इंदौर के मंडी में क्या चल रहा है प्याज, लहसुन एवं नए आलू का भाव

 

प्याज का भाव
नई लाल प्याज आवक 30000 कट्टे, भाव ₹1500 से ₹3600 प्रति क्विंटल
पुरानी प्याज आवक 22000 कट्टे, भाव ₹1000 से ₹3200 प्रति क्विंटल
किस्म का नाम भाव
सुपर 2600-3000 रूपये प्रति क्विंटल
एवरेज 2200-2600 रूपये प्रति क्विंटल
गोलटा 1800-2400 रूपये प्रति क्विंटल
गोलटी 1400-1800 रूपये प्रति क्विंटल
छाटन 800-1600 रूपये प्रति क्विंटल
लहसुन का भाव
आवक: 2500 कट्टे
किस्म का नाम भाव
सुपर 6000 – 6500 रूपये प्रति क्विंटल
लड्डू 5300 – 5800 रूपये प्रति क्विंटल
मीडियम 4000 – 4800 रूपये प्रति क्विंटल
बारीक 2800 – 3800 रूपये प्रति क्विंटल
हल्की 1000 – 2000 रूपये प्रति क्विंटल
नए आलू का भाव
आवक: 8000 कट्टे
किस्म का नाम भाव
ज्योति 1800 – 2200 रूपये प्रति क्विंटल
पुखराज 1600 – 2000 रूपये प्रति क्विंटल
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आलू की फसल में सफेद मक्खी की पहचान एवं नियंत्रण

Identification and control of white fly in potato crop
  • सफेद मक्खी के प्रकोप के लक्षण: इस कीट की शिशु एवं वयस्क दोनों ही अवस्था आलू की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं।
  • ये पत्तियों का रस चूस कर पौधे के विकास को बाधित कर देते हैं एवं पौधे पर उत्पन्न होने वाली सूटी मोल्ड नामक जमाव का कारण भी बनते हैं।
  • इसके अधिक प्रकोप की स्थिति में आलू की फसल पूर्णतः संक्रमित हो जाती है।
  • फसल के पूर्ण विकसित हो जाने पर भी इस कीट का प्रकोप होता है। इसके कारण से फसलों की पत्तियां सूख कर गिर जाती हैं।
  • प्रबंधन: इस कीट के निवारण के लिए डायफेनथुरोंन 50% SP@ 250 ग्राम/एकड़ या फ्लोनिकामाइड 50% WG@ 60 मिली/एकड़ या एसिटामेप्रिड 20% SP @ 100 ग्राम/एकड़ या पायरीप्रोक्सीफेन 10% + बॉयफेनथ्रीन 10% EC 250 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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मटर की फसल में फूल अवस्था में जरूर करें पोषण प्रबंधन

Nutrition management at flowering stage in Pea crop
  • मटर की फसल में सबसे महत्वपूर्ण अवस्था होती है फूल अवस्था।
  • इसी कारण मटर की फसल के फूल अवस्था में पोषण प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है।
  • बदलते मौसम एवं फसल में पोषक तत्वों की कमी के कारण मटर की फसल में फूल गिरने की समस्या होती है।
  • अधिक मात्रा में फूल गिरने के कारण मटर की फसल में फल उत्पादन बहुत प्रभावित होता है।
  • इस समस्या के निवारण के लिए सूक्ष्म पोषक तत्व@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
  • फूल गिरने से रोकने के लिए होमब्रेसिनोलाइड @ 100 मिली/एकड़ या पेक्लोबूट्राज़ोल 40% SC @ 30 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
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रबी फसलों का करवा लें बीमा, फसल क्षति की होगी भरपाई

Get insurance for Rabi crops, crop damage will be compensated

किसान भाई वर्तमान में रबी फसलों की बुआई में व्यस्त हैं। पर इस व्यस्तता के बीच किसान भाई अपनी फसलों का बीमा करवाना ना भूले। इससे आपकी फसल को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली क्षति में मदद मिल जाती है और आपको ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ता है।

किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी मौसम 2020-21 की फसलों के लिये बीमा करवा सकते हैं। बीमा करवाने की आखिरी तारिख 31 दिसम्बर 2020 है। बता दें की खरीफ सीजन में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसलों का बीमा करवाने वाले किसानों को फसल क्षति की भरपाई की गई थी।

अगर आप फसल बीमा करवाते हैं तो प्राकृतिक आग (आकाशीय बिजली गिरना), बादल फटना, तूफान, ओलावृष्टि, चक्रवात, अंधड़, टेम्पेस्ट, हरीकेन, टोरनेडो, बाढ़, जल भराव, भू-स्खलन, सूखा, कीट व्याधियाँ इत्यादि से फसल को होने वाले नुकसान की भरपाई आप बीमा से प्राप्त कर सकते हैं।

फसल बीमा करवाने हेतु आप एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के टोल फ्री नम्बर 18002337115 पर संपर्क कर सकते हैं। रबी वर्ष 2020-21 के लिये जारी की गई अधिसूचना http://govtpressmp.nic.in/history-gazette-extra-2020.html पर उपलब्ध है।

स्रोत: कृषक जागरण

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मटर की फसल में फल छेदक का प्रकोप एवं नियंत्रण

Control of fruit borer in pea crop
  • फल छेदक या पोड बोरर मटर की फसल का एक प्रमुख कीट है जो फसल को भारी नुकसान पहुंचाता है।
  • यह मटर की फसल की फलियों को बहुत अधिक नुकसान पहुँचाता है। यह कीट मटर की फली में छेद करके उसके अंदर के दाने को खाकर नुकसान पहुँचता है।
  • इसके नियंत्रण के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG @ 100 ग्राम/एकड़ या फ्लूबेण्डामाइड 39.35% SC @ 100 ग्राम/एकड़ या क्लोरानट्रानिलीप्रोल 18.5% SC @ 60 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
  • जैविक उपचार के रूप में बवेरिया बेसियाना @ 250 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
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लहसुन की फसल में 60-65 दिनों में जरूर करें पोषण प्रबंधन

Nutrition management in garlic crop 60-65 days
  • लहसुन की फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए पोषण प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है।
  • सही समय पर पोषक तत्वों की पूर्ति करने से लहसुन की फसल में कंद का निर्माण बहुत अच्छा होता है।
  • लहसुन की फसल में 60-65 दिनों में पोषण प्रबंधन करने के लिए कैल्शियम नाइट्रेट @ 10 किलो/एकड़ + पोटाश @ 20 किलो/एकड़ की दर से मिट्टी उपचार के रूप में उपयोग करें।
  • लहसुन की फसल में 60-65 दिनों में पोषण प्रबंधन करने के बाद खेत में सिंचाई अवश्य करें।
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10 हजार नए एफपीओ खोल कर किसानों की आय बढ़ाने की तैयारी

Preparation to increase farmers' income by opening 10 thousand new FPOs

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 10 हजार नए एफपीओ खोल कर किसानों की आय बढ़ाने की बात कही। उन्होंने ये बातें पिछले दिनों आयोजित नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के शहद किसान उत्पादक संगठन कार्यक्रम के उदघाटन समारोह में कही।

इस दौरान कृषि मंत्री ने 10 हजार एफपीओ बनाने की केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत 5 राज्यों में मधुमक्खी पालकों/शहद संग्राहकों के 5 नए एफपीओ का शुभारंभ किया। ये नए एफपीओ मध्य प्रदेश के मुरैना, पश्चिम बंगाल के सुंदरबन, बिहार के पूर्वी चंपारण, राजस्थान के भरतपुर और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में बनाये गए हैं।

श्री तोमर ने यहाँ कहा कि “10 हजार नए कृषक उत्पादक संगठन बनने पर छोटे-मझौले किसानों के जीवन में बदलाव आएगा और इनकी आय काफी बढ़ेगी, वहीं मीठी क्रांति से दुनिया में भारत का महत्वपूर्ण स्थान बनेगा।”

