इन छात्रों को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा, पढ़ें पूरी खबर

Free bus travel facility to these students

उत्तरप्रदेश की यूपीटीईटी यानी उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल हो रहे 21 लाख से ज्यादा छात्रों को सरकारी बस में मुफ्त यात्रा की सुविधादी जा रही है। इस सुविधा के माध्यम से ये सभी छात्र सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं।

बता दें की इस सुविधा का लाभ 21 लाख से ज्यादा छात्र 22 से 24 जनवरी रात्रि 12 बजे तक उठा सकते हैं। सुविधा का लाभ उठाने के लिए छात्रों को प्रवेश पत्र की फोटो कॉपी सरकारी बस के कंडक्टर को देनी होगी और निशुल्क यात्रा का आनंद उठा सकते हैं।

स्रोत: दैनिक जागरण

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अगले हफ्ते किन फसलों के भाव में आएगी तेजी, देखें विशेषज्ञ समीक्षा

The prices of which crops will increase in the coming week

वीडियो के माध्यम से जानें आने वाले दिनों में किस फसल के भाव में आ सकती है तेजी।

वीडियो स्रोत: मार्केट टाइम्स टीवी

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ग्रामोफ़ोन खेती प्लस से किसान को मिला फसल डॉक्टर, शुरू हुई स्मार्ट खेती

Farmer got crop doctor from Gramophone Kheti Plus

ग्रामोफ़ोन खेती प्लस सेवा ने अपने लॉंच के बाद से ही किसानों के बीच चर्चा का विषय बन गया और किसानों के बीच इस सेवा से जुड़ने के लिए होड़ सी मच गई है। इस सेवा से सैकड़ों किसान जुड़ चुके हैं और आधुनिक व स्मार्ट खेती कर रहे हैं। ऐसे ही एक किसान हैं शाजापुर जिले के रंथभवर गांव के अशोक गिरी जी जो खेती प्लस सेवा से जुड़ कर अपनी खेती को नई ऊंचाइयां दे रहे हैं।

खेती प्लस सेवा से जुड़ने के बाद के अपने अनुभवों की साझा करते हुए अशोक गिरी जी ने बताया की वे इस सेवा से पूरी तरह संतुष्ट हैं और इसके माध्यम से उन्हें कृषि विशेषज्ञों का पूरा साथ मिल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने खेती प्लस लाइव क्लासेज की भी तारीफ की और बताया की वे इन क्लासेज का हिस्सा बन कर अपनी कृषि समस्याओं का निदान खुद विशेषज्ञों से प्राप्त कर लेते हैं। वीडियो के माध्यम से आप खुद देखें अशोक गिरी को खेती प्लस सेवा से किस प्रकार के लाभ मिल रहे हैं।

अभी खेती प्लस सेवा से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

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आगे कैसा रहेगा प्याज भाव, देखें इंदौर मंडी की साप्ताहिक समीक्षा

Indore onion Mandi Bhaw,

पिछले हफ्ते इंदौर मंडी में प्याज के भाव की साप्ताहिक समीक्षा वीडियो के माध्यम से देखें और जानें आने वाले दिनों में प्याज भाव कैसा रह सकता है?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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अजोला दुधारू पशुओं के लिए है एक वरदान

Azolla a nutritious aquatic fodder for livestock
  • नमस्कार किसान भाइयों हमारे देश की अर्थव्यवस्था में पशुपालन का महत्वपूर्ण स्थान है, हमारे यहां किसान की जोत का आकार दिन प्रतिदिन छोटा होता जा रहा है और किसान चाह कर भी, हरे चारे की खेती करने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं। यही वजह है कि देश में हरे चारे की उपलब्धता बहुत कम होती जा रही है।         

  • ऐसे में पशुओं के लिए हरे चारे के रूप में अजोला एक अच्छा विकल्प है।

  • अजोला उगाने के लिए हरे चारे की फसलों को उगाने की तरह उपजाऊ भूमि की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है।

  • इसे किसी भी प्रकार की भूमि में गड्ढा खोदकर और उसमें पानी भर कर जलीय चारे के रूप में उगाया जा सकता है।

  • अगर जमीन रेतीली है तो उसमे गड्ढे में प्लास्टिक की शीट बिछा कर पानी भर कर अजोला को उगाया जा सकता है।

