इस योजना से बिना गारंटी के पाएं 10000 रुपये का ऋण, पढ़ें पूरी जानकारी

Pradhan Mantri Swanidhi Yojana

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की शुरुआत कोरोना काल में वैसे लोगों के लिए किया गया था जो शहरी क्षेत्रों में सड़कों पर ठेले आदि लगा कर अपनी कमाई करते थे। इस योजना के तहत इन्हें बिना किसी गारंटी के 10,000 रुपये का ऋण देने की शुरुआत की गई थी। इस योजना का काफी लोगों ने फायदा उठाया और अभी भी इस योजना का लाभ लोग ले रहे हैं।

इस योजना का मोबाइल एप भी है जिसके माध्यम से बड़ी आसानी से यह ऋण प्राप्त किया जा सकता है। इस एप का नाम है पीएम स्वनिधि मोबाइल एप। इस एप से बिना किसी कागजी लिखा पढ़ी के आसानी से ऋण प्राप्त किया जा सकता है। बता दें की इस ऋण को एक साल में वापिस करना होता है।

स्रोत: हिंदुस्तान लाइव

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इंदौर मंडी में 16 फरवरी को क्या रहे प्याज भाव?

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 16 फरवरी के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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आइये जानते हैं बीज उपचार करने की अलग अलग विधियां

Types of Seed treatments and its methods

बीज उपचार एक प्रमुख प्रक्रिया है, जिसमें पौधों को बीमारियों और कीटों से मुक्त रखने के लिए रसायन, जैव रसायन या ताप से उपचारित किया जाता हैं। पोषक तत्व स्थिरीकरण हेतु जीवाणु कल्चर से भी बीज उपचार किया जाता है। 

बीज उपचार की विधियां

  • भीगा बीज उपचार विधि:

बीज को पॉलीथिन या पक्की फर्श पर फैलाये, हल्का पानी का छिड़काव करें रसायन या जैव रसायन की अनुशंसित मात्रा को बीज के ढेर पर डालकर, उसे दस्ताने पहनकर हल्के हाथों से अच्छी तरह मिलाकर छाया में सुखा कर बुवाई करें।

  • सुखा बीज उपचार विधि:

बीज को एक बर्तन या पॉलीथिन पर रखें। उसमें रसायन या जैव रसायन को अनुशंसित मात्रा को मिलाएं और बर्तन को बंद कर अच्छी तरह हिलाये फिर उपचारित बीज को छांव में सुखाकर बुवाई करें। 

  • स्लरी बीज उपचार विधि:

स्लरी (घोल) बनाने हेतु रसायन या जैव रसायन की अनुशंसित मात्रा को 10 लीटर पानी में किसी टब या बड़े बर्तन में अच्छी तरह मिला लें। इस घोल में बीज को 10 से 15 मिनट तक डालकर रखें, फिर छाया में बीज को सुखाकर बुवाई करें।

  • गर्म पानी बीज उपचार विधि:

सर्वप्रथम धातु के बर्तन में पानी को 52 डिग्री सेंटीग्रेड तक गर्म करें। बीज को 30 मिनट तक उस बर्तन में डालकर छोड़ दें, ध्यान रखे उपरोक्त तापक्रम पूरी प्रक्रिया में बना रहना चाहिए। बीज को छाया में सुखाकर  बुआई करें।

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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कहीं सर्दी की विदाई तो कहीं बारिश के आसार, देखें मौसम का हाल

Weather Forecast

अब फरवरी के दूसरे पखवाड़े में दिन के तापमान कुछ और बढ़ेंगे जिससे उत्तर पश्चिम तथा मध्य भारत सहित पूर्वी भारत में दिन हल्के गर्म तथा रात हल्की ठंढी रहेगी। लगातार आने वाले दो पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर हिमपात देते रहेंगे। दक्षिण तमिलनाडु केरल तथा लक्षदीप में हल्की से मध्यम तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश संभव है।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

