मक्का की फसल में खरपतवार प्रबंधन

  • मक्का की फसल की प्रारंभिक अवस्था में खरपतवारों से काफी क्षति पहुंचती है। इसलिए निराई-गुड़ाई करना आवश्यक होता है। 
  • बुआई के दूसरे या तीसरे दिन अंकुरण से पूर्व खरपतवारनाशी का प्रयोग करने से खरपतवार नष्ट हो जाते हैं। 
  • मक्का की फसल में लगने वाले खरपतवार सामन्यतः वार्षिक घास एवं  सकरी एवं चौड़ी पत्तियों वाले खरपतवार के रूप में होते हैं। 
  • मक्का में खरपतवारनाशी का उपयोग कर सकते हैं, इसके लिए टेम्बोट्रीयोन 42% SC@ 115 मिली/ एकड़ (2-3 पत्ती अवस्था में) या टेपरामेज़ॉन 33.6%SC@ 30 मिली/एकड़ (2-3 पत्ती अवस्था में) छिड़काव करें।
  • 2, 4 डी @400 मिली/एकड़ (20-25 दिनों बाद) छिड़काव करें।
  • एट्राजिन 50% WP @ 500 ग्राम/एकड़ (3 से 5 दिनों बाद) छिड़काव करें।
  • यदि दलहनी फसल को मध्यावर्ती फसलों के रूप में उगाया जाना है, तो एट्राजीन का उपयोग न करें।  इसके स्थान पर पेण्डामैथलीन @ 800 मिली/एकड़ का छिड़काव करें।
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