भारी बारिश जारी रहने की संभावना, देखें संपूर्ण देश का मौसम पूर्वानुमान

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मानसून की रेखा अब उत्तर भारत पर पहुंच गई है उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में तेज बारिश शुरू हो चुकी है। अब जल्दी ही पंजाब, हरियाणा, दिल्ली सहित पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश हो सकती है। राजस्थान और गुजरात के कई जिलों सहित पश्चिमी मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र के अधिकांश भागों में बारिश काफी कम हो जाएगी। झारखंड पश्चिम बंगाल उड़ीसा छत्तीसगढ़ पूर्वी मध्य प्रदेश सहित दक्षिण भारत में अच्छी बारिश हो सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे सोयाबीन के भाव ?

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे अशोकनगर, बड़नगर, बदनावर, कालापीपल, हाटपिपलिया, खरगोन, खातेगांव, देवास, हरदा और इछावर आदि में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में सोयाबीन के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

आगर

2700

6119

अशोकनगर

3001

6111

बड़नगर

4180

6223

बदनावर

4850

6215

बदनावर

4300

6200

बाणपुरा

5000

5850

बेगमगंज

4225

5975

बैरसिया

4820

6100

भोपाल

4801

5996

बिना

5700

6030

बुरहानपुर

5850

5904

छिंदवाड़ा

5704

6001

दमोह

4985

5960

देवास

3000

6180

धामनोद

5805

6005

धार

3000

6196

गदरवाड़ा

5411

5411

गंज बासौदा

3600

6031

गौतमपुरा

5850

5960

गुना

5090

6145

हाटपिपलिया

5880

6155

हरदा

4200

6101

इछावर

4500

6246

ईसागढ़

5400

5800

जावर

3310

6193

जीरापुर

5600

6000

जोबत

5800

5875

कालापीपाल

4900

6000

करेली

4000

6111

खाचरोडी

5652

6120

खंडवा

4500

6100

खरगोन

5757

6029

खातेगांव

3205

6158

खातेगांव

3001

6041

खिरकिया

4000

6251

खुराई

5150

5891

कोलारस

4500

6075

कोलारस

4400

5971

कुक्षी

5425

5425

कुरावर

2176

6182

लटेरी

3805

5900

मनासा

3950

6061

मनावर

5800

6011

मंदसौर

5500

6240

महू

3400

3400

महू

5790

6093

नगदा

5500

6175

नरसिंहपुर

4650

5926

नसरुल्लागंज

5681

6038

स्रोत: एगमार्कनेट

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औषधीय गुणों से भरपूर कुल्फा की खेती से करें बढ़िया कमाई

कुल्फा पौध के बारे में कम ही लोग जानते होंगे। इस पौधे का उपयोग औषधी के रूप में किया जाता है। इस बात का पता न होने की वजह से अब तक किसान इसे खरपतवार समझते आ रहे थे। हालांकि कुल्फा के औषधीय गुणों का पता चलते ही अब इसकी खेती व्यवसायिक तौर पर की जाने लगी है। 

औषधीय गुणों का खजाना

कुल्फा को औषधीय पौधों की सूची में रखा गया है। विशेषज्ञों के अनुसार इसकी पत्ती व फल में एंटीऑक्सीडेंट्स और कैरेटिनाइड्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो कि शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इस कारण चिकित्सा के क्षेत्र में इसकी काफी मांग है। ऐसे में कुल्फा की खेती के ज़रिए बढ़िया कमाई की जा सकती है।

खेती के लिए सही मिट्टी और मौसम का चुनाव

कुल्फा की खेती किसी भी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। जुलाई और अगस्त यानी मॉनसून सीजन में इसकी खेती करना बढ़िया रहता है। बता दें कि इसकी खेती के लिए गर्म जलवायु सबसे ज्यादा अनुकूल माना जाता है, क्योंकि ठंडे मौसम में इसके पौधे मर जाते हैं। 

खेती की बात करें तो बीज रोपण के 4 से 6 हफ्ते के बाद इसकी फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है। औषधीय गुणों की खान होने की वजह से कुल्फा की बाजार में बढ़िया दामों पर बिक्री हो जाती है। वहीं दूसरी ओर औषधी बनाने वाली कंपनियां इसके फल और पत्तियों को किसानों से हाथों-हाथ खरीद लेते हैं। ऐसे में कम समय में किसानों को बढ़िया मुनाफा प्राप्त हो जाता है।

स्रोत : आज तक

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मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ भाव में दिखी कितनी तेजी?