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सस्ते में बनाएं अपना निजी गोदाम, सरकार दे रही भारी सब्सिडी

Gramin Bhandaran Yojana provides 25% subsidy to farmers

ग्रामीण भंडारण योजना दरअसल केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजना है जिसके अंतर्गत कृषि उत्पादों के भंडारण हेतु गोदाम निर्माण के लिए ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। इस योजना में लोन का प्रावधान नाबार्ड द्वारा किया जाता है।

गौरतलब है की किसानों को उनकी उपज का उचित भाव मिलने तक उनकी उपज के भंडारण की सुविधा बहुत कम किसानों के ही पास होती है अतः सरकार द्वारा ग्रामीण भंडारण योजना की शुरुआत की गई। इस योजना से सरकार किसानों को भंडारण बनाने के लिए लोन देती है और सरकार द्वारा इस लोन पर सब्सिडी भी दी जाती है।

स्रोत: कृषि जागरण

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दूध निकालने की हाईटेक मशीन पे सब्सिडी, प्रति मिनट 2 लीटर दूध निकालेगी

Take milking machine on subsidy extract 2 liters of milk per minute

कई पशुपालक आज भी पारम्परिक तरीके से दुधारू पशुओं का दूध निकालते हैं। हालाँकि डेयरी फ़ार्मिंग क्षेत्र में कई नई तकनीक विकसित हुई हैं जिससे पशुपालन की प्रक्रिया बेहतर हुई है। ऐसी ही एक तकनीक है मिल्किंग मशीन की जो पशुओं का दूध निकालने में काफी मददगार होती है।

पशुपालकों के लिए ट्रॉली बकेट मिल्किंग मशीन काफी मददगार होती है। यह मशीन दो प्रकार की होती है। एक होती है “सिंगल बकेट मिल्किंग मशीन” जिससे 10 से 15 पशुओं का दूध आसानी से निकाला जा सकता है। वहीं दूसरी मशीन होती ही “डबल बकेट मिल्किंग मशीन” इससे एक साथ 15 से 40 पशुओं का दूध निकाला जा सकता है।

बता दें कि कई सारे राज्यों में राज्य सरकार पशुपालकों के लिए मिल्किंग मशीन पर सब्सिडी देती है इसके अलावा इसे खरीदने के लिए बैंक से लोन भी आसानी से मिल जाता है। जो किसान भाई इसे खरीदना चाहते हैं वे अपने जिले के पशुपालन अधिकारी से या फिर बैंक के कृषि अधिकारी या पशुपालन विभाग के अधिकारीयों से संपर्क कर सकते हैं।

स्रोत: कृषि जागरण

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इंदौर मंडी में 15 फरवरी को क्या रहे प्याज भाव?

Indore onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 15 फरवरी के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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ग्राम व्यापार का फिल्टर ढूंढेगा आपकी फसल का खरीदार, जानें पूरी प्रक्रिया

How to use filter of Gram Vyapar

ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार विकल्प पर हजारों किसानों को अपनी फसल के खरीदार मिल रहे हैं और अच्छा भाव भी मिल रहा है। आप भी अपनी फसल के लिए घर बैठे भरोसेमंद खरीदार ढूंढ सकते हैं। इस कार्य में आपको मदद करता है ग्राम व्यापार का फिल्टर ऑप्शन। आज के लेख में आप जानेंगे की कैसे फिल्टर ऑप्शन का इस्तेमाल कर आप अपनी इच्छित फसल और स्थान के खरीदार ढूंढ सकते हैं।

ग्रामोफ़ोन ऐप के ग्राम व्यापार विकल्प पर जाने के बाद आपको फ़िल्टर ऑप्शन पर क्लिक करना है।

