मुंहपका-खुरपका रोग से जानवरों को होती है कई परेशानियां

  • मुंहपका-खुरपका रोग एक विषाणु जनित होता है।
  • यह रोग किसी भी उम्र की गाय व भैंस में हो सकता है साथ ही यह रोग किसी भी मौसम में हो सकता है।
  • इसके चपेट में आने से पशु की कार्य करने व उत्पादन क्षमता कम हो जाती है।
  • इस रोग की चपेट में आने पर पशु को तेज बुखार आता है साथ ही पशु के मुंह, मसूड़े, जीभ के ऊपर, होंठ के अंदर व खुरों के बीच छोटे-छोटे दाने उभर आते हैं।
  • इसके कारण पशु जुगाली करना बंद कर देते हैं, मुंह से लार गिरने लगती है, और वे सुस्त होकर खाना पीना तक छोड़ देता है।
  • खुर में जख्म होने पर पशु लंगड़ाकर चलते हैं और खुरों में कीचड़ लगने पर कीड़े पड़ जाते हैं जिससे कभी-कभी पशु की मौत भी हो जाती है।
  • इस रोग से ग्रसित पशु को दूसरे स्वस्थ पशुओं से अलग रखना चाहिए।
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