सावधान, नाइट्रोजन की अधिकता से फसलों को नुकसान!

Damage to crops due to excess nitrogen
  • प्रिय किसान भाइयों जैसा की आप जानते हैं नाइट्रोजन की कमी से फसलों में नुकसान होता है उसी प्रकार इसकी अधिकता से भी नुकसान देखने को मिलता है। नाइट्रोजन की अधिकता से होने वाले नुकसान निम्न है – 

  • नाइट्रोजन की अधिकता से पौधे अधिक बढ़ते है व गिरने लगते है। 

  • फसल देरी से पकती है क्योंकि अधिक नाइट्रोजन ग्रहण कर फसल काफी समय तक हरी बनी रहती है। 

  • भूसे की मात्रा दाने की अपेक्षा बढ़ती है। 

  • पौधों पर कीटों व बीमारियों का आक्रमण बढ़ जाता है। 

  • पौधों में कोमलता व कोशिका भित्ति पतली होने के कारण पाला व सूखा सहन करने की शक्ति भी पौधे में कम हो जाती है। 

  • सब्जियों व अन्य फसलों के भंडारण गुणों में कमी आ जाती है। 

  • गन्ने की फसल में अधिक नाइट्रोजन से शक्कर की मात्रा घटती है।

  • आलू, प्याज जैसी फसलों में वानस्पतिक वृद्धि अधिक होकर कंद की पैदावार कम होती है।

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

यह किट दिलाएगी तरबूज की बंपर पैदावार

Add Samriddhi kit to watermelon crop and extract tremendous yield

कृषि एवं कृषि उत्पादों से सम्बंधित ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। उन्नत कृषि उत्पादों की खरीदी के लिए ग्रामोफ़ोन के बाजार विकल्प पर जाना ना भूलें।

Share

कई क्षेत्रों में बारिश और हिमपात की संभावना, देखें मौसम पूर्वानुमान

know the weather forecast,

एक सशक्त पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर 22 से 24 फरवरी के बीच भारी हिमपात दे सकता है। 22 और 23 फरवरी के दौरान पंजाब और हरियाणा के उत्तरी जिलों में बारिश संभव है। हरियाणा और पंजाब के शेष भागों सहित दिल्ली तथा उसके आसपास के इलाकों में भी छुटपुट वर्षा होने की संभावना है। पूर्वोत्तर में जारी बारिश अब थम जाएगी। 24 फरवरी से मध्य और पूर्वी भारत में फिर बारिश हो सकती है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

इंदौर मंडी में 21 फरवरी को लहसुन के भाव क्या रहे?

Mandsaur garlic Mandi bhaw,

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के इंदौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

 

Share

कच्चा बादाम बेचने वाला कैसे पूरे देश में हो गया प्रसिद्ध, देखें वीडियो

How the seller of Kachha Badam became famous all over the country

आजकल की डिजिटल होती दुनिया में कब कौन प्रसिद्धि प्राप्त कर ले कुछ नहीं कहा जा सकता है। सोशल मीडिया पर अपने वीडियो के माध्यम से कई ऐसे लोग हैं रातों-रात फेमस हो गए। इन्हीं फेमस लोगों में एक नया नाम है भुबन बादायकर जी का जिन्होंने प्रसिद्ध ‘कच्चा बादाम’ गाना गाया और फिर रातों रात प्रसिद्ध हो गए। आइये वीडियो के माध्यम से जानतें हैं ये कैसे प्रसिद्ध हुए और इनकी पूरी कहानी क्या है?

स्रोत: वन इंडिया

कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए रोजाना पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को शेयर बटन के माध्यम से अपने दोस्तों के साथ साझा करें।

Share

सौर पंप पर मिल रही है 20000 रुपए की सब्सिडी, जानें आवेदन विधि

Saur Sujala Yojana

पानी की कमी वाले क्षेत्रों में बेहतर सिंचाई हेतु कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में सौर सुजाला योजना कम कीमत पर सोलर पंप उपलब्ध करवाती है। यह योजना ऊर्जा विभाग के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण के तहत लागू की गई है।

इस योजना के माध्यम से 3HP पंप पर ₹18000 तक और 5HP पंप पर ₹20000 तक की सब्सिडी मिलती है। सभी किसान इस योजना के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। आवेदन हेतु आधार कार्ड, पहचान प्रमाण, आवास प्रामाण पत्र व बैंक खाता विवरण देना होता है। www.creda.in पर रजिस्टर कर आप इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

कृषि एवं किसानों से सम्बंधित लाभकारी सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए ग्रामोफ़ोन के लेख प्रतिदिन जरूर पढ़ें। इस लेख को नीचे दिए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

Share

जुगाड़ तकनीक से बने इस यंत्र से आसानी से खरपतवारों का हो जाएगा नियंत्रण

This device made with jugaad technology will easily control weeds

खरपतवारों से हर तरह की फसल को काफी नुकसान होता है। इसलिए इन खरपतवारों का जल्द नियंत्रण जरूरी होता है। इस वीडियो में जुगाड़ तकनीक से तैयार एक यंत्र के बारे में आप जानेंगे और स्वयं ही खरपतवारों का नियंत्रण कर पाएंगे।

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

ये भी पढ़ें: प्याज भंडारण में मददगार होगा बिना किसी खर्च से बना यह देशी जुगाड़

कृषि से जुड़े ऐसे ही घरेलू नुस्खे एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए पढ़ते रहें ग्रामोफ़ोन के लेख। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

Share

सोयाबीन भाव जा सकता है 7000 पार, देखें बाजार विशेषज्ञों की समीक्षा

When will soybean price cross 7 thousand again

वीडियो के माध्यम से देखें सोयाबीन का भाव आगे कहाँ तक पहुँच सकता है!

स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी  फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

इंदौर मंडी में 21 फरवरी को क्या रहे प्याज भाव?

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 21 फरवरी के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

Share

लहसुन की कलियों में असामयिक फुटाव की रोकथाम के उपाय

Rubberification and premature sprouting of bulbs in Garlic
  • किसान भाइयों लहसुन में बल्बों का समय से पहले अंकुरित होना या कलियों का असामयिक फुटाव एक मुख्य दैहिक विकार है।

  • लहसुन की फसल जब पकने के करीब होती है तब यह समस्या मुख्यतः देखने को मिलती है। 

  • इसका मुख्य लक्षण यह है कि मूल पौधे में कलियाँ समय से पहले ही अंकुरित हो जाती हैं।

  • विकसित हुए बल्ब की सभी कलियाँ अंकुरित हो जाती हैं एवं मुख्य तने के चारों तरफ से नई पत्तियों का एक झुंड दिखाई देता है। इससे लहसुन खराब हो जाता है l

  • इसके प्रबंधन के लिए उर्वरकों का संतुलित उपयोग करें। 

  • यूरिया का उपयोग अधिक मात्रा में ना करें। 

  • अनियमित सिंचाई से बचें। 

  • यह समस्या उन खेतों में दिखाई देती है जहाँ भारी बारिश के दौरान निचली सतह पर पोषक तत्वों का जमाव हो जाता है। 

  • यह समस्या मार्च – अप्रैल माह में अधिक होती है। जब अधिक जल भराव के कारण फसल के परिपक्व होने पर मिट्टी में नमी का स्तर अधिक होता है।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

Share