सोयाबीन की फसल में फली झुलसा के लक्षण एवं नियंत्रण के उपाय

प्रिय किसान भाइयों, सोयाबीन की फसल में फली झुलसा रोग का प्रकोप उच्च आर्द्रता और तापमान वाले क्षेत्रों में अधिक होता है। सोयाबीन में फूल एवं दाने भरने की अवस्था में तने, पुष्प के डंठल व फलियों पर गहरे भूरे रंग अनियमित आकार के धब्बे पीलेपन लिए हुए दिखाई देते है। जो बाद में फफूंद की काली और काटें जैसे संरचनाओं से ढ़क जाते है। पत्तीयों का पीला-भूरा होना, मुड़ना एवं झड़ना इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं। फली झुलसा से ग्रसित बीज से अंकुरण नहीं होता है।

नियंत्रण के उपाय

👉🏻 जैविक नियंत्रण के लिए, मोनास-कर्ब @ 500 ग्राम + कॉम्बैट @ 500 ग्राम  +  सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

👉🏻 रासायनिक नियंत्रण के लिए, टेसुनोवा @ 500 ग्राम या फोलिक्यूर @ 250 मिली + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली प्रति एकड़ 150-200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।

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