मिर्च में सबसे अधिक नुकसान पत्तियों के मुड़ने से होती है, जिसे विभिन्न स्थानों में कुकड़ा या चुरड़ा-मुरड़ा रोग के नाम से जाना जाता है।
यह थ्रिप्स नमक कीट के प्रकोप के कारण होता है जिससे मिर्च की पत्तियां ऊपर की ओर मुड़ कर नाव का आकार धारण कर लेती है।
इसके कारण पत्तियां सिकुड़ जाती हैं, पौधा झाड़ीनुमा दिखने लगता है और इससे रोग से प्रभावित पौधों में फल भी नहीं लग पाते हैं।
इस रोग का लक्षण देखते ही पीड़ित पौधे को उखाड़ कर फेंक दें और खेत को खरपतवार से मुक्त रखें।
इस रोग के प्रबंधन के लिए प्रिवेंटल @ 100 ग्राम/एकड़ या फिप्रोनिल 5% SC @ 400 मिली/एकड़ या एसीफेट 50% + इमिडाक्लोप्रिड 1.8% SP@ 400 ग्राम/एकड़ की दर से छिड़काव करें।
फसल में किसी प्रकार के कीट का प्रकोप ना होने दें क्योंकि पत्ते मुड़ने की समस्या वाला यह रोग कीटों के प्रकोप के कारण ही होता है।