मध्यप्रदेश में जून माह में अच्छी बारिश हुई पर जुलाई माह में कई स्थानों में बारिश का अभाव रहा जिसके चलते फ़सलों में कीट-रोग के प्रकोप हो गया। इस वजह से सोयाबीन, उड़द जैसी फ़सलों को काफी नुकसान हुआ है। इसके बाद अगस्त में तेज बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ एवं जल भराव के कारण फसलें ख़राब हुई है। फसल क्षति की ख़बरों के बीच प्रदेश के सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एक-एक खेत का सर्वे ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ किया जाये, कोई भी प्रभावित सर्वे से न छूटे।
उन्होंने आगे कहा कि चाहे उन्हें कर्ज लेना पड़े, वे किसानों के नुकसान की भरपाई, राहत की राशि और फसल बीमा से करेंगे । मुख्यमंत्री ने जिला-प्रशासन को निर्देश दिए कि सर्वे का काम शीघ्र करें और किसी भी प्रकार की हड़बड़ी न हो इसका भी विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रभावित किसान फ़सलों के सर्वे के बाद राहत और बीमा राशि से वंचित नहीं रहे।
स्रोत: किसान समाधान
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