  • अजोला गाय, भैंस, मुर्गियों व बकरियों के लिए आदर्श चारा है। 

  • अजोला खिलाने से दुध देने वाले पशुओं के दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होती है।

  • जो मुर्गी सामान्य रूप से साल में 150 अंडे देती है उन्हें अजोला आहार के रूप में देने से वह साल में 180-190 अंडे तक दे सकती है।

  • इतना ही नहीं, मछली उत्पादन में भी अजोला लाभकारी साबित हुआ है। 

  • अच्छी गुणवत्ता, पाचन शीलता और प्रचुर मात्रा में प्रोटीन का स्रोत होने के कारण अजोला किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

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होगी तेज बारिश व ओलावृष्टि, रहें तैयार, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

अगले 24 घंटों के दौरान पहाड़ों पर भारी हिमपात जारी रहेगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों सहित पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और पूर्वोत्तर में वर्षा। मुंबई सहित गुजरात के पूर्वी जिलों में भी छिटपुट वर्षा की गतिविधियां संभव है। आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में भी हल्की वर्षा हो सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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प्याज भाव में कैसी तेजी, देखें 22 जनवरी को इंदौर मंडी का हाल

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 22 जनवरी के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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सोयाबीन भाव में आएगी कितनी तेजी, देखें बाजार विशेषज्ञों का विश्लेषण

Will soybean prices rise

सोयाबीन भाव में आने वाले दिनों में कितनी तेजी या मंदी देखने को मिल सकती है? वीडियो के माध्यम से देखें बाजार विशेषज्ञों की राय!

स्रोत: यूट्यूब

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प्याज में गुलाबी सड़न रोग की पहचान एवं नियंत्रण के उपाय

Prevention of pink rot disease in onion crop
  • प्रिय किसान भाइयों प्याज की फसल में होने वाला गुलाबी सड़न एक प्रमुख रोग है।

  • इसका सबसे मुख्य लक्षण, प्याज़ की जड़ों का गुलाबी होकर सड़ जाना है, इसके कारण कंद का विकास बहुत अधिक प्रभावित होता है, कंद छोटा रह जाता है।

  • इसके नियंत्रण के लिए निम्न उत्पादों का उपयोग कर सकते है।

  • कीटाजिन 48% ईसी @ 400 मिली प्रति एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% डब्ल्यूपी @ 300 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें। 

  • जैविक नियंत्रण के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम प्रति एकड़ मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें एवं स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।

फसल की बुआई के साथ ही अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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आलू के कंद फटने के कारण एवं रोकथाम के उपाय

Are your potato tubers cracking
  • किसान मित्रों आलू की फसल जब 80 -90 दिन की हो जाती है तो कंद फटने की समस्या मुख्यतः देखी जाती है।

  • आलू की फसल में कंद फटने के निम्न कारण होते हैं जैसे – अत्यधिक नाइट्रोजन, खराब मिट्टी की संरचना, बोरॉन की कमी और कम रोपण घनत्व इस विकार के मुख्य कारण हैं। इसके अलावा खेत में अनियमित सिंचाई अर्थात खेत में ज्यादा सिंचाई के बाद में पूरी तरह से सूखने दें एवं अधिक सिंचाई दोबारा करने के कारण भी कंद फटने लगते है। 

  • कंदो पर कटे निशान, गले हुए धब्बे होने के कारण फफूंदी जनित रोगों एवं कीटों प्रकोप अधिक होने की सम्भावना रहती है।

  • फसल उत्पादन का अच्छा बाजार मूल्य प्राप्त करने के लिए आलू अच्छा चमकदार, बड़े आकार का होना चाहिए।

  • आलू में अच्छी चमक एवं फटने से रोकने के लिए बोरॉन 500 ग्राम + कैल्शियम नाइट्रेट 1 किलो प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

  • एक समान सिंचाई और उर्वरकों की सही मात्रा उपयोग करने से कंदों को फटने से रोका जा सकता है।

  • जिन क्षेत्रों में यह समस्या हर वर्ष देखने को मिलती है वहाँ धीमी वृद्धि करने वाले किस्मों का उपयोग करें इससे भी इस विकार को कम कर सकते है।

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