इससे फ़िल्टर ऑप्शन खुल जाएगा।

अब आपको अपनी इच्छित फसल का नाम चुनना है, इसके लिए चयन करें बटन पर क्लिक करें। इससे आपके सामने फसल सूची आ जायेगी, इस सूची में से आप अपनी इच्छित फसल का नाम चुन लें।

इसके बाद स्थान का चयन करें, जहाँ के खरीदारों को आप फसल बेचना चाहते हैं। इसके लिए ‘एक साथ कई’ पर क्लिक करें और फिर पहले राज्य चुनें, फिर जिला चुनें और फिर क्षेत्र का चुनाव करें।

  

आखिर में ‘कर दिया’ बटन दबा दें।

अब ‘लागू करें’ बटन पर क्लिक कर अपनी फ़िल्टर की गई सूची देखें।

इस सूची में नजर आ रही बिक्री सूचियों पर क्लिक कर के आप खरीदारों से स्वयं संपर्क स्थापित कर सकते हैं और मोल भाव कर सकते हैं।

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यह किसान प्राप्त करता है अन्य किसानों की तुलना में 200% अधिक आम का उत्पादन

This farmer gets 200% more mango production than other farmers

महाराष्ट्र के मिराज शहर से 25 किमी दूरी पर स्थित गांव बेलंकी में सिर्फ दो एकड़ जमीन से 15 टन आम का उत्पादन करते हैं परमानंद गवणे। उन्होंने प्रत्येक एकड़ में केसर आम किस्म के 900 पौधे लगाए हैं।

62 वर्षीय गवने ने अल्ट्रा हाई डेंसिटी प्लांटिंग (यूएचडीपी) प्रणाली को अपनाया है। यूएचडीपी खेती के पारंपरिक तरीकों की तुलना में 200% अधिक उत्पादन देता है। इसके अलावा, यह प्रणाली फलों के स्वाद और ताजगी को बनाए रखते हुए एक समान आकार और रंग सुनिश्चित करता है।

पिछले साल, गवने के खेत से 250 ग्राम से 400 ग्राम वजन के फल दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता, बेंगलुरु और रायपुर के खरीदारों द्वारा खरीदे गए थे। गवने शुरुआत में अपनी सीख साझा करने के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन बाद में गवणे इसके लिए राजी हो गए।

वे हर महीने अपने खेत में करीब 50 किसानों का स्वागत करते हैं। पिछले साल महामारी के बावजूद उनके पास बहुत सारे लोग आये थे। मई और जून के महीनों में, जब पेड़ फलों से भरे होते हैं, तब आगंतुकों की संख्या चरम पर होती है।

स्रोत: द बेटर इंडिया

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प्याज की रोपाई के 45 दिनों बाद किये जाने वाले आवश्यक कार्य

Important tips to be done after 45 days of onion transplanting
  • प्याज की रोपाई के बाद विभिन्न विभिन्न चरणों में फसल की विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है l आज हम प्याज की रोपाई के 45 दिनों बाद फसल के अच्छे विकास और पौध संरक्षण के बारे में बात करेंगे l  

  • प्राय इस समय फसल पर रस चूसक कीटों में थ्रिप्स एवं कवक जनित रोगो में सड़न एवं बैंगनी धब्बा रोग का प्रकोप अधिक होने की सम्भावना रहती है l 

  • इनके प्रकोप से फसल को संरक्षित रखने के लिए निम्न सुझाव अपना सकते है- 

  • जिब्रेलिक अम्ल  [नोवामेक्स] 300 मिली + फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG [पोलिस] 40 ग्राम + टेबुकोनाज़ोल10% + सल्फर 65% WG [स्वाधीन] 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से पानी में मिलाकर छिड़काव करें l 

  • रोगों के जैविक नियंत्रण के लिए स्यूडोमोनास [मोनास कर्ब] 250 ग्राम/एकड़ एवं कीटों के जैविक नियंत्रण के लिए बवेरिया बेसियाना [बवे कर्ब ] 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते है l

अपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।

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