लहसुन की फसल में खेत की तैयारी एवं पोषक तत्व प्रबंधन

खेत की तैयारी

अभी लहसुन की बुवाई होने वाली है, इस समय किसान भाई खेत की अच्छी तैयारी करें। बीजों के अच्छे अंकुरण एवं पौध बढ़वार के लिए, मिट्टी का भुरभुरा होना आवश्यक है। पिछली फसल की कटाई के बाद एक जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करें एवं इसके बाद, गोबर की खाद 5 टन + स्पीड कम्पोस्ट 4 किग्रा प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में समान रूप से भुरकाव करें। वहीं 2-3 जुताई हैरो की सहायता से करें। खेत में मौजूद अन्य अवांछित सामग्री को हटा दें,अगर मिट्टी में नमी कम हो तो पहले पलेवा करें, फिर खेत की तैयारी करें और आखिरी में पाटा चलाकर खेत समतल बना लें। 

  • पौधे से पौधे की दूरी एवं पंक्ति से पंक्ति की दूरी 10 से 15 सेंटीमीटर रखें।

  • बुवाई के पूर्व लहसुन की कलियों को किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मध्यप्रदेश के अनुसार स्टार्टअप साफ़ (कार्बेन्डाजिम 12% + मैंकोजेब 63% डब्ल्यूएस) @ 2.5 ग्राम प्रति किलो कली की दर से बीज उपचार करें।

  • बुवाई से पहले और बुवाई के तीसरे दिन सिंचाई करें, तथा  सप्ताह में एक हल्की सिंचाई करते रहें।

पोषक तत्व प्रबंधन 

यूरिया @ 20 किलो + एसएसपी @ 50 किलो + डीएपी @ 30 किलो + एमओपी @ 40 किलो + लहसुन न्यू समृद्धि किट (टी बी – 3, @ 3 किग्रा + ताबा जी @ 4 किग्रा + राइजोकेयर @ 500 ग्राम + ट्राईकॉट मैक्स @ 4 किग्रा) + तमिलनाडु एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अनुसार फ्यूरी (कार्बोफ्युरान 3% जीआर) @ 13 किग्रा + एग्रोमीन (जिंक, आयरन, मैग्नीज, कॉपर, बोरॉन और मोलिब्डेनम) @ 5 किलो +  को आपस में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में समान रूप से भुरकाव करें।

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