wheat mandi rates,

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे अलोट, बड़नगर, कालापीपल, झाबुआ, खातेगांव, छिंदवाड़ा और खरगोन आदि में क्या चल रहे हैं गेहूँ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में गेहूं के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अजयगढ़

2130

2190

आलमपुर

2100

2165

बड़नगर

1850

2365

बड़नगर

1855

2208

बदनावर

2045

2465

बक्स्वाहा

2015

2050

भानपुरा

2020

2040

भीकनगांव

2100

2250

बीना

2000

2101

बीना

2210

2530

छिंदवाड़ा

2000

2392

धामनोद

1925

2323

गदरवाड़ा

2051

2200

गंधवानी

2230

2280

गोरखपुर

2000

2000

हरपालपुर

1890

2020

ईसागढ़

2350

2670

ईसागढ़

1850

2220

इटारसी

2120

2218

जीरापुर

1900

2150

झाबुआ

1970

2050

कालापीपाल

1850

2015

कालापीपाल

1900

2100

कालापीपाल

1895

2850

करही

2020

2020

केसली

2045

2100

खरगोन

2146

2368

खातेगांव

1950

2436

लश्कर

2080

2265

लटेरी

2135

2260

मन्दसौर

2000

2441

मेह्गओं

2035

2050

नसरुल्लागंज

1975

2390

पचौरी

1975

2230

पन्ना

2050

2200

पथरिया

2131

2274

पिपलिया

2025

2310

रायसेन

2170

2170

रामनगर

2300

2300

सनावद

2030

2282

सांवेर

1920

2121

सेमरी हरचंद

2100

2170

सेंधवा

2200

2200

शाहगढ़

1970

2158

शामगढ़

1852

2015

श्योपुरकलां

2195

2217

शिवपुरी

2065

2065

शुजालपुर

1950

2300

सिमरिया

2100

2150

स्रोत: एगमार्कनेट

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बैंगन की फसल में फल गलन/फल सड़न नियंत्रण के उपाय

  • किसान भाइयों, बैंगन की फसल में फल गलन फाइटोफ्थोरा निकोटियाना नामक फफूंद के कारण होता है।

  • इस रोग के लक्षण पत्ती, तना एवं फल पर दिखाई देता है। अधिक नमी के कारण बैंगन की फसल में रोग का प्रसार तेजी से होता है। 

  • जिसके कारण फलों पर जलीय सूखे हुए धब्बे दिखाई देने लगते हैं, जो बाद में धीरे-धीरे दूसरे फलो में भी फैलने लगता है। 

  • इस रोग से प्रभावित फल की ऊपरी सतह भूरे रंग की हो जाती है, जिस पर सफ़ेद रंग के कवक विकसित हो जाती है। अंत में फल पौध से टूट कर गिर जाता है। 

रोकथाम  के उपाय 

  • तमिलनाडु एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के द्वारा सुझाय गए उपाय अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है।  

  • प्रभावित फलों को हटाना और नष्ट कर देना चाहिए। 

  • जैविक प्रबंधन : जैविक उपचार के रूप में मोनास कर्ब (स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस) @ 500 ग्राम/एकड़ 150 -200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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अब इन राज्यों में होगी मानसून की भारी बारिश, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

कई दिनों से राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश हो रही थी वहीं गुजरात और मध्य प्रदेश भी बारिश से परेशान थे। इन तीनों राज्यों में बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। मानसून की रेखा उत्तर भारत की तरफ बढ़ेगी तथा पहाड़ों सहित पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में तेज बारिश होगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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मध्यप्रदेश मंडियों में क्या चल रहे टमाटर के भाव?

आज मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बड़वानी, खरगोन, देवास, धार, मन्दसौर, इंदौर और हाटपिपलिया आदि में क्या चल रहे हैं टमाटर के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में टमाटर के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

बड़वानी

1200

1200

देवास

300

900

धार

1850

2000

गुना

500

700

गुना

700

900

हाटपिपलिया

1200

1600

इंदौर

400

1600

खरगोन

800

1500

खरगोन

500

1000

कुक्षी

800

1300

मन्दसौर

500

1300

नरसिंहगढ़

500

900

नरसिंहगढ़

500

850

पंधाना

750

850

पिपरिया

600

2000

सांवेर

2500

2600

सिंगरोली

2000

2000

थांदला

1200

1600

टिमरनी

1500

2000

स्रोत: एगमार्कनेट प्रोजेक्ट

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मध्यप्रदेश की चुनिंदा मंडियों में क्या चल रहे प्याज़ के ताजा भाव ?