स्रोत: कृषक जगत

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मैक्समाइको से किसान हुआ खुश, 2.5 क्विंटल/एकड़ तक बढ़ गया धान का उत्पादन

Paddy production increased to 2.5 quintal/acre after using Maxxmyco

बाजार में किसानों की फसल से उपज बढ़ाने के दावे तो बहुत सारे उत्पाद करते हैं पर अपने दावों पर कुछ ही उत्पाद खरे उतरते हैं। ऐसा ही एक उत्पाद है ग्रामोफ़ोन का मैक्समाइको जिसके इस्तेमाल से बहुत सारे किसानों ने अलग अलग फ़सलों से अच्छा उत्पादन प्राप्त किया है। इन्हीं किसानों में से एक हैं मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के हासलपुर गांव के किसान श्री रतनेश मीणा जी जिन्होंने अपनी धान की फसल में मैक्समाइको का इस्तेमाल किया था।

रतनेश जी ने 10 एकड़ में धान की फसल लगाई थी। इसमें 6 एकड़ में उन्होंने मैक्समाइको डाला और 4 एकड़ में नहीं डाला। मैक्समाइको के इस्तेमाल वाली धान की फसल को बेहतर बढ़वार मिली। आखिरकार जब कटाई के बाद उपज आई तो मैक्समाइको वाले 6 एकड़ में 16 क्विंटल/एकड़ की औसत से कुल उपज 96 क्विंटल रही वहीं बिना मैक्समाइको वाली 4 एकड़ की फसल का उत्पादन 13.5 क्विंटल/एकड़ की औसत से महज 54 क्विंटल रहा। 

रतनेश जी की तरह आप भी अपनी फसल में मैक्समाइको का इस्तेमाल कर सकते हैं और अच्छी उपज की प्राप्ति कर सकते हैं। अपने घर पर मैक्समाइको मंगवाने के लिए आप हमारे टोल फ्री नंबर 18003157566 पर मिस्डकॉल करें या फिर ग्रामोफ़ोन कृषि एप पर लॉगिन करें।

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जुगाड़ से बने इस मशीन से करें प्याज की रोपाई, घंटों का काम हो जायेगा मिनटों में

This machine made from jugaad will lead to transplanting of onions in a short time

जुगाड़ तकनीक से बनाये गए इस मशीन से प्याज के पौध की खेत में रोपाई का कार्य बड़ी ही आसानी से और बहुत ही कम समय में पूरा कर देता है। इस मशीन पर कुछ लोग बैठ जाते हैं और प्याज के पौध को मशीन में डालते हैं। मशीन एक ही बार में कई पौधे खेत में रोप देता है।

वीडियो स्रोत: एग्री टेक

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प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के लाभार्थी सूची से 2 करोड़ किसान हटाए गए

2 crore farmers removed from beneficiary list of PM Kisan Yojana

प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना के अंतर्गत लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में सातवीं क़िस्त के 2000 रूपये एक दिसंबर से भेजे जाने शुरू हो गए हैं। हालांकि अब खबर आई है की इस योजना से 2 करोड़ से भी ज्यादा किसानों के नाम हटा दिए गए हैं।

सरकार द्वारा यह कदम फर्जी किसानों पर नकेल कसने के उद्देश्य से उठाई जा रही है। कुछ दिन पहले पीएम किसान सम्मान निधि के पोर्टल पर लाभार्थी किसानों की संख्या 11 करोड़ के करीब थी पर सरकार द्वारा उठाये गए इस कदम के बाद यह संख्या अब घटकर 9 करोड़ 97 लाख के करीब रह गई है।

गौरतलब है की सरकार हर चार महीने के अंतराल पर 2 हजार रुपये की किस्त किसानों के बैंक खाते में डालती है। अब तक इस योजना के अंतर्गत 6 किस्तें भेजी जा चुकी हैं और वर्तमान में सातवीं क़िस्त भेजी जा रही है।

स्रोत: जी न्यूज़

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