मिट्टी उपचार :- जिस खेत या क्यारी में बुवाई की जानी है, उस खेत में बुवाई के पूर्व मिट्टी उपचार करना बहुत आवश्यक होता है। मिट्टी जनित कीटो एवं कवक से पौध की रक्षा करने लिए मिट्टी उपचार किया जाता है। पुरानी फसलों के खेत में रह गए अवशेष हानिकारक कवक एवं कीटों के उत्पन्न होने का कारण बनते हैं। इन्हीं कवक एवं कीटों से फसलों को बचाने के लिए बुवाई के पूर्व मिट्टी उपचार करना जरूरी है।
मिट्टी उपचार के लिए आवश्यक उत्पाद :-
कॉम्बैट (ट्राईकोडर्मा विरिडी 1.0% डब्ल्यूपी) @ 2 किलोग्राम या मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरेंस 1.0% डब्ल्यूपी) @ 500-1000 ग्राम + कालीचक्र (मेटाराइज़ियम एनीसोपलीय 1.0% डब्ल्यूपी) @ 1-2 किग्रा प्रति एकड़ के हिसाब से अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट के साथ मिला कर खेत में समान रूप से भुरकाव करें। कालीचक्र को किसी भी रासायनिक कवकनाशी के साथ मिश्रण न करें।
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