है आवेदन?
तारबंदी योजना का लाभ लेने के लिए किसान ‘राज किसान साथी’ पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए आधार कार्ड, जन आधार, भूमि के स्वामित्व प्रमाणपत्र और बैंक विवरण जैसे दस्तावेज़ जरूरी होंगे। लघु और सीमांत किसानों को 60% तक (अधिकतम ₹48,000) और सामान्य किसानों को 50% तक (अधिकतम ₹40,000) की सब्सिडी मिलेगी। सामुदायिक आवेदन करने वाले किसानों के समूह को 70% तक की सब्सिडी दी जाएगी। यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने, उनकी आय बढ़ाने और कृषि कार्यों को सुरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

स्रोत: कृषि जागरण

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी

wheat mandi bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूँ के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
शाजापुर आगर गेहूँ 2451 2538
अशोकनगर अशोकनगर गेहूँ 2400 2750
छतरपुर बड़ामलहेड़ा मिल गुणवत्ता 2350 2435
उज्जैन बड़नगर मालवा शक्ति 2400 2410
धार बदनावर गेहूँ 2450 2450
शिवपुरी बराड़ गेहूँ 2265 2265
रायसेन बेगमगंज गेहूँ 2430 2500
बेतुल बेतुल मिल गुणवत्ता 2420 2445
सागर बीना गेहूँ 2475 2475
अशोकनगर चंदेरी गेहूँ 2325 2380
सिवनी छपारा मिल गुणवत्ता 2450 2450
मन्दसौर दलौदा गेहूँ 2700 2700
दतिया दतिया मिल गुणवत्ता 2400 2405
दतिया दतिया गेहूँ 2392 2392
सागर देवरी मिल गुणवत्ता 2625 2625
सागर देवरी गेहूँ 2600 2605
सागर देवरी गेहूँ-जैविक 2600 2600
देवास देवास गेहूँ 2300 2350
धार धामनोद गेहूँ 2460 2460
धार धार स्थानीय 2600 2605
धार धार लोकवन 2600 2625
धार धार मिल गुणवत्ता 2380 2380
धार धार गेहूँ 2430 2430
नरसिंहपुर गाडरवाड़ा मिल गुणवत्ता 2399 2400
सागर गढ़ाकोटा गेहूँ 2400 2425
इंदौर गौतमपुरा गेहूँ 2460 2540
भिंड गोहाद गेहूँ 2300 2300
गुना गुना गेहूँ 2595 3910
हरदा हरदा मिल गुणवत्ता 2510 2510
खंडवा हरसूद गेहूँ 2425 2460
इंदौर इंदौर मालवा शक्ति 2490 2560
इंदौर इंदौर मिल गुणवत्ता 2401 2925
इंदौर इंदौर गेहूँ 2466 2525
जबलपुर जबलपुर गेहूँ 2425 2428
राजगढ़ जीरापुर मिल गुणवत्ता 2330 2330
राजगढ़ जीरापुर गेहूँ 2325 2330
झाबुआ झाबुआ गेहूँ 2511 2511
आलीराजपुर जोबट गेहूँ 2425 2430
शिवपुरी करेरा मिल गुणवत्ता 2311 2400
शिवपुरी करेरा अन्य 2330 2340
कटनी कटनी मिल गुणवत्ता 2405 2405
खंडवा खंडवा गेहूँ 2451 2462
टीकमगढ़ खरगापुर मिल गुणवत्ता 2426 2427
खरगोन खरगोन गेहूँ 2525 2550
राजगढ़ खुजनेर मिल गुणवत्ता 2336 2336
धार कुक्षी लोकवन 2505 2505
धार कुक्षी गेहूँ 2400 2511
गुना कुंभराज गेहूँ 2215 2215
ग्वालियर लश्कर गेहूँ-जैविक 2300 2300
मन्दसौर मन्दसौर गेहूँ 2500 2500
भिंड मेहगांव गेहूँ 2355 2355
खंडवा मुंडी गेहूँ 2400 2400
मंडला नैनपुर गेहूँ 2425 2425
राजगढ़ नरसिंहगढ़ मिल गुणवत्ता 2400 2400
राजगढ़ नरसिंहगढ़ गेहूँ 2325 2325
नरसिंहपुर नरसिंहपुर मिल गुणवत्ता 2350 2400
नरसिंहपुर नरसिंहपुर मिल गुणवत्ता 2395 2420
सीहोर नसरुल्लागंज गेहूँ 2501 2538
छतरपुर नौगांव गेहूँ 2425 2435
टीकमगढ़ निवाड़ी मिल गुणवत्ता 2320 2395
राजगढ़ पचौर गेहूँ 1537 2400
सिवनी पलारी गेहूं का मिश्रण 2409 2409
पन्ना पन्ना मिल गुणवत्ता 2500 2500
झाबुआ पेटलावद लोकवन 2450 2460
झाबुआ पेटलावद गेहूँ 2305 2325
शिवपुरी पिछौर मिल गुणवत्ता 2200 2300
मन्दसौर पिपल्या गेहूँ 2358 2358
शिवपुरी पोहरी गेहूँ 2325 2325
रतलाम रतलाम गेहूँ 2400 3051
रतलाम रतलाम गेहूँ-जैविक 2950 3011
सीहोर रेहटी गेहूँ 2450 2450
सागर रहली गेहूँ 2389 2402
रतलाम सैलाना लोकवन 2400 2500
खरगोन सनावद गेहूँ 2380 5650
इंदौर सांवेर गेहूँ 2250 2551
सतना सतना गेहूँ 2346 2346
जबलपुर सीहोरा मिल गुणवत्ता 2586 2586
बड़वानी सेंधवा गेहूँ 2530 2600
सिवनी सिवनी मिल गुणवत्ता 2348 2350
सिवनी सिवनी गेहूँ 2470 2470
सागर शाहगढ़ मिल गुणवत्ता 2350 2350
सागर शाहगढ़ मिल गुणवत्ता 2325 2350
मन्दसौर शामगढ़ गेहूँ 2307 2307
श्योपुर श्योपुरबडोद गेहूँ 2370 2370
श्योपुर श्योपुरकलां गेहूँ 2340 2480
शिवपुरी शिवपुरी मिल गुणवत्ता 2350 2350
देवास सोनकच गेहूँ 2310 2450
शाजापुर सोयतकलां गेहूँ 2325 2325
शाजापुर सुसनेर गेहूँ 2280 2360
उज्जैन तराना गेहूँ 2289 2388
झाबुआ थांदला मिल गुणवत्ता 2500 2500
उज्जैन उज्जैन गेहूँ 2400 2425
श्योपुर विजयपुर गेहूँ 2310 2310

