मिर्च एवं शिमला मिर्च की फसल के लिए काली थ्रिप्स एक घातक कीट बन गई है। इसे पहली बार 2015 में बेंगलुरु, कर्नाटक में देखा गया था। यह कीट पहले पत्ती की निचली सतह से रस चूसते हैं और फिर धीरे धीरे टहनी, फूल एवं फल पर हमला करते हैं। फूलों की अवस्था में फूलों को प्रभावित करके फलों के विकास को रोक देते हैं। फूलों को नुकसान पहुंचाने की वजह से “फ्लावर थ्रिप्स” भी कहा जाता है। इनका प्रकोप बढ़ने से क्षतिग्रस्त पत्तियां पीली होकर गिर जाती हैं।
नियंत्रण के उपाय:-
👉🏻इसके नियंत्रण के लिए, लार्गो (स्पिनेटोरम 11.7 % एससी) @ 200 मिली + बवे कर्ब 250 ग्राम + नोवामैक्स 200 मिली + सिलिकोमैक्स 50 मिली, प्रति एकड़, 150 से 200 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
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