-
प्याज की रोपाई के बाद विभिन्न विभिन्न चरणों में फसल की विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है l आज हम प्याज की रोपाई के 45 दिनों बाद फसल के अच्छे विकास और पौध संरक्षण के बारे में बात करेंगे l
-
प्राय इस समय फसल पर रस चूसक कीटों में थ्रिप्स एवं कवक जनित रोगो में सड़न एवं बैंगनी धब्बा रोग का प्रकोप अधिक होने की सम्भावना रहती है l
-
इनके प्रकोप से फसल को संरक्षित रखने के लिए निम्न सुझाव अपना सकते है-
-
जिब्रेलिक अम्ल [नोवामेक्स] 300 मिली + फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG [पोलिस] 40 ग्राम + टेबुकोनाज़ोल10% + सल्फर 65% WG [स्वाधीन] 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से पानी में मिलाकर छिड़काव करें l
-
रोगों के जैविक नियंत्रण के लिए स्यूडोमोनास [मोनास कर्ब] 250 ग्राम/एकड़ एवं कीटों के जैविक नियंत्रण के लिए बवेरिया बेसियाना [बवे कर्ब ] 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते है l
Shareअपने खेत को ग्रामोफ़ोन एप के मेरे खेत विकल्प से जोड़ें और पूरे फसल चक्र में पाते रहें स्मार्ट कृषि से जुड़ी सटीक सलाह व समाधान। इस लेख को नीचे दिए गए शेयर बटन से अपने मित्रों संग साझा करें।