कद्दू वर्गीय फसलों में डाउनी मिल्ड्यू रोग का ऐसे करें प्रबंधन

  • कद्दू वर्गीय फसलों में डाउनी मिल्ड्यू यानि मृदुरोमिल आसिता रोग एक गंभीर फफूंदी जनित रोग माना जाता है।

  • इसके कारण रात के तापमान में कमी एवं अधिक आर्द्रता होने पर पत्तियों के ऊपरी भाग पर कोणीय आकार के पीले धब्बे बन जाते हैं।

  • पत्तियों की निचली सतह पर स्लेटी, भूरे से नारंगी, काले रंग के स्पोर्स दिखाई देते हैं। 

  • जैसे-जैसे यह रोग बढ़ता है, संक्रमित पत्तियाँ गलने लगती हैं और झुलस कर गिर जाती हैं। 

  • इसके लक्षण पके फलों पर भूरे धब्बे के रूप में दिखाई देते हैं और बाद में फल विकृत हो जाते हैं।

  • विकृत फल खाने योग्य तो होता है लेकिन बाजार में इसका बहुत कम या कोई मूल्य नहीं होता है।

  • रासायनिक नियंत्रण- एज़ोक्सीस्ट्रोबिन 11% + टेबुकनाज़ोल 18.3% एससी @ 300 मिली या मेटालैक्सिल 8% + मैनकोज़ेब 64% डब्ल्यूपी @ 600 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करें।

  • जैविक नियंत्रण- स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस @ 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से उपयोग करें। 

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