क्षति के लक्षण
इस रोग का संक्रमण सबसे पहले पुरानी पत्तियों पर दिखाई देता है | सर्वप्रथम पत्तियों की ऊपरी सतह पर छोटे भूरे, एवं हल्के बैंगनी रंग के अनियमित, कोणीय धब्बे के रूप में प्रकट होता है और धीरे-धीरे गोलाकार धब्बों में विकसित होता है, बाद में ये धब्बे आपस में मिलकर, बड़े धब्बों में बदल जाते हैं। इससे अधिक प्रभावित पत्ते गहरे बैंगनी रंग की हो जाती हैं। अंत में सनबर्न (जली हुई) की तरह दिखाई देती है।
रोकथाम के उपाय
जैविक नियंत्रण – मोनास-कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस 1% डब्ल्यूपी) @ 500 ग्राम/एकड़ के हिसाब से 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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