स्रोत: एगमार्कनेट

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कद्दूवर्गीय सब्जियों की फसल के प्रमुख कीट एवं नियंत्रण के उपाय

Major pests and control measures of cucurbitaceous crops

लालभृंग: यह चमकीले लाल रंग का कीट है जो पत्तियों को विशेषकर शुरूआती अवस्था में खा कर छलनी जैसा बना देता है। ग्रसित पत्तियाँ फट जाती हैं तथा पौधों की बढ़वार रूक जाती हैं।

नियंत्रण:  रासायनिक नियंत्रण के लिए मारक्विट (बायफैनथ्रिन 10% EC) 2 मिली + सिलिकोमैक्स गोल्ड 0.5 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। जैविक नियंत्रण के लिए बवेरिया वेसियाना 2 ग्राम/लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

लीफ माइनर: इस कीट की इल्ली पत्तियों के अंदर सुरंग बना कर हरितलवक को खाती हैं। इसके प्रभाव से पत्तियों पर सफ़ेद धारियां बन जाती हैं। यह मुख्य रूप से टमाटर, गिलकी, ककड़ी एवं समस्त कद्दू वर्गीय फसलों को नुकसान पहुँचाती है। 

नियंत्रण: इसके नियंत्रण के लिए नीमगोल्ड (एजाडिरेक्टिन 0.3%) 3000 पीपीएम 150 मिली, या  बेनेविया (सायट्रानिलिप्रोएल 10.26% ओडी ) 20-25 मिली +  सिलिकोमैक्स गोल्ड 5 मिली प्रति 15 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। 

