इस कीट का वैज्ञानिक नाम हेलिकोवर्पा आर्मीजेरा है। मिर्च की फसल में इस कीट की लटें फलों में छेद कर अन्दर प्रवेश कर फलों को खाती हैं। इस कारण फल सड़ जाते हैं। इससे उत्पादन में कमी के साथ साथ फलों की गुणवत्ता में भी कमी आ जाती है।
नियंत्रण के उपाय:- इसके नियंत्रण के लिए नोवालक्सम (थियामेथॉक्सम 12.6% + लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 9.5% जेडसी) @ 60 मिली या एटना (प्रोफेनोफोस 40% + फेनपायरोक्सिमेट 02.50% ईसी) @ 400 मिली + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
तमिलनाडु एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के आधार पर – इमानोवा (इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी) @ 80 ग्राम या टाकुमी (फ्लुबेन्डियामाइड 20 डब्ल्यूडीजी) @ 120 ग्राम + सिलिकोमैक्स @ 50 मिली, प्रति एकड़ 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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