जीवाणु झुलसा रोग:- यह रोग जैन्थोमोनास ओराइजी नामक जीवाणु के कारण होता है, जिसमें पत्तियां नोक से या किनारों से सूखने लगती हैं। सूखे हुए किनारे अनियमित एवं टेढ़े मेढे होते हैं। रोग ग्रस्त पौधे कमजोर हो जाते हैं, उनमें कल्ले भी कम निकलते हैं। इससे ग्रसित पौधों की नयी पत्तियां हलके मटमैले रंग की हो जाती हैं, जो कि आपस में लिपटकर नीचे से झुलसकर पीली या भूरी हो जाती हैं। अंतत: पूरा पौधा सूखकर मर जाता है, इसका अधिक प्रकोप होने पर यह फसल को 50% या उससे भी अधिक तक नष्ट कर सकता है।
जैविक प्रबंधन:- कॉम्बैट (ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम या मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 1 % डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम, प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करें।
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