मध्यप्रदेश के मंडियों में 9 मार्च को क्या रहा अलग अलग फसलों का भाव

Mandi Bhaw Madhya Pradesh

 

मंडी फसल मॉडल भाव प्रति क्विंटल
अलोट प्याज 401-1400
रतलाम प्याज 551-1790
रतलाम लहसून 500-5625
रतलाम- सेलाना उपज मंडी लहसून 1175-5570
मंदसौर लहसून 2200-4800
अलोट लहसून 1200-5557
मंडी फसल मॉडल भाव प्रति क्विंटल
तिमरनी सोयाबीन 2586-5250
तिमरनी सरसो 4000-4700
तिमरनी गेहूँ 1550-1795
तिमरनी चन्ना 2500-4791
तिमरनी मटर 3280
तिमरनी मुंग 3700-8371
तिमरनी उड़द 3101-3401
तिमरनी सफेद चन्ना 4631-6400
खरगौन गेहूँ 1680-1920
खरगौन चन्ना 4477-5256
खरगौन मक्का 1296-1396
खरगौन कापस 4650-6495
खरगौन सोया बीन 5141-5170
खरगौन तुवर 5350-6472
खरगौन डॉलर चन्ना 6767-6925
रतलाम गेहूँ लोकवान 1661-1981
रतलाम इटालियन चना 4900-4916
रतलाम पीला सोयाबीन 4600-5002
रतलाम- सेलाना उपज मंडी
रतलाम पीला सोयाबीन 3700-5801
रतलाम गेहूँ लोकवान 1521-2240
रतलाम चन्ना 4700-5053
रतलाम मटर 2599-3800
रतलाम मसूर 5370
रतलाम मेधी दाना 5900-7200
रतलाम मक्का 1310-1320
अलोट सोयाबीन 4300-5451
अलोट गेहूँ 1501-1801
अलोट चन्ना 3800-4825
अलोट मैथी 5300-5780
अलोट सरसो 4902-5001
अलोट मक्का 1076
अलोट धनिया 5456
खंडवा सोयाबीन 3000-5051
खंडवा सरसो 3001-4601
खंडवा गेहूँ 1525-1712
खंडवा चन्ना 4251-4666
खंडवा तुवर 5200-6100
खंडवा मक्का 1180-1256
खंडवा मुंग 5500
खंडवा उड़द 2370
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तरबूज की वर्तमान फसल अवस्था में जरूरी है कीट प्रबंधन

Insect management in watermelon
  • वर्तमान में कई किसान तरबूज की खेती कर रहे हैं और फसल अभी अंकुरण की शुरूआती अवस्था में है जिसके कारण फसल में कीट प्रकोप अधिक मात्रा में होती है।
  • शुरुआती वृद्धि अवस्था में लीफ माइनर, रस चूसक कीटों का प्रकोप अधिक मात्रा में होता है।
  • इसके नियंत्रण के लिए थियामेंथोक्साम 12.6% + लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 9.5% ZC @ 80 मिली/एकड़ या फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG@ 40 ग्राम/एकड़ या एबामेक्टिन 1.9% EC @ 150 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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मध्य प्रदेश के इस जिले में होगी सूरन की खेती, कम समय में होगा ज्यादा लाभ

Suran cultivation

सूरन जिसे जिमीकंद भी कहते हैं को दरअसल मकान की बाड़ी या बागीचे बगैरह में ज्यादातर लगाया जाता है। पर अब मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में इसकी खेती करने की शुरुआत की जा रही है। ऐसा कर के अन्य किसानों को भी इसकी खेती के लिए प्रेरित किया जाएगा।

बता दें की सूरन कम कृषि लागत में अधिक लाभ देने वाली फसल है। इसीलिए इसकी खेती किसानों के लिए लाभ का सौदा साबित हो सकती है। बालाघाट जिले के कटंगी तहसील के तीन गांवों के 20 किसानों द्वारा इसकी खेती की शुरुआत की जा रही है। ये किसान करीब 10 एकड़ क्षेत्र में इसकी खेती करेंगे।

