छत्तीसगढ़ सरकार गोबर से वर्मीकम्पोस्ट खाद, बिजली एवं हर्बल पेंट बनाने के बाद अब गोमूत्र से जैविक कीटनाशक बनाने जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य कृषि को उपजाऊ बनाने के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देना है।
बता दें कि राज्य में वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट खाद के खेती में सकारात्मक परिणाम मिले हैं। इसके परिणामस्वरूप सरकार अब गोमूत्र को रासायनिक खादों एवं विषैले कीटनाशकों के विकल्प के रूप लाने का प्रयास कर रही है। इस योजना के तहत किसानों की रासायनिक कीटनाशक पर निर्भरता खत्म होगी, साथ ही खेती में लागत कम होने से आय में वृद्धि होगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यदि छत्तीसगढ़ सरकार गोमूत्र से कीटनाशक बनाने में सफल रहती है, तो राज्य की इस अनूठी पहल से बड़े पैमाने पर जैविक कीटनाशक दवाओं का उत्पादन होगा। जो कि जैविक खेती में एक क्रांति की तरह काम करेगा।
स्रोत: किसान समाधान
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