onion Mandi Bhaw

मध्य प्रदेश के अलग अलग मंडियों जैसे बदनावर, देवास, कालापीपल, खंडवा, खरगोन, रतलाम और मन्दसौर आदि में क्या चल रहे हैं प्याज़ के भाव? आइये देखते हैं पूरी सूची।

विभिन्न मंडियों में प्याज़ के ताजा मंडी भाव

कृषि उपज मंडी

न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

अधिकतम मूल्य (प्रति क्विंटल)

बदनावर

500

1500

देवास

400

1000

देवास

400

1200

कालापीपाल

120

1250

खंडवा

300

1200

खरगोन

500

1000

खरगोन

500

1500

मन्दसौर

150

1199

पिपरिया

400

1200

रतलाम

401

1275

सैलान

100

1081

सांवेर

800

1000

थांदला

1000

1400

टिमरनी

1000

1000

स्रोत: एगमार्कनेट

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें। लेख पसंद आया हो तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।

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50% अनुदान पर खरीदें पैडी ट्रांसप्लांटर, जानें आवेदन की प्रक्रिया

कृषि यंत्रों और नई तकनीकों ने कृषि क्षेत्र को काफी आसान बना दिया है। इनकी मदद से किसान भाईयों के समय और श्रम दोनों की बचत होती है। हालांकि हर किसान इन यंत्रों को खरीदने में सक्षम नहीं हैं। इस कारण उन्हें आधुनिक यंत्रों का लाभ प्राप्त नहीं हो पाता है। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों के लिए एक खास योजना शुरू की है। 

प्रदेश सरकार ने धान रोपाई के लिए पैडी ट्रांसप्लांटर को सब्सिडी पर देने की घोषणा की है। इस योजना के तहत सभी वर्ग के किसानों को अलग अलग सब्सडी पर कृषि यंत्र देने का प्रावधान है। योजना के अंतर्गत पैडी ट्रांसप्लांटर की खरीदी पर 40% से 50% तक सब्सिडी प्रदान की जाएगी। किसान इस कृषि यंत्र की मदद से कम समय में ज्यादा काम कर सकते हैं। बता दें कि सरकार की इस योजना का उद्देश्य किसानों की लागत को कम करके आय में वृद्धि करना है। 

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान भाई ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन फॉर्म भरते दौरान पंजीकृत मोबाईल नंबर पर OTP यानी वन टाइम पासवर्ड प्राप्त होगा। जिसे सबमिट करने के बाद ही आप आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर पाएंगें। तो समय बर्बाद किए बिना जल्द इस लाभकारी योजना के लिए पंजीयन कराएं।

स्रोत : कृषि समाधान

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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मक्का की फसल में मोथा घास नियंत्रण के उपाय

किसान भाइयों, मोथा घास (cyperus rotundus) एक बहुवर्षीय सकरी पत्ती वाला खरपतवार है। इसे नियंत्रित करना विशेष रूप से कठिन है, क्योंकि जमीन के ऊपर और मिट्टी के नीचे, प्रकन्द आसानी से जड़ पकड़ लेते हैं। इन्हीं प्रकन्द से ये तेजी से फैलता है। प्रकन्दों का बहुत ही सघन जड़ तन्त्र होता है, जो भूमि में काफी गहराई तक पहुँच सकता है। इसका प्रसारण बीज द्वारा बहुत कम होता है। मक्के की बेहतर फसल उत्पादन के लिए खरपतवार प्रबंधन समय – समय पर करना बहुत आवश्यक होता है।

इससे फसलों में होने वाले नुकसान 

ये हवा, पानी, प्रकाश, खाद, पोषक तत्व के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। जिससे मक्के की बढ़वार कम होती है और पौधा कमजोर रह जाता है। इसे आरम्भिक अवस्था में यदि नियंत्रित न किया जाये, तो उपज में 40 से 50 % तक की गिरावट देखी जा सकती है।

नियंत्रण के उपाय 

यांत्रिक विधि :  मक्के से अच्छे उत्पादन के लिए, फसल में पहली निराई, बुवाई के 15-20 दिन बाद और दूसरी निराई बुवाई के 30 -45 दिनों बाद करनी जरूरी हो जाता है। 

रासायनिक विधि : मोथा के अच्छे नियंत्रण के लिए 2 से 3 पत्ती की अवस्था में खरपतवार नाशक सेम्प्रा  (हैलोसल्फ्यूरॉन मिथाइल 75% डब्ल्यू जी) @ 36 ग्राम + सिलिको मैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़, 150 – 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। छिड़काव के समय फ्लैट फेन नोजल का प्रयोग करें एवं खेत में नमी बनाये रखें।

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