बता दें की सूरन एक नकदी फसल है और इसकी बुआई फरवरी से जून महीने तक होती है। करीब नौ से दस महीने में इसकी फसल तैयार होती है और बाजार में इसका भाव 40-50 रुपये प्रति किलोग्राम से भी अधिक मिलता है। इसकी फसल को ज्यादा सिंचाई नहीं लगती और किसान को बहुत अधिक मेहनत भी नहीं करना पड़ता है।

स्रोत: नई दुनिया

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दक्षिणी मध्य प्रदेश समेत मध्य भारत के इन क्षेत्रों में जारी रहेगा गर्मी का दौर

Weather Update Hot

मध्य भारत में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है, कई स्थानों पर तापमान 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है। आने वाले दिनों में तापमान में और ज्यादा वृद्धि देखने को मिल सकती है। ख़ास कर के दक्षिणी मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र में गर्मी से कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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तरबूज की फसल में कवक रोगों से होगा नुकसान, ऐसे करें निदान

fungal diseases in watermelon crop
  • गर्मियों के मौसम की फसलों में तरबूज की फसल को बहुत सारे किसान प्राथमिकता देते हैं।
  • हालांकि इसकी फसल में अंकुरण के पश्चात कई प्रकार की समस्याएं सामने आती हैं जिनमें पत्तियों में पीलापन, जड़ों में गलन, तना सड़न जैसी समस्याएं शामिल होती हैं।
  • इसके निवारण के लिए थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W @ 500 ग्राम/एकड़ या क्लोरोथालोनिल 75% WP @ 400 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • जैविक उपचार के रूप में स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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मध्यप्रदेश के मंडियों में 8 मार्च को क्या रहा अलग अलग फसलों का भाव

Mandi Bhaw

 

मंडी फसल मॉडल भाव प्रति क्विंटल
पिपरिया गेहूँ 1401-1730
पिपरिया चना 3600-4710
पिपरिया मक्का 1100-1254
पिपरिया मुंग 4400-7500
पिपरिया सोयाबीन 4000-4480
पिपरिया तुवर 4700-6800
पिपरिया धान 1900-2705
धामनोद गेहूँ 1680-1756
धामनोद डॉलर चना 3650-6850
धामनोद मक्का 1230-1380
धामनोद सोयाबीन 4300-4310
तिमरनी सोयाबीन 3300-4676
तिमरनी सरसो 4551
तिमरनी गेहूँ 1725-1788
तिमरनी चना 3824-4231
तिमरनी तुवर 3551
तिमरनी मक्का 1052-1150
तिमरनी मुंग 3140-8223
तिमरनी उड़द 3500-6201
खरगौन गेहूँ 1676-1941
खरगौन चना 4557-5178
खरगौन मक्का 1270-1334
खरगौन कपास 4650-6450
खरगौन सोयाबीन 4891-5066
खरगौन तुवर 5757-6441
रतलाम गेहूँ लोकवान 1600-1973
रतलाम इटालियन चना 4801-5140
रतलाम पीला सोयाबीन 3910-5125
रतलाम सेलाना उपज मंडी
रतलाम पीला सोयाबीन 3800-5500
रतलाम गेहूँ लोकवान 1551-2202
रतलाम चना 4603-5151
रतलाम डॉलर चना 4802-4951
रतलाम मटर 4091
रतलाम मेधी दाना 6150
रतलाम कपास 7650-8000
अलोट सोयाबीन 4665-5151
अलोट गेहूँ 1600-1700
अलोट मोसमी चना 4650-4880
अलोट मक्का 1175
अलोट सरसो 4650-4700
अलोट धनिया 5454-6000
खंडवा सोयाबीन 3701-5001
खंडवा सरसो 4500-4571
खंडवा गेहूँ 1500-1691
खंडवा चना 3701-4780
खंडवा तुवर 4751-6100
खंडवा मक्का 1249-1300
खंडवा मुंग 6100
खंडवा उड़द 2600-5001
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कद्दू की फसल में क्यों फलों एवं फूलों का आकार रह जा रहा है छोटा?

