मंदसौर मंडी में क्वालिटी के अनुसार क्या चल रहे हैं लहसुन के भाव

Mandsaur garlic Mandi bhaw

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

वीडियो स्रोत: यूट्यूब

अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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2 सितंबर को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 1 सितंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

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अब ग्रामोफ़ोन के ग्राम व्यापार से घर बैठे, सही रेट पर करें अपनी लहसुन-प्याज जैसी फसलों की बिक्री। भरोसेमंद खरीददारों से खुद भी जुड़ें और अपने किसान मित्रों को भी जोड़ें।

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प्याज की पत्तियों के ऊपरी सिरे सूख रहे हों तो जल्द करें उपचार

Why do onion plants show tip burn problems

  • टिप बर्न की समस्या में प्याज के पत्तियों के टिप यानी की ऊपरी सिरे जले जले से नजर आने लगते हैं। यह समस्या अगर फसल के परिपक्व होने की अवस्था के समय दिखती है तो यह प्रक्रिया स्वाभाविक हो सकती है, लेकिन युवा पौधों में अगर टिप बर्न की समस्या नजर आये तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। युवा पौधों में यह कई कारणों से हो सकता है। इसके संभावित कारणों में “मिट्टी में महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी” “फफूंदों से होने वाले संक्रमण या फिर रस चूसक कीट जैसे थ्रिप्स आदि के संक्रमण प्रमुख हो सकते हैं।

  • इसके अलावा तेज हवा, सूरज की अधिक रोशनी, मिट्टी में लवण की अधिकता और अन्य पर्यावरणीय कारक भी प्याज के शीर्ष को जला सकते हैं।

  • इसके उपचार के लिए आप थायनोवा 25 100 ग्राम, स्वाधीन 500 ग्राम, नोवामैक्स 300 मिली प्रति एकड़ की दर से पानी में घोलकर छिड़काव करें।

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मध्य प्रदेश ने खरीफ फसलों की बुआई का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया

Madhya Pradesh breaks its own record of sowing Kharif crops

मध्य प्रदेश के किसानों की मेहनत रंग ला रही है। कृषि क्षेत्र में मध्य प्रदेश लगातार नए नए रिकॉर्ड बना रहा है। प्रदेश को सात बार कृषि कर्मण अवॉर्ड मिला है वहीं गेहूँ उपार्जन में भी मध्य प्रदेश सबसे आगे रहा। इसी कड़ी में अब खरीफ फसलों की बुआई में भी मध्य प्रदेश देश के सभी राज्यों में आगे रहा है।

बता दें की पिछले साल भी यह रिकॉर्ड मध्य प्रदेश ने ही बनाया था। पिछले साल से इस साल एक लाख 70 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अधिक बुआई मध्य प्रदेश में हुई है। बता दें की 23 अगस्त तक 144.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई प्रक्रिया पूरी हुई।

बता दें की प्रदेश सरकार की तरफ से इस बार 149 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल की बुआई का लक्ष्य रखा गया था। हालाँकि यह लक्ष्य तो पूरा नहीं हो पाया लेकिन इसके बाद भी मध्य प्रदेश ने बुआई का रिकॉर्ड एक बार फिर तोड़ दिया है।

स्रोत: नई दुनिया

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जानें कद्दू वर्गीय फसलों में मधुमक्खी क्यों होती है उपयोगी?

Know how a honey bee works as a good pollinator in cucurbits?
  • कद्दू वर्गीय फसलों में मधुमक्खी परागण प्रक्रिया को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

  • मधुमक्खी के द्वारा परागण की क्रिया को कद्दू वर्गीय फसल में 80% तक पूरा किया जाता है।

  • मधुमक्खियों के शरीर में बाल अधिक संख्या में पाये जाते हैं, जो परागकणों को उठा लेते हैं। इसके बाद परागकण को मादा फूलों तक पहुँचाते हैं।

  • बता दें की मधुमक्खी फसलों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुँचाती है।

  • उपर्युक्त क्रिया के बाद, निषेचन की क्रिया पूर्ण हो जाती है और पौधे में फूल से फल बनने की क्रिया शुरू हो जाती है।

  • ठंढ के मौसम में मधुमक्खी सुषुप्त अवस्था में रहती है इसलिए ऐसी स्थिति में स्वयं परागण करवाना चाहिए।

