मंदसौर मंडी में 29 सितंबर को क्या रहे लहसुन के भाव?

Mandsaur garlic Mandi bhaw,

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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विपरीत मौसमी स्थिति में भी इन 35 फसल किस्मों को नहीं होगा कोई नुकसान

These 35 crop varieties will not suffer any damage even in adverse weather conditions

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई नई खूबियों वाले 35 फसल किस्मों को देश के किसानों को समर्पित कर दिया। ये विशेष किस्में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने विकसित की हैं।

इन किस्मों में चने की सूखा सहिष्णु किस्म, अरहर की मुरझाने व बांझपन एवं रोगाणु से प्रतिरोधी किस्म, सोयाबीन की जल्द पक जाने वाली किस्म, रोग प्रतिरोधी चावल की किस्म और गेहूं, बाजरा, मक्का, क्विन्वा, कूटू, विंग्ड बीन, फैबा बीन आदि शामिल हैं।

बता दें की ये किस्में जलवायु की विपरीत स्थितियों से निपटने की क्षमता रखते हैं और उच्च पोषक तत्वों से परिपूर्ण होते हैं। इन नई किस्मों के माध्यम से सरकार किसानों की आय में वृद्धि करना चाहती है।

स्रोत: नवभारत टाइम्स

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अदरक की फसल में जीवाणु झुलसा रोग के प्रबंधन की प्रक्रिया

Management of Bacterial Blight Disease in Ginger Crop
  • अदरक की फसल में बारिश के समय प्रायः जीवाणु झुलसा रोग का प्रकोप देखा जाता है। इसमें पानी से लथपथ धब्बे अदरक के आभासी तने (स्यूडो स्टेम) के कॉलर क्षेत्र में दिखाई देते हैं जो की ऊपर और नीचे की ओर बढ़ते हैं।

  • इस रोग का पहला विशिष्ट लक्षण निचली पत्तियों के किनारों का हल्का मुड़ना है जो ऊपर की ओर फैलता है।

  • सबसे पहले पीलापन निचली पत्तियों से शुरू होता है और धीरे-धीरे ऊपरी पत्तियों तक बढ़ता है। बाद की अवस्था में, पौधे में गंभीर पीलेपन और मुरझाने के लक्षण प्रदर्शित होते हैं।

  • प्रभावित पौधे के संवहनी ऊतक पर गहरे रंग की धारियां दिखाई देती है इसके अलावा जब प्रभावित स्यूडो स्टेम और कंद को दबाया जाता है, तो संवहनी उत्तक से धीरे से दूधिया तेल बाहर निकलता है।

  • इसके प्रबंधन के लिए कासुगामाइसिन 5% + कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 46% WP @ 300 ग्राम/एकड़ या स्ट्रेप्टोमाइसिन सल्फेट IP 90% W/W + टेट्रासाइक्लिन हाइड्रोक्लोराइड IP 10% W/W @ 24 ग्राम/एकड़ का उपयोग करें।

  • जैविक नियंत्रण के लिए स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस 1 किलो/एकड़ का उपयोग करें।

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मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में हल्की से भारी बारिश की संभावना, देखें मौसम मूर्वानुमान

Weather Update

दिल्ली सहित पंजाब हरियाणा पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और उत्तरी राजस्थान में मौसम लगभग शुष्क रहेगा। गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में बारिश जारी रहेगी। पूर्वी भारत में एक बार फिर मानसून सक्रिय होने के कगार पर। तमिलनाडु और आंतरिक कर्नाटका में हल्की से मध्यम बारिश केरल में भारी बारिश में अब कमी आएगी।

स्रोत: मौसम तक

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प्याज भाव में तेजी जारी, देखें 28 सितंबर के इंदौर मंडी भाव

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 28 सितंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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मंदसौर मंडी में 28 सितंबर को क्या रहे लहसुन के भाव?

Mandsaur garlic Mandi bhaw,

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

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मंदसौर मंडी में 28 सितंबर को क्या रहे नए सोयाबीन के भाव?

Mandsaur Mandi Soybean Rate

वीडियो के माध्यम से देखें आज मंदसौर मंडी में क्या चल रहे हैं सोयाबीन के मंडी भाव ?

स्रोत: यूट्यूब

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ड्रोन कर देगा स्प्रे की सारी टेंशन खत्म, अब मिनटों में हो जाएगा छिड़काव

Drone will eliminate all the tension of spray

केवल 7-8 मिनट में पूरे एक एकड़ में हो जाएगा स्प्रे। समय, दवा और मेहनत की होगी भारी बचत। 10 एकड़ हो या 100 एकड अब स्प्रे का कोई टेंशन नहीं। देखें ड्रोन की मदद से कैसे होगा है तेज छिड़काव।

स्रोत: इंडियन फार्मर

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आलू की फसल में मिट्टी उपचार के मिलते हैं कई फायदे

Benefits of soil treatment in potato crop
  • आलू की फसल में बुवाई के पूर्व मिट्टी उपचार बहुत आवश्यक है l

  • मिट्टी की उर्वरता और पोषक तत्व प्रबंधन फसल की अच्छी उपज एवं रोग मुक्त फसल के लिए बहुत महत्वपूर्ण कारक है जो फसल की उपज और गुणवत्ता पर सीधा प्रभाव डालते हैं।

  • रबी के मौसम में आलू की बुवाई के पूर्व मिट्टी में बहुत अधिक नमी होने के कारण कवक जनित रोग एवं कीट का बहुत अधिक प्रकोप होता है।

  • कवक जनित रोग एवं कीट के निवारण के लिए मिट्टी उपचार कवकनाशी और कीटनाशी से किया जाता है।

  • मिट्टी उपचार कवकनाशी और कीटनाशी से करने से आलू की फसल में कंद गलन जैसे रोग नहीं लगते हैं।

  • मिट्टी उपचार के द्वारा आलू में लगने वाले उकठा रोग से भी बचाव होता है।

  • मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए भी मिट्टी उपचार बहुत आवश्यक है। इसके लिए मुख्य पोषक तत्वों का उपयोग किया जाता है l

  • मिट्टी उपचार करने से मिट्टी की संरचना में सुधार होता है एवं उत्पादन भी काफी हद तक बढ़ जाता है।

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लेट खरीफ प्याज में रोपाई के 10-15 दिनों में आवश्यक छिड़काव प्रबंधन

Necessary spraying management in late Kharif onion in 10-15 days after transplanting

प्याज की फसल से उच्च उपज प्राप्त करने के लिए समयानुसार भिन्न भिन्न पोषक तत्वों का छिड़काव करने की आवश्यकता रहती है l फसल में रोपाई के 10-15 दिनों बाद पोषण प्रबंधन के साथ पौध संरक्षण छिड़काव अनिवार्य रहता है। इस समय फसल में कवक जनित रोग एवं रस चूसक कीट का प्रकोप देखा जाता है l

इसके नियंत्रण के लिए निम्न छिड़काव उपयोग में ला सकते हैं।

  • थायोफेनेट मिथाइल 70% w/w 250 ग्राम + फिप्रोनिल 5% एससी 400 मिली + ह्यूमिक एसिड 100 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें। ह्यूमिक एसिड पौधे के जड़ विकास में सहायता करता है।

  • इसके साथ चिपको [ सिलिको मैक्स ] 5 मिली/पंप में मिलाकर छिड़काव करें l इससे दवा बहुत समय तक पौधे पर रहती है l

  • जैविक नियंत्रण के लिए स्यूडोमोनास 250 ग्राम/एकड़ का उपयोग कर सकते हैं।

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