The reason for incomplete growth of fruits and flowers in pumpkin crop
  • वर्तमान समय में ज्यादातर स्थानों पर कद्दू की फसल लगी हुई है।
  • कई स्थानों पर ऐसा देखा जा रहा है की कद्दू की फसल में फल तो लग रहे हैं वो परंतु पूरी तरह विकसित नहीं हो रहे हैं और आकार में छोटे रह जा रहे हैं।
  • यह समस्या मौसम परिवर्तन के कारण मधुमक्खियों की कार्यशीलता में कमी के कारण हो रही है।
  • जैसा की आप सभी जानते हैं की मधुमक्खियाँ प्राकृतिक रूप से कद्दूवर्गीय फसलों में परागण के लिए सहयता करती हैं।
  • यदि मधुमक्खियों की क्रियाशीलता में कमी होती है तो कद्दू की फसल में फलों का विकास अपूर्ण होता है या फल लगते ही नहीं हैं।
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इंदौर जनपद पंचायत के अहिल्यामाता गौशाला के विकास हेतू सरकार देगी 173 लाख रुपये

Government will development Ahilyamata Gaushala of Indore Janpad Panchayat

मध्य प्रदेश सरकार इंदौर जिले के इंदौर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पेडमी में अवस्थित अहिल्यामाता गौशाला को आदर्श गौशाला बनाने की तैयारी में है। दरअसल पिछले महीने प्रदेश के गौशालाओं के विकास के विषय पर चर्चा हेतु बैठक हुई थी जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी।

इस बैठक में यह निर्णय लिया गया था की प्रदेश के हर जिले में एक वृहद गौशाले का विकास किया जाएगा। अब इसी निर्णय का कार्यान्वयन हो रहा है और इंदौर के एक गौशाले को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। गौशाला के विकास कार्यों में 173 लाख रूपये खर्च किये जाने हैंl बता दें की इस गौशाले में वर्तमान में 400 गौवंश है जिसे जल्द ही 900 से 1000 गौवंश तक बढ़ाने की योजना है। इन गौशालाओं के विकास कार्य के कारण नए रोजगार सृजन होंगे।

स्रोत: कृषक जगत

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मध्य भारत में गर्मी से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है, जानें मौसम पूर्वानुमान

Weather Forecast

मध्य भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में गर्मी का दौर जारी है। कई क्षेत्रों में तो तापमान 40 डिग्री का आंकड़ा छूने के कगार पर है। गुजरात, मध्य प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र, महाराष्ट्र के कई क्षेत्र में तापमान बहुत अधिक है और आने वाले दिनों में तापमान के और अधिक बढ़ने की संभावना है।

वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर

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प्याज की फसल में गुलाबी जड़ों की समस्या का निवारण कैसे करें?

How to prevent pink root rot disease in onions
  • इस रोग का मुख्य लक्षण प्याज़ की जड़ों का गुलाबी हो जाना होता है।
  • जैसे – जैसे इस रोग का प्रकोप बढ़ता है वैसे वैसे इसके प्रभाव से जड़ें काली होकर सूख जाती हैं।
  • इसके कारण कंद का विकास बहुत अधिक प्रभावित होता है।

इसके निवारण के लिए निम्र उत्पादों का उपयोग करें

  • कीटाजिन 48% EC@ 400 मिली/एकड़ या थायोफिनेट मिथाइल 70% W/W@ 300 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
  • जैविक उपचार के रूप में ट्रायकोडर्मा विरिडी @ 500 ग्राम/एकड़ मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें एवं स्यूडोमोनास फ्लोरोसेंस@ 250 ग्राम/एकड़ छिड़काव के रूप में उपयोग करें।
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