👉🏻किसान भाइयों, भूमि मे अत्यधिक नमी एवं मध्यम तापमान इस रोग के विकास के मुख्य कारक होते है।
👉🏻मिर्च के पौधे में गलन को आर्द्र विगलन या डम्पिंग ऑफ के नाम से भी जाना जाता है।
👉🏻मुख्यतः इस रोग का प्रकोप नर्सरी अवस्था में देखा जाता है।
👉🏻बीज अंकुरण होने के बाद, रोगाणु मिट्टी की सतह पर अंकुरों के तने और जड़ के मध्य वाले क्षेत्र पर हमला करते हैं। जिससे यह हिस्सा सड़ जाता है और अंततः अंकुर गिरकर मर जाता है l
👉🏻इस रोग के निवारण के लिए बुवाई समय स्वस्थ बीज का चयन करना चाहिये।
👉🏻कार्मानोवा (कार्बेन्डाजिम 12% + मैनकोज़ेब 63%) @ 30 ग्राम/पंप या मिल्ड्यू विप (थायोफिनेट मिथाइल 70% डब्ल्यू /डब्ल्यू ) @ 50 ग्राम/पंप या संचार (मेटालेक्सिल 8% + मैनकोज़ेब 64% डब्ल्यूपी) @ 60 ग्राम/पंप की दर से छिड़काव करें l
Shareमहत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। आज की जानकारी पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।