सोयाबीन की 70-90 दिनों की फसल अवस्था में ऐसे करें छिड़काव प्रबंधन

  • सोयाबीन की 70-90 दिनों की फसल अवस्था फली बनने वाली होती है। इस समय अच्छे पोषण के साथ साथ फसल को रोगों जैसे पोड ब्लाइट, रस्ट एवं कीटों जैसे पोड बोरर आदि से बचाव की जरूरत होती है।

  • पोड ब्लाइट के नियंत्रण के लिए मैनकोज़ेब 75% WP @ 500 ग्राम/एकड़ या टेबुकोनाजोल 25.9% ईसी @ 250 मिली/एकड़ या टेबुकोनाजोल 10% + सल्फर 65%WG @ 500 ग्राम/एकड़ या थायोफेनेट मिथाइल 70% WP @ 300 ग्राम/एकड़ का छिड़काव कर सकते हैं।

  • रस्ट के नियंत्रण के लिए 2-3 छिड़काव प्रत्येक 15 दिनों के अंतराल में फसल में लक्षण दिखने के समय से ही कर देना चाहिए। इसके लिए हेक्साकोनाज़ोल 5% एससी @ 400 मिली या प्रोपिकोनाज़ोल 25% एससी @ 200 मिली/एकड़ का छिड़काव कर सकते हैं।

  • पोड बोरर के लिए एमेमेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी 100 ग्राम या फ्लुबेंडामाइड 20% डब्ल्यूजी 100 ग्राम या क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5 एससी 60 मिली/एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते हैं।

  • फसल में अच्छे उत्पादन के लिए जल घुलनशील उर्वरक 0:0:50 का 1 किग्रा प्रति एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते हैं।

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