फलमक्खी: इस कीट के मैगट छोटे फलों को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। इसकी इल्ली फल को अंदर से नुकसान पहुंचती है। इससे फल पकने से पहले ही गिर जाते हैं। इल्ली का आक्रमण होने से फलों में से भूरे रंग का चिपचिपा द्रव बहता है और फल का आकार बिगड़ जाता है। फल मक्खी अंडे देने के लिए फलों में छेद करती हैं। जिससे फलों में छेद नजर आने लगते हैं। प्रभावित फलों का आकार टेढ़ा हो जाता है। कीट का प्रकोप बढ़ने पर फल सड़ने लगते हैं। 

नियंत्रण: इसके मैगट पर सीधा नियंत्रण संभव नहीं है परंतु वयस्क नर मक्खियों की संख्या पर नियंत्रण करके इनके प्रकोप को कम किया जा सकता है। खेत में पौधों की रोपाई से पहले खेत की गहरी जुताई करें। इससे मिट्टी में पहले से मौजूद प्यूपा नष्ट हो जाएंगे। कीट को आकर्षित करने के लिए प्रति एकड़ खेत में 10 से 12 फेरोमोन ट्रैप लगाएं और इसके ल्यूर को 15 -20 दिन के अंतराल से बदलें। ल्यूर से नर कीट आकर्षित हो कर फंस जाते हैं। इससे फल मक्खियों की वृद्धि को नियंत्रित किया जा सकता है। प्रभावित फलों को तोड़ कर नष्ट कर दें। साथ ही रासायनिक नियंत्रण के लिए डेसिस (डेल्टामैथ्रिन 100 EC) 1 मिली प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें या सेलक्विन (क्विनलफॉस 25% EC) 2 मिली प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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बंगाल की खाड़ी में बन सकता है नया सिस्टम, दक्षिणी राज्यों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट

know the weather forecast,

 

दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना है, जिसके निम्न दबाव में गहराने की संभावना तेज है। लेकिन इसका असर भारत के पूर्वी तट पर अधिक नहीं होगा। अगले कुछ दिनों के दौरान दक्षिणी कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में भारी बारिश के साथ बिजली की गरज-चमक और ओलावृष्टि होने की उम्मीद है। वहीं, उत्तर भारत में मौसम शुष्क बना रहेगा। मध्य और पूर्वी भारत में भी शुष्क और गर्म रह सकता है। उत्तर, पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में तापमान बढ़ने के कारण कहीं-कहीं लू का प्रकोप बढ़ जाएगा, जिससे बहुत ज्यादा गर्मी होगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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अब बनिए ऊर्जा उद्यमी: सब्सिडी में लगाएं सोलर प्लांट और कमाएं स्थायी आय

PM-KUSUM scheme

अब तक किसान सोलर पैनल का उपयोग सिर्फ घर की छत या खेतों की सिंचाई के लिए करते आए हैं, लेकिन राजस्थान सरकार ने अब उन्हें एक कदम आगे बढ़ाते हुए ऊर्जा उद्यमी बनने का अवसर दिया है।

पीएम-कुसुम योजना के तहत शुरू की गई इस नई स्कीम में किसान अपनी जमीन पर सोलर पावर प्लांट लगाकर बिजली बना सकते हैं और उसे ग्रिड में बेचकर कमाई कर सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने टेंडर जारी किए हैं और किसानों, किसान समूहों व सहकारी संस्थाओं से आवेदन मांगे हैं।

किन्हें मिलेगा लाभ?

