मक्का की फसल की प्रारंभिक अवस्था में खरपतवारों से काफी क्षति पहुंचती है। इसलिए निराई-गुड़ाई करना आवश्यक होता है।
बुआई के दूसरे या तीसरे दिन अंकुरण से पूर्व खरपतवारनाशी का प्रयोग करने से खरपतवार नष्ट हो जाते हैं।
मक्का की फसल में लगने वाले खरपतवार सामन्यतः वार्षिक घास एवं सकरी एवं चौड़ी पत्तियों वाले खरपतवार के रूप में होते हैं।
मक्का में खरपतवारनाशी का उपयोग कर सकते हैं, इसके लिए टेम्बोट्रीयोन 42% SC@ 115 मिली/ एकड़ (2-3 पत्ती अवस्था में) या टेपरामेज़ॉन 33.6%SC@ 30 मिली/एकड़ (2-3 पत्ती अवस्था में) छिड़काव करें।