क्या है मिट्टी सौर्यीकरण (सोलेराइजेशन) की प्रक्रिया, जानें इसका महत्व

  • गर्मी में जब तेज धूप और तापमान अधिक हो (25 अप्रैल से 15 मई) तब मिट्टी सोलेराइजेशन का उत्तम समय होता है।
  • सर्वप्रथम मिट्टी को पानी से गीला करें, या पानी से संतृप्त करें।
  • इन क्यारियों को पारदर्शी 200 गेज (50 माइक्रोन) पॉलीथीन शीट से ढक कर गर्मियों में 5-6 सप्ताह के लिए फैला कर उसके चारों तरफ के किनारों को मिट्टी से अच्छी तरह से दबा दिया जाता है ताकि हवा अंदर प्रवेश ना कर सके।
  • इस प्रक्रिया में सूर्य की गर्मी से पॉलीथिन शीट के नीचे मिट्टी का तापमान सामान्य की अपेक्षा 8-10 डिग्री सेन्टीग्रेट बढ़ जाता है। जिससे क्यारी में मौजूद हानिकारक कीट, रोगों के बीजाणु तथा कुछ खरपतवारों के बीज नष्ट हो जाते हैं।
  • 5-6 सप्ताह बाद पॉलीथीन शीट को हटा देना चाहिए।
  • यह विधि नर्सरी के लिए बहुत ही लाभदायक एवं कम खर्चीली होती है और इससे विभिन्न प्रकार के खरपतवार के बीज/प्रकन्द (कुछ को छोड़कर जैसे मोथा एवं हिरनखुरी इत्यादि) नष्ट हो जाते हैं।
  • परजीवी खरपतवार ओरोबंकी, सूत्रकृमि एवं मिट्टी से होने वाली बीमारियों के जीवाणु इत्यादि भी नष्ट हो जाते हैं। यह विधि काफी व्यवहारिक एवं सफल है।
  • इस तरह से मिट्टी में बिना कुछ डाले मिट्टी का उपचार किया जा सकता है।
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