जिन किसानों की जमीन किसी बिजली सबस्टेशन के पास है, वे इस योजना के सबसे बड़े लाभार्थी बन सकते हैं। वे 1 मेगावाट या उससे अधिक क्षमता का प्लांट लगाकर सीधा ग्रिड को बिजली सप्लाई कर सकते हैं।

कमाई का फिक्स मॉडल

सरकार ने 3.04 रुपये प्रति यूनिट की दर तय की है, जो 25 वर्षों तक स्थिर रहेगी। यानी एक बार प्लांट लगाकर किसान ढाई दशक तक नियमित और सुनिश्चित कमाई कर सकेंगे।
ज़मीन की ज़रूरत और किराया

1 मेगावाट के सोलर प्लांट के लिए लगभग 1.5 से 2 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी। यदि किसान अपनी जमीन लीज पर देते हैं, तो उन्हें 80,000 से 1,60,000 रुपये प्रति हेक्टेयर सालाना किराया मिलेगा, जिसमें हर दो साल में 5% की बढ़ोतरी भी तय है।
आवेदन प्रक्रिया व शुल्क

योजना में भाग लेने के लिए किसी तकनीकी योग्यता की आवश्यकता नहीं है। आवेदन शुल्क निम्न प्रकार हैं:

  • RISL शुल्क: ₹2,950

  • आवेदन शुल्क: ₹5,000 प्रति मेगावाट

  • EMD: ₹1 लाख प्रति मेगावाट

पीएम-कुसुम योजना क्या है?

प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा के प्रति प्रोत्साहित करना है। इससे डीजल व बिजली से चलने वाले पंपों की जगह सोलर पंप उपयोग में लाए जा रहे हैं। इसका लाभ किसानों की लागत घटाने, पर्यावरण को सुरक्षित रखने और देश में अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के रूप में सामने आ रहा है।

स्रोत: कृषि जागरण

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क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव, देखें मध्य प्रदेश के मंडियों का हाल