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मध्य प्रदेश में अभी बारिश जारी रहने की संभावना है, जाने मौसम पूर्वानुमान

Weather Update

निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर होकर चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में गुजरात पर बना हुआ है। गुजरात तथा राजस्थान के कई जिलों सहित उत्तरी महाराष्ट्र तथा दक्षिण पश्चिमी मध्य प्रदेश में तेज बारिश की संभावना। दिल्ली में 2 सितंबर से बारिश में कमी आएगी परंतु उत्तर, मध्य तथा पूर्वी भारत में 6 सितंबर से बारिश एक बार फिर बढ़ेगी।

स्रोत: स्काइमेट वेदर

मौसम सम्बंधित पूर्वानुमानों की जानकारियों के लिए रोजाना ग्रामोफ़ोन एप पर जरूर आएं। नीचे दिए गए शेयर बटन को क्लिक कर इस लेख को अपने मित्रों के साथ भी साझा करें।

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मंदसौर मंडी में 1 सितंबर को लहसुन के भाव क्या रहे?

Mandsaur garlic Mandi bhaw

वीडियो के माध्यम से देखें, मध्य प्रदेश के मंदसौर मंडी में आज क्या रहे लहसुन के भाव ?

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1 सितंबर को इंदौर मंडी में क्या रहे प्याज के भाव?

onion Mandi Bhaw

वीडियो के माध्यम से जानें आज यानी 1 सितंबर के दिन इंदौर के मंडी में क्या रहे प्याज के मंडी भाव?

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कपास की फसल में फास्फोरस की कमी के लक्षण

Symptoms of phosphorus deficiency in cotton
  • कपास में फास्फोरस की कमी के लक्षण आमतौर पर अधिकांश अन्य पोषक तत्वों के साथ स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं।

  • फास्फोरस की कमी के लक्षण छोटे एवं बहुत गहरे हरे रंग के पत्तों पर पहले दिखाई देते हैं। इसके कारण पत्तियों का रंग हल्का बैगनी या भूरा हो जाता है।

  • फास्फोरस की कमी के कारण पौधे छोटे रह जाते हैं।

  • फास्फोरस की कमी के कारण पौधों की जड़ों का वृद्धि व विकास बहुत कम होता है और कभी-कभी जड़ सूख भी जाती है।

  • फास्फोरस की अधिक कमी के कारण तना गहरा पीला पड़ जाता है और फल व बीज का निर्माण अच्छे से नहीं होता है।

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अदरक की फसल में कंद सड़न की समस्या का ऐसे करें निदान

How to control the problem of Root Rot in ginger crop
  • कंद सदन रोग की वजह से अदरक की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान होता है।

  • इस संक्रमण की शुरुआती अवस्था में पत्तियों का मध्य भाग हरा रहता है जबकि किनारे से पत्तियां पीली होने लगती है। बाद में यह पीलापन सभी पत्तियों तक फैल जाता है। संक्रमित पौधों को आसानी से मिट्टी से बाहर निकाला जा सकता है।

  • यह संक्रमण स्यूडो स्टेम के कॉलर क्षेत्र से शुरू होता है और ऊपर तथा नीचे दोनों ओर बढ़ता है। प्रभावित स्यूडो स्टेम्स का कॉलर क्षेत्र पानी से लथपथ हो जाता है और सड़न प्रकंद में फैल जाता है।

  • प्रबंधन: यह बीज जनित बीमारी है, बुवाई से पूर्व स्वस्थ प्रकंद का उपयोग सबसे महत्वपूर्ण निवारक उपायों में से एक है।

  • अप्रैल महीने के दौरान जल्दी रोपण की योजना बनाएं एवं खेत में जलभराव से बचें।

  • रोगग्रस्त भागों को इकट्ठा करें और उन्हें कही दूर मिट्टी में गाड़ दें या जला दें।

  • इसके उपचार के लिए मेटालैक्सिल 4% + मैनकोज़ेब 64% WP@ 600 ग्राम या कासुगामायसिन 5% + कॉपर आक्सीक्लोराइड 45% WP @ 300 ग्राम या क्लोरोथालोनिल 75% WP @ 400 ग्राम प्रति एकड़ ड्रेंचिंग करें।

  • जैविक प्रबंधन के लिए ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 1 किलो प्रति एकड़ का उपयोग कर सकते हैं l

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