- लाल मकड़ी टमाटर के पत्ते के निचले हिस्से में धागे नुमा संरचना बनाकर पत्तियों का रस चूसती हैं।
- रस चूसने के कारण पत्तियों का ऊपरी भाग पीला हो जाता है और धीरे-धीरे पूरी तरह मुड़कर सूख जाता है।
- इसके नियंत्रण के लिए स्पैरोमेसीफेन 22.9% SC @ 250 मिली/एकड़ या एबामेक्टिन 1.9% EC @ 150 मिली/एकड़ या प्रॉपरजाइट 57% EC@ 400 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
मध्यप्रदेश की 30 मंडियों को शिवराज सरकार बना रही है हाईटेक
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक अहम फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की सभी कृषि उपज मंडियों का विकास किया जा रहा है। पहले चरण में प्रदेश की 30 कृषि उपज मंडियों को हाइटेक बनाया जाएगा।
हाइटेक मंडियों में गोदाम, भंडारण, मूल्य संवर्धन, कोल्ड स्टोरेज और एग्री क्लीनिक की सुविधाएँ किसानों की मिलेंगी। इसके अलावा इन हाईटेक मंडियों में ग्रेडिंग मशीनें भी लगाई जाएंगी।
स्रोत: न्यूज़ 18
Shareश्री विधि तकनीक से करें गेहूँ की बुआई, मिलेंगे कई फायदे
- गेहूँ की खेती श्री विधि से करना लघु और सीमांत किसानों के लिए विशेष लाभदायक साबित हुई है।
- यह गेहूँ की खेती करने का एक तरीका है, जिसमें श्री विधि के सिद्धांतों का पालन करके अधिक उपज प्राप्त कि जाती है।
- इसमें कम बीज दर, यानि सिर्फ 10 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज़ की आवश्यकता होती है।
- इस विधि में बीजों को बीज उपचार करके ही बोया जाता है।
- पौधों के बीच दूरी 8 इंच रखी जाती है।
- 2 से 3 बार खरपतवार प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है।
- फसल की देखभाल सामान्य (परंपरागत) गेहूँ की फसल की ही तरह की जाती है।
अटल जयंती पर 9 करोड़ किसानों को मिलेंगे 18 हजार करोड़ रुपए
हर साल 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई जाती है। इस साल ये दिन किसानों के लिए ख़ास सौगात लेकर आ रही है। इस बार इस दिन देश भर के 9 करोड़ किसानों के बैंक खाते में भेजे जाएंगे 18 हजार करोड़ रुपए।
ये रकम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को भेजी जा रही है। अगर बात मध्यप्रदेश के किसानों की करें तो यहाँ के करीब 78 लाख किसानों के खाते में भी इस योजना की रकम भेजी जानी है।
स्रोत: कृषि जागरण
Shareमध्य प्रदेश समेत मध्य भारत के अन्य राज्यों में तापमान सामान्य रहेगा
आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश समेत मध्य भारत के अन्य राज्यों में तापमान सामान्य रहेगा। दिन और रात दोनों का तापमान घटना फिलहाल बंद हो जाएगा और सामान्य बना रहेगा।
वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर
Shareचने को फूल अवस्था में दें बेहतर पोषण तो मिलेगा बम्पर उत्पादन
- चने का पौधा एवं उसमें लगने वाले फल दोनों का ही सब्ज़ी के रूप में उपयोग किया जाता है।
- इसी कारण से चने की फसल में फूल अवस्था में पोषण प्रबंधन करना बहुत आवश्यक होता है।
- बदलते मौसम के कारण कई बार फसल में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और चने की फसल में फूल गिरने की समस्या शुरू हो जाती है।
- अधिक मात्रा में फूल गिरने के कारण चने की फसल में फल उत्पादन बहुत प्रभावित होता है।
- इस समस्या के निवारण के लिए सूक्ष्म पोषक तत्वों@ 250 ग्राम/एकड़ की दर से उपयोग करें।
- फूल गिरने से रोकने के लिए होमब्रेसिनोलाइड @ 100 मिली/एकड़ या पिक्लोबूट्राज़ोल 40% SC @ 30 मिली/एकड़ की दर से उपयोग करें।
कृषि कार्यों में मशीनों के उपयोग को दोगुना करने की तैयारी में सरकार
भारतीय कृषि को बेहतर करने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। अब इसी कड़ी में भारतीय पारंपरिक कृषि को आधुनिक बनाने के लिए सरकार कृषि में मशीनों के उपयोग को बढ़ाने की तैयारी में है। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस विषय पर कहा कि “कृषि क्षेत्र के विकास की दृष्टि से देश में प्रति हेक्टेयर मैकेनाइजेशन 10 साल में दोगुना करने का लक्ष्य है। सरकार का जोर किसानों के खेत तक महंगे व बड़े एडवांस्ड कृषि यंत्र उपलब्ध कराने पर है।”
श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एसोसिएशन के सदस्यों से छोटे रकबे वाले किसानों को छोटी उपयोगी मशीनें उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिससे ताकि इन 86 प्रतिशत किसानों को आसानी हो और वे उन्नत बनें तथा उनकी आय भी बढ़ सकें। श्री तोमर ने यह बात ट्रैक्टर एंड मैकेनाइजेशन एसोसिएशन की वार्षिक साधारण सभा की बैठक में कही।
स्रोत: कृषक जगत
Shareमध्यप्रदेश में तापमान में गिरावट का सिलसिला थमेगा, जानें मौसम पूर्वानुमान
मध्य भारत के राज्यों मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में आने वाले कुछ दिनों में तापमान गिरने का सिलसिला थम जाएगा और यथा स्थिति बरकरार रहेगी।
वीडियो स्रोत: स्काईमेट वेदर
Shareअन्नदाता किसान भाइयों को किसान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
23 दिसंबर का दिन भारतवर्ष के सभी किसान भाइयों के सम्मान में समर्पित है। इस दिन हर साल किसान भाइयों के प्रति आभार प्रकट करने के लिए ‘किसान दिवस’ मनाया जाता है। गौरतलब है की आज ही के दिन भारत के पांचवें प्रधानमंत्री और किसानों तथा गरीबों के नेता कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह जी की जयंती है।
चौधरी चरण सिंह जी ने देश में भूमि सुधारों पर काफ़ी काम किया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में और केन्द्र में वित्तमंत्री के रूप में उन्होंने गांवों और किसानों को प्राथमिकता में रखकर बजट बनाया था। उनका मानना था कि खेती के केन्द्र में है किसान, इसलिए उसके साथ कृतज्ञता से पेश आना चाहिए और उसके श्रम का प्रतिफल अवश्य मिलना चाहिए।
Shareफसलों के लिए काफी लाभदायक होता है जैविक उत्प्रेरक का उपयोग
- जैविक उत्प्रेरक दरअसल ऐसे उत्पाद होते हैं जो फसलों में होने वाली वृद्धि एवं विकास की क्रिया को उत्तेजित करने का कार्य करते हैं।
- फसलों में फूल अवस्था या फल अवस्था के समय यदि किसी प्रकार का अवरोध उत्पन्न होता है तो इन उत्प्रेरको के उपयोग से इसका निवारण करने में सहायता मिलती है।
- यह फसलों में चयापचय की क्रिया को बढ़ने में मददगार साबित होते है।
- बहु वर्षीय फसलों एवं पौधों में कोशिका विभाजन एवं ऊतकों को भोजन बनाने की प्रक्रिया में सहायता करते हैं।