soybean mandi Bhaw,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव
जिला कृषि उपज मंडी किस्म न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)
रतलाम आलोट सोयाबीन 3000 4226
शाजापुर आगर सोयाबीन 2100 4485
आलीराजपुर आलीराजपुर सोयाबीन 3600 4000
गुना एरन सोयाबीन 3505 4290
अशोकनगर अशोकनगर सोयाबीन 3641 4600
सीहोर आष्टा सोयाबीन 3130 4541
छतरपुर बड़ामलहेड़ा सोयाबीन 3909 3950
शिवपुरी बदरवास सोयाबीन 4000 4275
उज्जैन बड़नगर पीला 3526 4451
धार बदनावर पीला 3300 4525
शाजापुर बड़ोद सोयाबीन 4141 4141
छतरपुर बकस्वाहा पीला 3990 3990
सागर बामोरा पीला 4181 4399
होशंगाबाद बानापुरा पीला 3920 4452
सागर बाँदा सोयाबीन 3850 4150
शिवपुरी बराड़ सोयाबीन 3900 4275
रायसेन बेगमगंज सोयाबीन 3980 4280
भोपाल बैरसिया सोयाबीन 3840 4325
भोपाल बैरसिया पीला 3500 4355
बेतुल बेतुल सोयाबीन 4275 4375
बेतुल बेतुल सोयाबीन-जैविक 4150 4439
खरगोन भीकनगांव सोयाबीन 39 4000
भोपाल भोपाल सोयाबीन 3600 4340
राजगढ़ ब्यावरा सोयाबीन 3405 4320
सागर बीना सोयाबीन 3451 4270
बुरहानपुर बुरहानपुर सोयाबीन 4000 4300
बुरहानपुर बुरहानपुर सोयाबीन 4101 4275
राजगढ़ छापीहेड़ा सोयाबीन 4300 4300
छतरपुर छतरपुर सोयाबीन 3820 3825
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा सोयाबीन 4350 4350
छिंदवाड़ा छिंदवाड़ा पीला 3600 4275
मन्दसौर दलौदा अन्य 3811 4000
मन्दसौर दलौदा सोयाबीन 3702 4495
दमोह दमोह सोयाबीन 2800 4355
दमोह दमोह सोयाबीन 4000 4110
दमोह दमोह पीला 4200 4200
देवास देवास सोयाबीन 1100 4591
धार धार सोयाबीन 1920 4494
नरसिंहपुर गाडरवाड़ा सोयाबीन 4200 4411
धार गंधवानी सोयाबीन 3950 4200
विदिशा गंज बासौदा सोयाबीन 2500 4480
सागर गढ़ाकोटा सोयाबीन 4050 4350
इंदौर गौतमपुरा सोयाबीन 4150 4150
डिंडोरी गोरखपुर पीला 3850 3850
नरसिंहपुर गोटेगांव सोयाबीन 4016 4111
देवास हाटपिपलिया सोयाबीन 2300 4406
हरदा हरदा पीला 2800 4440
खंडवा हरसूद सोयाबीन 3700 4302
खंडवा हरसूद पीला 3890 3898
सीहोर इछावर सोयाबीन 3360 4321
इंदौर इंदौर सोयाबीन 1600 6000
जबलपुर जबलपुर सोयाबीन 3400 4150
रतलाम जावरा सोयाबीन 2900 4591
सीहोर जावर सोयाबीन 2906 4301
राजगढ़ जीरापुर सोयाबीन 3895 3895
झाबुआ झाबुआ सोयाबीन 4090 4125
आलीराजपुर जोबट सोयाबीन 3500 4000
आलीराजपुर जोबट सोयाबीन 4000 4050
मुरैना कैलारस सोयाबीन 4101 4101
शाजापुर कालापीपल सोयाबीन 3230 4470
शाजापुर कालापीपल पीला 1391 4396
देवास कन्नोड सोयाबीन 4100 4100
नरसिंहपुर करेली सोयाबीन 2000 5201
उज्जैन खाचरौद सोयाबीन 3200 4361
खंडवा खंडवा सोयाबीन 3900 4130
खंडवा खंडवा पीला 3800 4421
खरगोन खरगोन सोयाबीन 3810 4300
देवास खातेगांव सोयाबीन 2452 4502
राजगढ़ खिलचीपुर पीला 4100 4200
हरदा खिरकिया सोयाबीन 2850 4398
हरदा खिरकिया पीला 2600 4500
राजगढ़ खुजनेर सोयाबीन 3590 4270
सागर खुरई सोयाबीन 2000 4305
शिवपुरी कोलारस सोयाबीन 2000 4375
विदिशा कुरवाई सोयाबीन 4000 4050
विदिशा बाद में मैं सोयाबीन-जैविक 4155 4155
उज्जैन महिदपुर सोयाबीन 2800 4395
शाजापुर मक्सी पीला 4100 4315
गुना मकसूदनगढ़ सोयाबीन 3605 3840
नीमच मनसा सोयाबीन 3900 4539
नीमच मनसा सोयाबीन 3800 4520
धार मनावर सोयाबीन 4110 4110
मन्दसौर मन्दसौर सोयाबीन 4050 4488
मन्दसौर मन्दसौर सोयाबीन 3196 4491
इंदौर महू काला 3800 4300
इंदौर महू सोयाबीन 1150 4522
इंदौर महू सोयाबीन 1000 4351
शाजापुर मोमनबड़ोदिया सोयाबीन 3995 4290
शाजापुर मोमनबड़ोदिया पीला 3600 3800
बेतुल मुल्ताई पीला 3851 3851
उज्जैन नागदा सोयाबीन 3790 4350
उज्जैन नागदा पीला 1701 4385
सतना नागोद सोयाबीन 3475 3650
शाजापुर नलकेहड़ा सोयाबीन 3300 4390
राजगढ़ नरसिंहगढ़ सोयाबीन 3000 4440
सीहोर नसरुल्लागंज सोयाबीन 4300 4300
सीहोर नसरुल्लागंज सोयाबीन 3860 3910
नीमच नीमच सोयाबीन 650 4505
जबलपुर पाटन सोयाबीन 4180 4180
राजगढ़ पचौर सोयाबीन 2600 4400
राजगढ़ पचौर सोयाबीन 2365 4385
खंडवा पंधाना सोयाबीन 3900 3900
खंडवा पंधाना पीला 4001 4267
छिंदवाड़ा पंधुरना सोयाबीन 4200 4300
दमोह पथरिया सोयाबीन 4065 4380
झाबुआ पेटलावद सोयाबीन 3900 4300
होशंगाबाद पिपरिया सोयाबीन 4170 4300
होशंगाबाद पिपरिया सोयाबीन 4175 4400
मन्दसौर पिपल्या सोयाबीन 3801 4451
शिवपुरी पोहरी सोयाबीन 4045 4325
सागर राहतगढ़ पीला 3805 3805
धार राजगढ़ सोयाबीन 3963 4340
धार राजगढ़ पीला 3340 4396
रतलाम रतलाम सोयाबीन 1480 4515
सागर रहली सोयाबीन 4061 4301
सागर सागर सोयाबीन 3500 4460
रतलाम सैलाना सोयाबीन 2490 4800
रतलाम सैलाना सोयाबीन-जैविक 3440 3600
इंदौर सांवेर सोयाबीन 2400 4371
इंदौर सांवेर सोयाबीन 3800 4260
राजगढ़ सारंगपुर सोयाबीन 4300 4400
राजगढ़ सारंगपुर सोयाबीन 3100 4360
राजगढ़ सारंगपुर पीला 4200 4251
सतना सतना सोयाबीन 3505 3765
सीहोर सीहोर सोयाबीन 3751 4422
सीहोर सीहोर पीला 3101 4441
सीहोर सीहोर पीला 3400 4460
सागर शाहगढ़ सोयाबीन 3800 3920
सागर शाहगढ़ सोयाबीन 4000 4100
शाहडोल शाहडोल सोयाबीन 4000 4000
शाहडोल शाहडोल सोयाबीन 3600 4000
शाजापुर शाजापुर सोयाबीन 1000 4385
मन्दसौर शामगढ़ सोयाबीन 3600 4250
विदिशा शमसाबाद सोयाबीन 3905 4345
शिवपुरी शिवपुरी सोयाबीन 3885 4230
शाजापुर शुजालपुर सोयाबीन 1701 4380
हरदा सिराली सोयाबीन 4200 4349
हरदा सिराली पीला 4280 4290
विदिशा सिरोंज सोयाबीन 3260 4415
मन्दसौर सीतामऊ सोयाबीन 4152 4152
देवास सोनकच सोयाबीन 2000 4460
देवास सोनकच पीला 4076 4441
राजगढ़ सुठालिया पीला 4055 4055
रतलाम ताल पीला 3975 4437
उज्जैन तराना सोयाबीन 2352 4600
टीकमगढ़ टीकमगढ़ सोयाबीन 3600 4000
हरदा टिमरनी सोयाबीन 3900 4341
रायसेन उदयपुरा सोयाबीन 3400 3400
उज्जैन उज्जैन अन्य 4448 4448
उज्जैन उज्जैन सोयाबीन 1705 4521
उमरिया उमरिया सोयाबीन 4000 4000
उज्जैन उन्हेल सोयाबीन 2700 4405
विदिशा विदिशा सोयाबीन 3200 4551
विदिशा विदिशा सोयाबीन 3850 4390

स्रोत: एगमार्कनेट

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तरबूज व खरबूज में एन्थ्रेक्नोज रोग का ऐसे करें नियंत्रण

Control of Anthracnose disease in Watermelon and Muskmelon
  • पत्तियों पर सबसे पहले छोटे,अनियमित पीले या भूरे धब्बे दिखाई देते हैं। यह धब्बे समय के साथ फैलते हैं और गहरे होकर पूरी पत्तियों को घेर लेते हैं।

  • फल पर भी ये छोटे काले गहरे धब्बे उत्पन्न होते हैं जो धीरे-धीरे फैलते हैं। नमी युक्त मौसम में इन धब्बों के बीच में गुलाबी बीजाणु जन्म लेते हैं। 

  • इस रोग से बचाव के लिए, वीटावैक्स (कार्बोक्सिन 37.5 + थायरम 37.5) 2.5 ग्राम/किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें।

  • 10 दिनों के अंतराल से नोवाफ़नेट (थायोफनेट मिथाइल 70% WP) 300 ग्राम प्रति एकड़ या जटायु (क्लोरोथालोनिल 75 WP) 400 ग्राम प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।

  • जैविक नियंत्रण के लिए, मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेन्स) 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।

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